अगस्त्यकूडम तिरुअनंतपुरम: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
m (Text replacement - "शृंखला" to "श्रृंखला")
 
(8 intermediate revisions by 5 users not shown)
Line 1: Line 1:
{{लेख सूची
{{सूचना बक्सा पर्यटन
|लेख का नाम= तिरुअनंतपुरम
|चित्र=Agastyarkoodam.jpg
|पर्यटन= तिरुअनंतपुरम पर्यटन
|चित्र का नाम=अगस्त्यकूडम, तिरुअनंतपुरम
|ज़िला= तिरुअनंतपुरम ज़िला
|विवरण='अगस्त्यकूडम' [[केरल]] के शानदार पहाड़ी पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ पर दुर्लभ जड़ी-बूटियां तथा औषधीय पौधे बहुतायत से मिलते हैं।
|राज्य=[[केरल]]
|केन्द्र शासित प्रदेश=
|ज़िला=[[तिरुअनंतपुरम]]
|निर्माता=
|स्वामित्व=
|प्रबंधक=
|निर्माण काल=
|स्थापना=
|भौगोलिक स्थिति=तिरुवनंतपुरम से 70 कि.मी. की दूरी पर तथा [[समुद्र]] तल से लगभग 1890 मीटर की ऊँचाई पर स्थित।
|मार्ग स्थिति=
|मौसम=
|तापमान=
|प्रसिद्धि=
|कब जाएँ=[[दिसंबर]] से [[अप्रॅल]] के बीच
|कैसे पहुँचें=
|हवाई अड्डा=तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा
|रेलवे स्टेशन=तिरुवनंतपुरम सेंट्रल
|बस अड्डा=
|यातायात=
|क्या देखें=
|कहाँ ठहरें=
|क्या खायें=
|क्या ख़रीदें=
|एस.टी.डी. कोड=
|ए.टी.एम=
|सावधानी=
|मानचित्र लिंक=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|अन्य जानकारी=अगस्त्यकूडम की ढालों पर जब ‘नीलकुरिंजी’ के [[रंग]]-बिरंगे [[फूल]] खिलते हैं तो यह और भी मनोरम हो उठता है। ‘नीलकुरिंजी’ एक ऐसा फूल है, जो बारह वर्षों में एक बार खिलता है।
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन=
}}
}}
*[[केरल]] की राजधानी [[तिरुअनंतपुरम]] में कई [[तिरुअनंतपुरम पर्यटन|पर्यटन स्थल]] हैं जिनमें से एक अगस्त्यकूडम हैं।
 
*ऐसा माना जाता है कि '''अगस्त्यकूडम''' त्रृषि [[अगस्त्य]] का निवास स्थान था।
'''अगस्त्यकूडम''' [[केरल]] की राजधानी [[तिरुअनंतपुरम]] में स्थित वनाच्छादित एक पहाड़ी है। माना जाता है कि अगस्त्य वन पौराणिक कथाओं के पात्र [[अगस्त्य|ऋषि अगस्त्य]] का निवास स्थल हुआ करता था। इसके चारों ओर ट्रेकिंग के रास्ते और घने वन हैं। इस पहाड़ी पर दुर्लभ जड़ी-बूटियां तथा औषधीय पौधे बहुतायत से मिलते हैं।
*समुद्रतल से 1890 मी. ऊपर स्थित यह जगह केरल का दूसरा सबसे ऊंचा स्‍थान है।  
 
*सहाद्री पर्वत श्रृंखला का हिस्सा अगस्त्यकूडम के जंगल अपने यहाँ मिलने वाली जड़ी बूटियों और वनस्पति के लिए जाना जाता हैं।  
*तिरुवनंतपुरम से 70 कि.मी. की दूरी तथा [[समुद्र]] तल से लगभग 1890 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह जगह [[केरल]] का दूसरा सबसे ऊंचा स्‍थान है।  
*यहाँ मिलने वाली चिकित्सीय औषधियों की संख्या 2000 से भी ज़्यादा है।  
*सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला के हिस्से अगस्त्यकूडम के जंगल अपने यहाँ मिलने वाली जड़ी बूटियों और वनस्पति के लिए जाने जाते हैं।
*वनस्पतियों के अलावा इस जंगल में [[हाथी]], [[शेर]], [[तेंदुआ]], जंगली सूअर, जंगली बिल्ली और धब्बेदार हिरन जैसे जानवर भी मिलते हैं।  
*यहाँ मिलने वाली चिकित्सीय औषधियों की संख्या 2000 से भी ज़्यादा है।
*1992 में 23 वर्ग किमी. के क्षेत्र को अगस्त्य वन को बायोलॉजिकल पार्क बना दिया गया था।  
*वनस्पतियों के अलावा इस जंगल में [[हाथी]], [[शेर]], [[तेंदुआ]], जंगली सूअर, जंगली बिल्ली और धब्बेदार हिरन जैसे जानवर भी मिलते हैं।
*ऐसा करने के पीछे मुख्य उद्देश्य इस स्थान का शैक्षणिक प्रयोग करना था।  
*अगस्त्यकूडम की ढालों पर जब ‘नीलकुरिंजी’ के [[रंग]]-बिरंगे [[फूल]] खिलते हैं तो यह और भी मनोरम हो उठता है। ‘नीलकुरिंजी’ एक ऐसा फूल है, जो बारह वर्षों में एक बार खिलता है।
*ट्रैकिंग के शौक़ीनों के लिए यह स्थान उपयुक्त है।  
*[[1992]] में 23 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को अगस्त्य वन को बायोलॉजिकल पार्क बना दिया गया था। ऐसा करने के पीछे मुख्य उद्देश्य इस स्थान का शैक्षणिक प्रयोग करना था।
*इसके लिए [[दिसंबर]] से [[अप्रॅल]] के बीच यहाँ आ सकते हैं।<ref>{{cite web |url=http://yatrasalah.com/touristPlaces.aspx?id=383 |title=देवताओं की नगरी के नाम से मशहूर |accessmonthday=[[21 अक्टूबर]] |accessyear=[[2010]] |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=यात्रा सलाह |language=[[हिन्दी]] }}</ref>
*अगस्त्यकूडम का पहाड़ी परिवेश ट्रैकिंग के शौक़ीनों के लिए बिल्कुल उपयुक्त स्थान है। इसके लिए [[दिसंबर]] से [[अप्रॅल]] के बीच यहाँ आ सकते हैं।
{{प्रचार}}
*अगस्त्यकूडम की चोटी पर महिलाओं को चढ़ने की अनुमति नहीं है। माना जाता है कि यह स्थान [[पुराण|पुराणों]] में वर्णित [[अगस्त्य|ऋषि अगस्त्य]] का निवास स्थान था। चूंकि वे ब्रह्मचारी थे, इसलिए अपरिचित स्त्रियों से स्वयं को दूर रखते थे।
{{लेख प्रगति
*इस स्थान तक पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन 'तिरुवनंतपुरम सेंट्रल' है, जो बोनाकॉड से लगभग 61 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। निकटतम हवाई अड्डा 'तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा' है।
|आधार=
 
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1
 
|माध्यमिक=
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}}
|पूर्णता=
==वीथिका==
|शोध=
<center>
}}
अगस्त्यकूडम
{{संदर्भ ग्रंथ}}
<gallery>
चित्र:Agasthyakoodam-1.jpg 
चित्र:Agasthyakoodam-2.jpg 
चित्र:Agasthyakoodam-3.jpg 
चित्र:Agasthyakoodam-4.jpg 
</gallery>
</center>
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
*[http://yatrasalah.com/touristPlaces.aspx?id=383 यात्रा सलाह]
*[https://www.keralatourism.org/hindi/destination/destination.php?id=38 केरल पर्यटन]
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{केरल के पर्यटन स्थल}}
{{पहाड़ी पर्यटन स्थल}}{{केरल के पर्यटन स्थल}}
[[Category:केरल]]
[[Category:केरल]][[Category:पहाड़ी पर्यटन स्थल]][[Category:केरल के पर्यटन स्थल]][[Category:तिरुअनंतपुरम]][[Category:पर्यटन कोश]]
[[Category:केरल के पर्यटन स्थल]]
[[Category:तिरुअनंतपुरम]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 11:37, 9 February 2021

अगस्त्यकूडम तिरुअनंतपुरम
विवरण 'अगस्त्यकूडम' केरल के शानदार पहाड़ी पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ पर दुर्लभ जड़ी-बूटियां तथा औषधीय पौधे बहुतायत से मिलते हैं।
राज्य केरल
ज़िला तिरुअनंतपुरम
भौगोलिक स्थिति तिरुवनंतपुरम से 70 कि.मी. की दूरी पर तथा समुद्र तल से लगभग 1890 मीटर की ऊँचाई पर स्थित।
कब जाएँ दिसंबर से अप्रॅल के बीच
हवाई अड्डा तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा
रेलवे स्टेशन तिरुवनंतपुरम सेंट्रल
अन्य जानकारी अगस्त्यकूडम की ढालों पर जब ‘नीलकुरिंजी’ के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं तो यह और भी मनोरम हो उठता है। ‘नीलकुरिंजी’ एक ऐसा फूल है, जो बारह वर्षों में एक बार खिलता है।

अगस्त्यकूडम केरल की राजधानी तिरुअनंतपुरम में स्थित वनाच्छादित एक पहाड़ी है। माना जाता है कि अगस्त्य वन पौराणिक कथाओं के पात्र ऋषि अगस्त्य का निवास स्थल हुआ करता था। इसके चारों ओर ट्रेकिंग के रास्ते और घने वन हैं। इस पहाड़ी पर दुर्लभ जड़ी-बूटियां तथा औषधीय पौधे बहुतायत से मिलते हैं।

  • तिरुवनंतपुरम से 70 कि.मी. की दूरी तथा समुद्र तल से लगभग 1890 मीटर की ऊँचाई पर स्थित यह जगह केरल का दूसरा सबसे ऊंचा स्‍थान है।
  • सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला के हिस्से अगस्त्यकूडम के जंगल अपने यहाँ मिलने वाली जड़ी बूटियों और वनस्पति के लिए जाने जाते हैं।
  • यहाँ मिलने वाली चिकित्सीय औषधियों की संख्या 2000 से भी ज़्यादा है।
  • वनस्पतियों के अलावा इस जंगल में हाथी, शेर, तेंदुआ, जंगली सूअर, जंगली बिल्ली और धब्बेदार हिरन जैसे जानवर भी मिलते हैं।
  • अगस्त्यकूडम की ढालों पर जब ‘नीलकुरिंजी’ के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं तो यह और भी मनोरम हो उठता है। ‘नीलकुरिंजी’ एक ऐसा फूल है, जो बारह वर्षों में एक बार खिलता है।
  • 1992 में 23 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को अगस्त्य वन को बायोलॉजिकल पार्क बना दिया गया था। ऐसा करने के पीछे मुख्य उद्देश्य इस स्थान का शैक्षणिक प्रयोग करना था।
  • अगस्त्यकूडम का पहाड़ी परिवेश ट्रैकिंग के शौक़ीनों के लिए बिल्कुल उपयुक्त स्थान है। इसके लिए दिसंबर से अप्रॅल के बीच यहाँ आ सकते हैं।
  • अगस्त्यकूडम की चोटी पर महिलाओं को चढ़ने की अनुमति नहीं है। माना जाता है कि यह स्थान पुराणों में वर्णित ऋषि अगस्त्य का निवास स्थान था। चूंकि वे ब्रह्मचारी थे, इसलिए अपरिचित स्त्रियों से स्वयं को दूर रखते थे।
  • इस स्थान तक पहुँचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन 'तिरुवनंतपुरम सेंट्रल' है, जो बोनाकॉड से लगभग 61 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। निकटतम हवाई अड्डा 'तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा' है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

वीथिका

अगस्त्यकूडम

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख