पाब्लो पिकासो: Difference between revisions
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'''पाब्लो पिकासो''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Pablo Picasso'', जन्म- [[25 अक्टूबर]], [[1881]]; मृत्यु- [[8 अप्रॅल]], [[1973]]) स्पेन के ख्यातिप्राप्त चित्रकार थे। वे बीसवीं शताब्दी के सबसे अधिक चर्चित, विवादास्पद और समृद्ध कलाकार थे। उन्होंने तीक्ष्ण रेखाओं का प्रयोग करके 'घनवाद' को जन्म दिया था। पाब्लो पिकासो की कलाकृतियां मानव वेदना का जीवित दस्तावेज हैं। | [[चित्र:Pablo-Picasso.jpg|thumb|200px|पाब्लो पिकासो]] | ||
'''पाब्लो पिकासो''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Pablo Picasso'', जन्म- [[25 अक्टूबर]], [[1881]]; मृत्यु- [[8 अप्रॅल]], [[1973]]) [[स्पेन]] के ख्यातिप्राप्त चित्रकार थे। वे बीसवीं शताब्दी के सबसे अधिक चर्चित, विवादास्पद और समृद्ध कलाकार थे। उन्होंने तीक्ष्ण रेखाओं का प्रयोग करके 'घनवाद' को जन्म दिया था। पाब्लो पिकासो की कलाकृतियां मानव वेदना का जीवित दस्तावेज हैं। | |||
*25 अक्टूबर सन 1881 को मलागा, स्पेन में पैदा हुए पाब्लो पिकासो जन्मजात कलाकार थे। बचपन में वह अपने साथियों को नाना प्रकार की आकृतियां बनाकर अचरज में डाल देते थे। | *25 अक्टूबर सन 1881 को मलागा, स्पेन में पैदा हुए पाब्लो पिकासो जन्मजात कलाकार थे। बचपन में वह अपने साथियों को नाना प्रकार की आकृतियां बनाकर अचरज में डाल देते थे। |
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thumb|200px|पाब्लो पिकासो पाब्लो पिकासो (अंग्रेज़ी: Pablo Picasso, जन्म- 25 अक्टूबर, 1881; मृत्यु- 8 अप्रॅल, 1973) स्पेन के ख्यातिप्राप्त चित्रकार थे। वे बीसवीं शताब्दी के सबसे अधिक चर्चित, विवादास्पद और समृद्ध कलाकार थे। उन्होंने तीक्ष्ण रेखाओं का प्रयोग करके 'घनवाद' को जन्म दिया था। पाब्लो पिकासो की कलाकृतियां मानव वेदना का जीवित दस्तावेज हैं।
- 25 अक्टूबर सन 1881 को मलागा, स्पेन में पैदा हुए पाब्लो पिकासो जन्मजात कलाकार थे। बचपन में वह अपने साथियों को नाना प्रकार की आकृतियां बनाकर अचरज में डाल देते थे।
- पाब्लो पिकासो के पिता कला के अध्यापक थे। इसलिए कला की प्रारंभिक शिक्षा उन्हें अपने पिता से मिली, किंतु 14-15 वर्ष की अवस्था में ही वह इतने उत्कृष्ट चित्र बनाने लगे थे कि उनके पिता ने चित्रकारी का अपना सारा सामान उन्हें देकर भविष्य में कभी कूची न उठाने का संकल्प ले लिया। फिर चित्रकारी में उच्च शिक्षा के लिए उन्हें मेड्रिड अकादमी में भेजा गया। किंतु पिकासो वहां के वातावरण से जल्दी ही ऊब गए और उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी।
- वर्ष 1909 में पाब्लो पिकासो ने कला के क्षेत्र में ‘घनवाद’ का प्रवर्तन किया। उनकी यह शैली 60-65 वर्षों तक आलोचना का विषय रही है और विश्व के सभी देशों में इसने युवा कलाकारों को प्रभावित किया। इन चित्रों में हर तरह के रंगों और रेखाओं का प्रयोग हुआ है। लगभग इसी समय उन्होंने इंग्रेस की कलाकृतियों में रुचि ली और महिलाओं के अनेक चित्र बनाए। इन चित्रों की तुलना प्राचीन यूनानी मूर्तियों से की जाती है।
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