डीग क़िला: Difference between revisions
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'''डीग क़िला''' [[भरतपुर]] से 35 किमी. की दूरी पर स्थित [[डीग]] में है। डीग क़िले का निर्माण महाराजा सूरजमल ने 1730 में करवाया था। यह क़िला डीग शहर में स्थित है जो [[जाट]] राजाओं की पूर्व राजधानी था। | {{सूचना बक्सा पर्यटन | ||
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क़िले का केंद्रीय बुर्ज एक बुलंद ऊंचाई पर स्थित है, जिसके चारों ओर एक संकरी नहर है। एक 8 किमी. लंबी दीवार इस क़िले की सीमा बनाती है। इस क़िले में 12 बुर्ज हैं जिसमें लाखा बुर्ज सबसे बड़ा है। लाखा बुर्ज क़िले के उत्तरी पश्चिमी कोने में स्थित है। बंगालदार स्थापत्य शैली में बनी हुई सूरजमल हवेली | क़िले का केंद्रीय बुर्ज एक बुलंद ऊंचाई पर स्थित है, जिसके चारों ओर एक संकरी नहर है। एक 8 किमी. लंबी दीवार इस क़िले की सीमा बनाती है। इस क़िले में 12 बुर्ज हैं जिसमें लाखा बुर्ज सबसे बड़ा है। लाखा बुर्ज क़िले के उत्तरी पश्चिमी कोने में स्थित है। बंगालदार स्थापत्य शैली में बनी हुई सूरजमल हवेली क़िले का एक महत्वपूर्ण भाग है। क़िले में एक उद्यान है जो उद्यानों की पारसी शैली “चारबाग” शैली में बना हुआ है। इस क़िले का आंतरिक भाग अब [[अवशेष]] मात्र है। [[डीग महल]] डीग क़िले के बगल में स्थित है। यह महल कई महलों का समूह है जिसमें पुराना महल, शीशमहल, सूरज भवन, नन्द भवन, किशन भवन, केशव भवन और गोपाल भवन शामिल हैं।<ref>{{cite web |url=http://hindi.nativeplanet.com/bharatpur/attractions/deeg-fort/ |title=डीग किला, भरतपुर |accessmonthday=4 जनवरी |accessyear=2015 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=हिन्दी नेटिव प्लेनेट |language=हिंदी }}</ref> | ||
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Revision as of 14:05, 4 January 2015
डीग क़िला
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विवरण | डीग क़िला डीग शहर में स्थित है जो जाट राजाओं की पूर्व राजधानी था। |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | भरतपुर |
निर्माता | सूरजमल |
स्थापना | 1730 ई. |
मार्ग स्थिति | मथुरा से गोवर्धन होते हुए डीग लगभग 40 कि.मी. और आगरा से 44 मील पश्चिमोत्तर में व भरतपुर से 22 मील उत्तर की ओर स्थित है। |
कब जाएँ | कभी भी जा सकते हैं |
रेलवे स्टेशन | भरतपुर रेलवे स्टेशन |
बस अड्डा | भरतपुर बस अड्डा, डीग बस अड्डा |
संबंधित लेख | डीग महल
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अन्य जानकारी | क़िले में एक उद्यान है जो उद्यानों की पारसी शैली “चारबाग” शैली में बना हुआ है। |
डीग क़िला भरतपुर से 35 किमी. की दूरी पर स्थित डीग में है। डीग क़िले का निर्माण महाराजा सूरजमल ने 1730 में करवाया था। यह क़िला डीग शहर में स्थित है जो जाट राजाओं की पूर्व राजधानी था।
वास्तुकला
क़िले का केंद्रीय बुर्ज एक बुलंद ऊंचाई पर स्थित है, जिसके चारों ओर एक संकरी नहर है। एक 8 किमी. लंबी दीवार इस क़िले की सीमा बनाती है। इस क़िले में 12 बुर्ज हैं जिसमें लाखा बुर्ज सबसे बड़ा है। लाखा बुर्ज क़िले के उत्तरी पश्चिमी कोने में स्थित है। बंगालदार स्थापत्य शैली में बनी हुई सूरजमल हवेली क़िले का एक महत्वपूर्ण भाग है। क़िले में एक उद्यान है जो उद्यानों की पारसी शैली “चारबाग” शैली में बना हुआ है। इस क़िले का आंतरिक भाग अब अवशेष मात्र है। डीग महल डीग क़िले के बगल में स्थित है। यह महल कई महलों का समूह है जिसमें पुराना महल, शीशमहल, सूरज भवन, नन्द भवन, किशन भवन, केशव भवन और गोपाल भवन शामिल हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ डीग किला, भरतपुर (हिंदी) हिन्दी नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 4 जनवरी, 2015।
बाहरी कड़ियाँ
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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संबंधित लेख
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