सांभर झील जयपुर: Difference between revisions
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*अनुमान है कि [[अरावली पर्वतमाला|अरावली]] के शिष्ट और नाइस के गर्तों में भरा हुआ गाद ही नमक का स्रोत है। गाद में स्थित विलयशील सोडियम यौगिक [[वर्षा]] के [[जल]] में घुसकर नदियों द्वारा [[झील]] में पहुँचाता है और जल के वाष्पन के पश्चात झील में नमक के रूप में रह जाता है। | *अनुमान है कि [[अरावली पर्वतमाला|अरावली]] के शिष्ट और नाइस के गर्तों में भरा हुआ गाद ही नमक का स्रोत है। गाद में स्थित विलयशील सोडियम यौगिक [[वर्षा]] के [[जल]] में घुसकर नदियों द्वारा [[झील]] में पहुँचाता है और जल के वाष्पन के पश्चात झील में नमक के रूप में रह जाता है। | ||
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चित्र:Sambhar-Lake-Rajasthan-2.jpg|सांभर झील, [[जयपुर]] | |||
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Revision as of 09:26, 24 July 2016
[[चित्र:Gadwall-In-Sambhar-Salt-Lake.jpg|thumb|250px|सांभर झील में गडवाल, जयपुर]] सांभर झील भारत के राजस्थान राज्य में जयपुर नगर के समीप स्थित है। यह लवण जल अर्थात 'खारे पानी' की झील है। यह देश की सबसे बडी खारे पानी की झील और नमक का सबसे बड़ा स्रोत होने के साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी अत्यन्त आकर्षक स्थल है। इस झील से नमक उत्पादन हेतु 'साम्भर नामक परियोजना' भी चलाई जा रही है।
- उत्तर भारत के चौहान राजाओं की प्रथम राजधानी सांभर पौराणिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहाँ पर शाकम्भरी देवी का मंदिर है।
- सांभर झील समुद्र तल से 1,200 फुट की ऊँचाई पर स्थित है।
- जब यह झील भरी रहती है, तब इसका क्षेत्रफल 90 वर्ग मील रहता है।
- सांभर झील में तीन नदियाँ आकर गिरती हैं।
- झील से बड़े पैमाने पर नमक का उत्पादन किया जाता है।
- अनुमान है कि अरावली के शिष्ट और नाइस के गर्तों में भरा हुआ गाद ही नमक का स्रोत है। गाद में स्थित विलयशील सोडियम यौगिक वर्षा के जल में घुसकर नदियों द्वारा झील में पहुँचाता है और जल के वाष्पन के पश्चात झील में नमक के रूप में रह जाता है।
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वीथिका
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सांभर झील, जयपुर