कुमारी नाज़: Difference between revisions

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बेबी नाज़ ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बाल कलाकार कदम रखा। [[माता]]-[[पिता]] ने नाज़ का नाम 'सलमा बेग' रखा था। सलमा ने महज 8 साल की उम्र में फिल्म 'रेशम' में अभिनेत्री सुरैया के बचपन का रोल निभाया। सलमा के पिता लेखक थे, जो संघर्ष करते रहे। पिता के दोस्त प्रोड्यूसर लेखराज ने पहली बार सलमा को फिल्म में काम करने का मौका दिया था। हालांकि पहले पिता नहीं चाहते थे कि वह फिल्मों में काम करें, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वह सलमा के काम करने के लिए तैयार हो गए।  
==विवाह==
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बेबी नाज़ के [[विवाह]] से जुड़ा एक किस्सा है-
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एक वाकया साल [[1963]] में रिलीज हुई फिल्म 'देखा प्यार तुम्हारा' की शूटिंग के दौरान का है। डायरेक्टर के. परवेज के निर्देशन बनी इस फिल्म के हीरो थे अपने समय के प्रसिद्ध अभिनेता [[पृथ्वीराज कपूर]] के भांजे सुबीराज। सुबीराज को फिल्मों में अधिक्तर पुलिस ऑफिसर से लेकर बिजनेसमैन की भुमिका में देखा जाता था। वहीं फिल्म की हीरोइन थीं सलमा बेग, उस वक्त तक सलमा को बेबी नाज़ से जाना जाता था। फिल्म 'देखा प्यार तुम्हारा' की शूटिंग प्रतापगढ़ के एक किले में चल रही थी।
एक वाकया साल [[1963]] में रिलीज हुई फिल्म 'देखा प्यार तुम्हारा' की शूटिंग के दौरान का है। डायरेक्टर के. परवेज के निर्देशन बनी इस फिल्म के हीरो थे अपने समय के प्रसिद्ध अभिनेता [[पृथ्वीराज कपूर]] के भांजे सुबीराज। सुबीराज को फिल्मों में अधिक्तर पुलिस ऑफिसर से लेकर बिजनेसमैन की भुमिका में देखा जाता था। वहीं फिल्म की हीरोइन थीं सलमा बेग, उस वक्त तक सलमा को बेबी नाज़ से जाना जाता था। फिल्म 'देखा प्यार तुम्हारा' की शूटिंग प्रतापगढ़ के एक किले में चल रही थी।

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कुमारी नाज़
पूरा नाम कुमारी नाज़़
प्रसिद्ध नाम बेबी नाज़
अन्य नाम सलमा बेग (मूल नाम)
जन्म 20 अगस्त, 1944
मृत्यु 19 अक्टूबर, 1995
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र हिन्दी सिनेमा
प्रसिद्धि अभिनेत्री
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी बेबी नाज़ ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बाल कलाकार के रूप में क़दम रखा। उन्होंने महज 8 साल की उम्र में फिल्म 'रेशम' में अभिनेत्री सुरैया के बचपन का किरदार निभाया था।

कुमारी नाज़़ या 'बेबी नाज़' या 'सलमा बेग' (अंग्रेज़ी: Kumari Naaz or Baby Naaz, or Salma Baig, जन्म- 20 अगस्त, 1944; मृत्यु- 19 अक्टूबर, 1995) हिन्दी फ़िल्म अभिनेत्री थीं। उन्होंने सिने जगत में बतौर एक बाल कलाकार प्रवेश किया। महज 8 साल की उम्र में फिल्म 'रेशम' में अभिनेत्री सुरैया के बचपन का रोल किया था।

परिचय

बेबी नाज़ ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बाल कलाकार कदम रखा। माता-पिता ने नाज़ का नाम 'सलमा बेग' रखा था। सलमा ने महज 8 साल की उम्र में फिल्म 'रेशम' में अभिनेत्री सुरैया के बचपन का रोल निभाया। सलमा के पिता लेखक थे, जो संघर्ष करते रहे। पिता के दोस्त प्रोड्यूसर लेखराज ने पहली बार सलमा को फिल्म में काम करने का मौका दिया था। हालांकि पहले पिता नहीं चाहते थे कि वह फिल्मों में काम करें, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से वह सलमा के काम करने के लिए तैयार हो गए।

विवाह

बेबी नाज़ के विवाह से जुड़ा एक क़िस्सा है-

एक वाकया साल 1963 में रिलीज हुई फिल्म 'देखा प्यार तुम्हारा' की शूटिंग के दौरान का है। डायरेक्टर के. परवेज के निर्देशन बनी इस फिल्म के हीरो थे अपने समय के प्रसिद्ध अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के भांजे सुबीराज। सुबीराज को फिल्मों में अधिक्तर पुलिस ऑफिसर से लेकर बिजनेसमैन की भुमिका में देखा जाता था। वहीं फिल्म की हीरोइन थीं सलमा बेग, उस वक्त तक सलमा को बेबी नाज़ से जाना जाता था। फिल्म 'देखा प्यार तुम्हारा' की शूटिंग प्रतापगढ़ के एक किले में चल रही थी।

सुबीराज और बेबी नाज़ काफी घुल-मिलने लगे थे। धीरे-धीरे यह मुलाकात प्यार में बदल गई। सुबीराज को यह मालूम था कि मुंबई जाते ही वह नाज़ से दूर हो जाएंगे। इन दोनों के विवाह के बीच दो अड़चन थीं। पहली अलग-अलग धर्म और दूसरी नाज़ के काम करने से ही परिवार चलता था। सुबीराज बेबी नाज़ से दूर नहीं होना चाहते थे। एक दिन सुबीराज ने शूटिंग के दौरान ही बेबी नाज़ की मांग में सिंदूर भरकर उनसे शादी कर ली। उस वक्त इस खबर ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था।

मृत्यु

बेबी नाज़ की मृत्यु 19 अक्टूबर, 1995 को हुई।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

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