सोन नदी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(14 intermediate revisions by 6 users not shown)
Line 1: Line 1:
*यह नदी अमरकंटक की पहाड़ियों में [[नर्मदा नदी|नर्मदा]] के उदगम स्थल के निकट शोषाकुण्ड नामक स्थान से निकलती है।  
'''सोन नदी''' का [[उदगम]] मैकाल पर्वत के [[अमरकण्टक]] नामक पठारी भाग से है। इसे 'सोनभद्र' के नाम से पुकारा जाता है। सोन नदी का एक अन्य नाम 'हिरण्यवाह' भी है। यह नदी [[झारखण्ड]] के उत्तरी-पश्चिमी छोर पर सीमा का निर्माण करती है। सोन नदी [[पलामू]] की उत्तरी सीमा बनाती हुई प्रवाहित होती है। इस नदी के उदगम को अरीय अपवाह प्रतिरूप का एक बढ़िया उदाहरण माना जाता है, क्योंकि [[अमरकण्टक]] से सोन के साथ अन्य दिशाओं में [[नर्मदा]] भी निकलती है।
*इसकी अनेक सहायक नदियाँ हैं, जिसमें दो मुख्य हैं।
**रिहन्द
**कुनहड
*यह नदी [[मिर्जापुर ज़िला|मिर्जापुर]] ज़िले के दक्षिणी भाग से प्रवाहित होती है और [[पाटलिपुत्र|पटना]] से पहले दीनापुर से 16 किमी॰ ऊपर [[गंगा नदी]] से मिल जाती है।
*इसकी कुल लम्बाई 780 किमी॰ है।


*सोन घाटी भौगर्भिक तौर पर दक्षिण-पश्चिम में नर्मदा नदी घाटी का लगभग अनवरत विस्तार है।
*यह [[गंगा नदी|गंगा]] की प्रमुख दक्षिणी सहायक नदी है, जिसका उदगम स्थल [[मध्य प्रदेश]] राज्य में है।
*इस नदी के किनारे का ज़्यादातर हिस्सा वनाच्छादित है, जहाँ जनसंख्या का निवास काफ़ी कम है।
*सोन नदी की घाटी [[कैमूर पहाड़ियाँ|कैमूर पर्वतश्रेणी]] (उत्तर) और [[छोटा नागपुर]] (दक्षिण) से घिरी हुई है।
*मौसमी (बरसाती) नदी होने के कारण यह परिवहन की दृष्टि से महत्त्वहीन है।
*इस नदी की अनेक सहायक नदियाँ हैं, जिसमें [[रिहन्द नदी|रिहन्द]] और कुनहड मुख्य हैं।
*सोन नदी मानपुर तक उत्तर की ओर बहने के बाद पूर्वोतर दिशा में मुड़ती जाती है।
*यह नदी [[मिर्ज़ापुर]] ज़िले के दक्षिणी भाग से प्रवाहित होती है और [[पाटलिपुत्र|पटना]] से पहले दीनापुर से 16 किलोमीटर ऊपर [[गंगा नदी]] से मिल जाती है।
*इस नदी की कुल लम्बाई 780 किलोमीटर है।
*सोन नदी की कुछ सहायक नदियों पर बांध बनाए गए है और [[उत्तर प्रदेश]] में 'डेहरी ऑन सोन नहर प्रणाली' के आरंभिक स्थल है।
==संबंधित लेख==
{{झारखण्ड की नदियाँ}}
{{भारत की नदियाँ}}
[[Category:झारखण्ड की नदियाँ]][[Category:भारत_की_नदियाँ]][[Category:भूगोल_कोश]][[Category:उत्तर_प्रदेश_की_नदियाँ]]


[[Category:भारत_की_नदियाँ]]
[[Category:भूगोल_कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 14:00, 24 November 2011

सोन नदी का उदगम मैकाल पर्वत के अमरकण्टक नामक पठारी भाग से है। इसे 'सोनभद्र' के नाम से पुकारा जाता है। सोन नदी का एक अन्य नाम 'हिरण्यवाह' भी है। यह नदी झारखण्ड के उत्तरी-पश्चिमी छोर पर सीमा का निर्माण करती है। सोन नदी पलामू की उत्तरी सीमा बनाती हुई प्रवाहित होती है। इस नदी के उदगम को अरीय अपवाह प्रतिरूप का एक बढ़िया उदाहरण माना जाता है, क्योंकि अमरकण्टक से सोन के साथ अन्य दिशाओं में नर्मदा भी निकलती है।

  • सोन घाटी भौगर्भिक तौर पर दक्षिण-पश्चिम में नर्मदा नदी घाटी का लगभग अनवरत विस्तार है।
  • यह गंगा की प्रमुख दक्षिणी सहायक नदी है, जिसका उदगम स्थल मध्य प्रदेश राज्य में है।
  • इस नदी के किनारे का ज़्यादातर हिस्सा वनाच्छादित है, जहाँ जनसंख्या का निवास काफ़ी कम है।
  • सोन नदी की घाटी कैमूर पर्वतश्रेणी (उत्तर) और छोटा नागपुर (दक्षिण) से घिरी हुई है।
  • मौसमी (बरसाती) नदी होने के कारण यह परिवहन की दृष्टि से महत्त्वहीन है।
  • इस नदी की अनेक सहायक नदियाँ हैं, जिसमें रिहन्द और कुनहड मुख्य हैं।
  • सोन नदी मानपुर तक उत्तर की ओर बहने के बाद पूर्वोतर दिशा में मुड़ती जाती है।
  • यह नदी मिर्ज़ापुर ज़िले के दक्षिणी भाग से प्रवाहित होती है और पटना से पहले दीनापुर से 16 किलोमीटर ऊपर गंगा नदी से मिल जाती है।
  • इस नदी की कुल लम्बाई 780 किलोमीटर है।
  • सोन नदी की कुछ सहायक नदियों पर बांध बनाए गए है और उत्तर प्रदेश में 'डेहरी ऑन सोन नहर प्रणाली' के आरंभिक स्थल है।

संबंधित लेख