सत्यदेव प्रसाद: Difference between revisions
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thumb|250px|सत्यदेव प्रसाद सत्यदेव प्रसाद (अंग्रेज़ी: Satyadev Prasad, जन्म- 19 सितम्बर, 1979) भारतीय तीरंदाज़ हैं। उन्होंने 2004 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में पुरुषों की व्यक्तिगत तीरंदाजी में भाग लिया था। उन्होंने मलेशिया में आयोजित एशियाई टीम चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। रोम वर्ल्ड चैंपियनशिप (1999), बीजिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप (2001) और न्यूयॉर्क वर्ल्ड चैंपियनशिप (2003) में भी भाग लिया।
परिचय
ब्लैक पॉटरी के लिए मशहूर निजामाबाद कस्बे में स्व. रामाप्रसाद बरनवाल के घर 19 सितम्बर, 1979 में जन्म लेने वाले सत्यदेव प्रसाद को माता-पिता ने बालक की प्राचीन भारतीय संस्कृति के प्रति रुचि को देखते हुए गुरुकुल पद्धति से शिक्षा दिलाने की सोचा। माता-पिता ने सत्यदेव को 11 वर्ष की आयु में मेरठ के भोलझाल के समीप गुरुकुल आश्रम में वर्ष 1991 में अध्यसन के लिए भर्ती कराया। शिक्षा प्राप्त करते हुए लकड़ी के तीर धनुष से वर्ष 1993 से आश्रम के संचालक स्वामी विवेकानन्द सरस्वती की निगरानी में तीरंदाजी का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया। अपनी मेहनत और लगन से सत्यदेव अपनी मंजिल की तरफ बढ़ने लगा।[1]
कॅरियर
सत्यदेव ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतिस्पर्धाओं में सौ से अधिक स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदक हसिल कर कीर्तिमान स्थापित कर दिया-
- पहली बार 1994 मे जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में चैम्पियन बने।
- 1998 में बैंकांक में एशियन गेम्स में पदक प्राप्त किये।
- पेरिस में 1999 में आयोजित तीरंदाजी विश्वकप में भाग लेकर उत्कृष्ट प्रदर्शन किये।
- एथेंस ओलम्पिक 2004 में हिस्सा लेते हुए कुछ ही प्वाइंट के अन्तर से कास्य पदक पाने से चूके।
प्रशिक्षक पद
सत्यदेव प्रसाद का चयन वर्ष 2000 में आईटीबीपी में इंस्पेक्टर पद पर हो गया। उन्होंने 2015 में इंस्पेक्टर पद से त्यागपत्र दे कर कोलकाता में तीरंदाजी प्रशिक्षक पद पर ज्वाइन कर लिया। दो वर्ष कलकत्ता में रहने के बाद मेरठ में प्रशिक्षक पद पर रहे। वर्तमान में दिल्ली में खेल मंत्रालय से जुड़े हैं। इसी के साथ उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के सचिव भी हैं।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 1.0 1.1 ओलंपियन तीरंदाज सत्यदेव प्रसाद को मिलेगा ध्यानचंद पुरस्कार (हिंदी) livehindustan.com। अभिगमन तिथि: 05 अक्टूबर, 2021।