विजय कुमार यादव: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 44: | Line 44: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी}} | {{भारत के प्रसिद्ध खिलाड़ी}} | ||
[[Category:पुरुष खिलाड़ी]][[Category:जूडो]][[Category:जूडो खिलाड़ी]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:खेलकूद कोश]][[Category:चरित कोश] | [[Category:पुरुष खिलाड़ी]][[Category:जूडो]][[Category:जूडो खिलाड़ी]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:खेलकूद कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:राष्ट्रमंडल खेल 2022]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ | ||
__NOTOC__ | __NOTOC__ |
Latest revision as of 08:30, 13 August 2022
विजय कुमार यादव
| |
पूरा नाम | विजय कुमार यादव |
जन्म | 26 अप्रॅल, 1996 |
जन्म भूमि | ग्राम महरिया, वाराणसी, उत्तर प्रदेश |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | जूडो |
प्रसिद्धि | जूडो खिलाड़ी |
नागरिकता | भारतीय |
कॉमनवेल्थ गेम्स | बर्मिघम, 2022 - 60 कि.ग्रा. वर्ग - कांस्य |
साउथ ऐशियन गेम्स | नेपाल, 2019 - 60 कि.ग्रा. वर्ग - स्वर्ण |
अन्य जानकारी | विजय कुमार यादव ने अपने जूडो सफर की शुरुआत उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय खेल स्टेडियम से की थी। उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के स्टेडियम, लखनऊ में जूडो में प्रशिक्षण प्राप्त किया। |
अद्यतन | 16:52, 4 अगस्त 2022 (IST)
|
विजय कुमार यादव (अंग्रेज़ी: Vijay Kumar Yadav, जन्म- 26 अप्रॅल, 1996) भारत के जूडो खिलाड़ी हैं। उन्होंने बर्मिंघम, इंग्लैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 की जूडों प्रतिस्पर्धा में पुरुषों के 60 कि.ग्रा. वर्ग में कांस्य पदक जीता है। विजय कुमार यादव ने साइप्रस के पेट्रोस क्रिसटोडूलाइड्स को 10-0 से मात दी।
परिचय
विजय कुमार यादव का जन्म 26 अप्रॅल, 1996 को हुआ था। वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी से 22 कि.मी. दूर महरिया गांव के रहने वाले हैं। गांव में उनके पिता वेल्डिंग की दुकान चलाते हैं। विजय कुमार यादव ने अपने जूडो सफर की शुरुआत उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय खेल स्टेडियम से की थी। उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के स्टेडियम, लखनऊ में जूडो में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
कॅरियर
विजय कुमार यादव ने उत्तर प्रदेश का नेतृत्व करते हुए राज्य के लिए कई राष्ट्रीय स्तर के पदक जीते हैं, लेकिन उनका पहला अंतरराष्ट्रीय पदक साल 2012 में आया, जब उन्होंने ताइपे युवा एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। अगले वर्ष उन्होंने फिर से अपनी प्रतिभा दिखाई और चीन में युवा एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
एक कैडेट के रूप में उन्होंने एशियाई कैडेट चैंपियनशिप में पदक जीते और एक वरिष्ठ के रूप में वह 2017 में पांचवें स्थान पर थे। विजय कुमार यादव ने आईजेएफ़ वर्ल्ड टूर में भी भाग लिया। 2018 में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हुआ क्योंकि उन्होंने रैंकिंग में एक बड़ी छलांग लगाई और दिसंबर 2017 में दुनिया में 60 से, 2018 को विश्व नंबर 22 के रूप में समाप्त किया। हालांकि, उस वर्ष एशियाई चैंपियनशिप में पांचवें स्थान पर रहने के बाद उन्हें जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में संतोष करना पड़ा।[1]
2019 में आखिरी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में विजय कुमार यादव को बड़ा झटका लगा। पांच साल में पहली बार उन्हें सेना के गुलाब अली ने 60 कि.ग्रा. के खिताबी मुकाबले में हराया। साल की शुरुआत में उनकी विश्व रैंकिंग गिरकर 150 रह गई थी, लेकिन इससे विजय का हौसला नहीं टूटा और वह खुद को साबित करते हुए वापस लौटे। उन्होंने 2019 में वॉलसाल और 2018 में जयपुर में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप जीती। वह सीनियर और जूनियर में मल्टीपल इंडियन चैंपियन हैं। उन्हें साल 2019 में 'लक्ष्मण राज्य पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022
कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 की जूडों प्रतिस्पर्धा में पुरुषों के 60 कि.ग्रा. वर्ग में विजय कुमार यादव ने कांस्य पदक जीता। स्कॉटलैंड के डिलन मुनरो के खिलाफ अपना रेपचेज मुकाबला जीतने के बाद विजय कुमार यादव कांस्य मेडल मैच के लिए उतरे, जहां उन्होंने साइप्रस के पेट्रोस क्रिसटोडूलाइड्स को एकतरफा अंदाज में 10-0 से मात दी। उनको क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के जोशुआ काज ने मात दी। विजय कुमार यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विरोधी की गलतियों का पूरा फायदा उठाया और 58 सेकंड के भीतर ही जीत दर्ज कर ली थी।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कौन हैं विजय कुमार यादव? (हिंदी) hindi.opoyi.com। अभिगमन तिथि: 04 जुलाई, 2022।
संबंधित लेख