इम्तियाज़ अनीस: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''इम्तियाज़ अनीस''' (अंग्रेज़ी: ''Imtiaz Anees'', जन्म- 25 दिसम्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
[[चित्र:Imtiaz-Anees.jpg|thumb|250px|इम्तियाज़ अनीस]] | |||
'''इम्तियाज़ अनीस''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Imtiaz Anees'', जन्म- [[25 दिसम्बर]], [[1970]]) भारतीय घुड़सवार खिलाड़ी रहे हैं। वर्तमान में घुड़सवार [[फवाद मिर्ज़ा]] [[भारत]] की ओर से ओलंपिक (ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020) का हिस्सा बनने वाले तीसरे घुड़सवार हैं। उनसे पहले [[1996]] में [[इंद्रजीत लांबा]] और इम्तियाज़ अनीस ने [[2000]] ओलंपिक्स की घुड़सवारी प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था।<br /> | '''इम्तियाज़ अनीस''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Imtiaz Anees'', जन्म- [[25 दिसम्बर]], [[1970]]) भारतीय घुड़सवार खिलाड़ी रहे हैं। वर्तमान में घुड़सवार [[फवाद मिर्ज़ा]] [[भारत]] की ओर से ओलंपिक (ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020) का हिस्सा बनने वाले तीसरे घुड़सवार हैं। उनसे पहले [[1996]] में [[इंद्रजीत लांबा]] और इम्तियाज़ अनीस ने [[2000]] ओलंपिक्स की घुड़सवारी प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था।<br /> | ||
<br /> | <br /> | ||
Line 18: | Line 19: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी}} | {{भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी}} | ||
[[Category:भारतीय खिलाड़ी]][[Category:पुरुष खिलाड़ी | [[Category:भारतीय खिलाड़ी]][[Category:पुरुष खिलाड़ी]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:खेलकूद कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 10:49, 14 August 2021
thumb|250px|इम्तियाज़ अनीस
इम्तियाज़ अनीस (अंग्रेज़ी: Imtiaz Anees, जन्म- 25 दिसम्बर, 1970) भारतीय घुड़सवार खिलाड़ी रहे हैं। वर्तमान में घुड़सवार फवाद मिर्ज़ा भारत की ओर से ओलंपिक (ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020) का हिस्सा बनने वाले तीसरे घुड़सवार हैं। उनसे पहले 1996 में इंद्रजीत लांबा और इम्तियाज़ अनीस ने 2000 ओलंपिक्स की घुड़सवारी प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था।
सिडनी ओलंपिक
इम्तियाज़ अनीस ने साल 2000 में सिडनी ओलंपिक में इवेंटिंग के तीनों चरण ‘जंपिंग’, ‘ड्रेसेज’ और ‘क्रॉस कंट्री को सफलतापूर्वक पार करते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था और विश्वभर के दिग्गजों के बीच वह 23वें स्थान पर आए थे जो ओलंपिक में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। इंद्रजीत लांबा और इम्तिया अनीस ये दोनों घुड़सवार भारतीय सेना से जुड़े थे लेकिन फवाद मिर्ज़ा का सेना से कोई संबध नहीं है। == इम्तियाज़ अनीस ने 4 साल की छोटी उम्र में ही घुड़सवारी शुरू कर दी थी। उनके दादा और मां दोनों ही सवार थे जिन्होंने उन्हें इस खेल से अवगत कराया जब वह केवल चार साल के थे। उन्हें हर दिन राइडिंग क्लब में ले जाया जाता था, और खेल के प्रति उनका लगाव वहीं से बढ़ता गया, और उनका शानदार करियर शुरू हुआ। उनकी सबसे पोषित स्मृति अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीतने की है। इंडिया टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि उनके पास कई उतार-चढ़ाव थे। लेकिन, अगर उन्हें एक यादगार स्मृति चुननी हो तो यह उनकी पहली अंतरराष्ट्रीय जीत होगी। जब आप वैश्विक मंच पर जीतते हैं तो यह हमेशा टोपी में एक पंख होता है तो वह 1995 में था, जब मैंने ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता मैट रयान को हराकर अपना पहला वन-स्टार जीता था।[1]
घोड़े राजेश से मित्रता
इम्तियाज़ अनीस ने द हिंदू के साथ एक साक्षात्कार में कहा था, “जब मैं छह या सात साल का था, तब मेरे घोड़े राजेश के साथ मेरा यह अद्भुत बंधन था। मैं एक अस्तबल में घंटों बिताता, उससे अपने जीवन, अपने लक्ष्यों के बारे में बात करता, मुझे स्कूल से कितनी नफरत है। वह एक दोस्त बन गया।"
एशियाई खेल से हटाना
इम्तियाज़ अनीस को 1994 के एशियाई खेलों के दल से अंतिम समय में हटा दिया गया था। इसके लिए क्वालीफाई करने के बावजूद उन्हें एशियाई खेलों के दल से बिना किसी सूचना के रातोंरात हटा दिया गया। हालांकि इसके बाद अनीस का हौसला बना रहा। इंडिया टुडे के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि उन्हें इस फैसले के बारे में सूचित नहीं किया गया था। मुझे इससे नफरत थी। मैंने इसे सुबह के अखबार में देखा। मैं 19 साल का था और मैंने क्वालिफाइंग में इतना समय और ऊर्जा लगाई थी। जालंधर, बोधगया और दिल्ली की यात्रा करके मैं खुद प्रतियोगिताओं में शामिल हुआ था। तब सेल फोन नहीं थे, इसलिए देर रात तक ट्रक में घोड़े के साथ यात्रा करना काफी डरावना था। खबर ने मुझे तोड़ दिया। मैंने सवाल किया कि क्या यह इस बात का संकेत है कि मुझे खेल छोड़ देना चाहिए।[1]
राइडिंग फ्री: माई ओलंपिक जर्नी
इम्तियाज़ अनीस ने अपनी चलती-फिरती यात्रा को अपने संस्मरण 'राइडिंग फ्री: माई ओलंपिक जर्नी' में लिखा है, जो हाल ही में सामने आया और हार्पर कॉलिन्स द्वारा प्रकाशित किया गया। पुस्तक दिखाती है कि कैसे एक घुड़सवार अपने घोड़े के साथ एक गहरा संबंध विकसित करता है और उसका पोषण करता है और घुड़सवारी के खेल में एक संरक्षक की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। किताब इम्तियाज़ अनीस की यात्रा के लिए एक खिड़की की सीट भी देती है, और यहां राइडर के बारे में कुछ तथ्य हैं जो जानने लायक हैं।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 माई ओलंपिक जर्नी’ इम्तियाज अनीस का एक अंतर्दृष्टिपूर्ण संस्मरण है (हिंदी) dezll.com। अभिगमन तिथि: 14 अगस्त, 2021।