अहिल्या घाट: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 24: | Line 24: | ||
|पाठ 10= | |पाठ 10= | ||
|संबंधित लेख= | |संबंधित लेख= | ||
|अन्य जानकारी= | |अन्य जानकारी=अहिल्या घाट पूरी तरह से शिवमय दिखाई देता है। पूरे घाट पर पाषाण के अनगिनत [[शिवलिंग]] निर्मित हैं। महेश्वर की महारानी देवी अहिल्याबाई से बढ़कर शिवभक्त [[आधुनिक काल]] में कोई नहीं हुआ है। | ||
|बाहरी कड़ियाँ= | |बाहरी कड़ियाँ= | ||
|अद्यतन= | |अद्यतन= |
Latest revision as of 15:02, 1 September 2014
अहिल्या घाट
| |
विवरण | यह घाट होल्कर राजवंश तथा रानी अहिल्याबाई होल्कर के शासन काल की गौरवगाथा का प्रतीक है। |
स्थान | महेश्वर, मध्य प्रदेश |
अन्य जानकारी | अहिल्या घाट पूरी तरह से शिवमय दिखाई देता है। पूरे घाट पर पाषाण के अनगिनत शिवलिंग निर्मित हैं। महेश्वर की महारानी देवी अहिल्याबाई से बढ़कर शिवभक्त आधुनिक काल में कोई नहीं हुआ है। |
अहिल्या घाट मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक नगर महेश्वर के ख़ूबसूरत घाटों में से एक है। यह इतना सुन्दर है कि बस घंटों निहारते रहने का मन करता है। चारों ओर शिव जी के छोटे और बड़े मंदिर, हर जगह शिवलिंग ही शिवलिंग दिखाई देते हैं। सामने नर्मदा नदी अपने पूरे तीव्र वेग से प्रवाहित होती दिखाई देती हैं। घाट के आस पास शिव मंदिर दिखाई देते हैं और पीछे की ओर महेश्वर का ऐतिहासिक तथा ख़ूबसूरत क़िला होल्कर राजवंश तथा रानी अहिल्याबाई के शासन काल की गौरवगाथा का बखान करता प्रतीत होता है। यह घाट पूरी तरह से शिवमय दिखाई देता है। पूरे घाट पर पाषाण के अनगिनत शिवलिंग निर्मित हैं। महेश्वर की महारानी देवी अहिल्याबाई से बढ़कर शिवभक्त आधुनिक काल में कोई नहीं हुआ है।[1] उन्होंने पूरे भारत में शिव मंदिरों और घाटों का निर्माण तथा पुनरोद्धार करवाया था, जिनमें प्रमुख हैं-
- वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर
- एलोरा का घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग
- सोमनाथ का प्राचीन मंदिर
- महाराष्ट्र का वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर
|
|
|
|
|
चित्र वीथिका
[[चित्र:Ahilya-fort-ghats-panorama-90-maheshwar.jpg|x200px|alt=अहिल्या घाट|अहिल्या घाट का नर्मदा नदी से विहंगम दृश्य]]
अहिल्या घाट का नर्मदा नदी से विहंगम दृश्य
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महेश्वर – एक दिन देवी अहिल्या की नगरी में : भाग 1 (हिंदी) घुमक्कड़ डॉट कॉम। अभिगमन तिथि: 1 सितम्बर, 2014।
संबंधित लेख