संकेत महादेव: Difference between revisions

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संकेत महादेव को बचपन से ही खेलकूद में काफी लगाव रहा है, लेकिन खेलकूद में कॅरियर बनाना उनके [[पिता]] का सपना था। उनके पिता एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं, जहां [[परिवार]] की स्थिति ठीक ना होने के कारण वह खेल में अपना कॅरियर ना बना पाए और छोटी उम्र में ही कार्य करना पड़ा। जिसके बाद उनके पिता चाहते थे कि उनके बच्चे खेलकूद में अपना कॅरियर बनाएं। उनके पिता की दुकान के पास एक जिम था, जहां एक प्रचलित वेटलिफ्टर ट्रेनिंग देते थे, जिनका नाम मयूर सिंहसाने था और उन्हें प्यार से संकेत महादेव 'नाना सिंहसाने' कहकर बुलाया करते थे। साल [[2017]] में उनके पिता ने दुकान के पास मौजूद दिग्विजय व्यामशाला में इनका नाम लिखवा दिया ताकि उनका बच्चा रोजाना जाकर वहां जिम कर सके। धीरे-धीरे वहां वेटलिफ्टिंग के खेल में उनकी रूचि बढ़ने लगी और मयूर सिंहसाने के साथ उन्होंने 2017 से वेटलिफ्टिंग की प्रैक्टिस शुरू कर दी। प्रैक्टिस शुरू करने के कुछ महीने बाद 2017 में महाराष्ट्र जूनियर वेटलिफ्टिंग कंपटीशन में संकेत ने 49 कि.ग्रा. के वर्ग में 194 कि.ग्रा. उठाकर स्वर्ण पदक जीता।


इसके बाद [[2018]] में विजाग जूनियर राष्ट्रीय युवा चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इसके बाद [[2021]] के कॉमनवेल्थ गेम में वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक संकेत ने जीता। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 55 वर्ग में शामिल होकर 256 कि.ग्रा. का वजन उठाया था जो [[भारत]] का रिकॉर्ड है। इसके अलावा [[अक्टूबर 2021]] में एन.आई.एस पटियाला का प्रतिनिधित्व किया। 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' में संकेत महादेव ने भी गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद [[2020]] में हुए 'खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी' में भी संकेत ने गोल्ड मेडल जीता।<ref name="pp">
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==कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में रजत विजेता==
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भारतीय वेटलिफ्टर संकेत महादेव ने कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 (बर्मिघम, इंग्लैंड) में पुरुषों के 55 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में यह [[भारत]] का पहला मेडल था। इस मुकाबले का गोल्ड मेडल [[मलेशिया]] के मोहम्मद अनीक ने जीता। संकेत महादेव 248 किलोग्राम भार उठा सके। उन्हें क्लीन एंड जर्क के तीसरे प्रयास में हल्की चोट लगी, जिसके चलते वह गोल्ड मेडल से चूक गए। संकेत महादेव ने स्नैच में 113 और क्लीन एंड जर्क में 135 किलोग्राम भार उठाया।<ref>{{cite web |url= https://hindi.news18.com/news/sports/sanket-mahadev-sargar-won-silver-medal-in-weightlifting-at-commonwealth-games-2022-4431036.html|title=संकेत महादेव सरगर ने जीता सिल्वर मेडल|accessmonthday=03 जुलाई|accessyear=2022 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=hindi.news18.com |language=हिंदी}}</ref>
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Revision as of 07:42, 3 August 2022

संकेत महादेव सरगर (अंग्रेज़ी: Sanket Mahadev Sargar, जन्म- 16 अक्टूबर, 2000) भारतीय भारोत्तोलक (वेटलिफ़्टर) खिलाड़ी हैं। उन्होंने हाल ही में राष्ट्रमंडल खेल, 2022 (कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022, बर्मिघम, इंग्लैंड) में भारत के लिये रजत पदक जीता है। संकेत महादेव ने 55 कि.ग्रा. भारवर्ग में रजत पर कब्जा किया। उन्होंने स्नैच में अपने तीनों लिफ्ट सफलतापूर्वक उठाये और सबसे आगे रहे। स्नैच में उन्होंने 113 कि.ग्रा. वज़न उठाया तो क्लीन एंड जर्क में एक सफल प्रयास किया और 135 कि.ग्रा. की लिफ्ट की। उन्होंने कुल 245 कि.ग्रा. का वज़न उठाया।

परिचय

संकेत महादेव का जन्म 16 अक्टूबर, 2000 को महाराष्ट्र के नागपुर जिले के सांगली नाम के छोटे से स्थान में हुआ था। उनके पिता महादेव सागर 1990 के दशक में महाराष्ट्र आए थे, जहां उन्होंने अपना पहला व्यापार ठेले पर फल बेचने से शुरू किया। उसके बाद पैसा जुटाकर उन्होंने चाय की दुकान खोली। आज उनकी चाय पानी की दुकान काफी अच्छी चल रही है।

एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हुए नागपुर के शिवाजी यूनिवर्सिटी से संकेत महादेव ने इतिहास विषय में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। अपनी शिक्षा के साथ-साथ वेटलिफ्टिंग की प्रैक्टिस अपनी दुकान के बगल में मौजूद एक जिम में करते थे। यह जानकर आश्चर्य होता है कि संकेत महादेव की छोटी बहन काजोल सागर चौथे 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' की पहली गोल्ड मेडलिस्ट बनी हैं। मयूर सिंहसाने के साथ संकेत महादेव साल 2017 से वेटलिफ्टिंग की प्रशिक्षण ले रहे हैं।[1]

कॅरियर

संकेत महादेव ने अपने साक्षात्कार में बताया कि अगर उन्होंने थोड़ी और मेहनत की होती तो शायद वह गोल्ड मेडल जीत जाते। वह बताते हैं कि जिस समय उन्होंने गुरुराज को गोल्ड कोस्ट खेलों में रजत पदक जीतते हुए देखा, तब उनके मन में पदक जीतने का विचार आया। इससे पहले वे वेटलिफ्टिंग का प्रशिक्षण ले रहे थे; मगर उनके मन में एक वेटलिफ्टर के रूप में आगे कॅरियर बनाने का कोई विचार नहीं था।

संकेत महादेव को बचपन से ही खेलकूद में काफी लगाव रहा है, लेकिन खेलकूद में कॅरियर बनाना उनके पिता का सपना था। उनके पिता एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखते हैं, जहां परिवार की स्थिति ठीक ना होने के कारण वह खेल में अपना कॅरियर ना बना पाए और छोटी उम्र में ही कार्य करना पड़ा। जिसके बाद उनके पिता चाहते थे कि उनके बच्चे खेलकूद में अपना कॅरियर बनाएं। उनके पिता की दुकान के पास एक जिम था, जहां एक प्रचलित वेटलिफ्टर ट्रेनिंग देते थे, जिनका नाम मयूर सिंहसाने था और उन्हें प्यार से संकेत महादेव 'नाना सिंहसाने' कहकर बुलाया करते थे। साल 2017 में उनके पिता ने दुकान के पास मौजूद दिग्विजय व्यामशाला में इनका नाम लिखवा दिया ताकि उनका बच्चा रोजाना जाकर वहां जिम कर सके। धीरे-धीरे वहां वेटलिफ्टिंग के खेल में उनकी रूचि बढ़ने लगी और मयूर सिंहसाने के साथ उन्होंने 2017 से वेटलिफ्टिंग की प्रैक्टिस शुरू कर दी। प्रैक्टिस शुरू करने के कुछ महीने बाद 2017 में महाराष्ट्र जूनियर वेटलिफ्टिंग कंपटीशन में संकेत ने 49 कि.ग्रा. के वर्ग में 194 कि.ग्रा. उठाकर स्वर्ण पदक जीता।

इसके बाद 2018 में विजाग जूनियर राष्ट्रीय युवा चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता। इसके बाद 2021 के कॉमनवेल्थ गेम में वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक संकेत ने जीता। उन्होंने इस प्रतियोगिता में 55 वर्ग में शामिल होकर 256 कि.ग्रा. का वजन उठाया था जो भारत का रिकॉर्ड है। इसके अलावा अक्टूबर 2021 में एन.आई.एस पटियाला का प्रतिनिधित्व किया। 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' में संकेत महादेव ने भी गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद 2020 में हुए 'खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी' में भी संकेत ने गोल्ड मेडल जीता।[1]

कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में रजत विजेता

भारतीय वेटलिफ्टर संकेत महादेव ने कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 (बर्मिघम, इंग्लैंड) में पुरुषों के 55 किलोग्राम भारवर्ग में रजत पदक जीता। कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में यह भारत का पहला मेडल था। इस मुकाबले का गोल्ड मेडल मलेशिया के मोहम्मद अनीक ने जीता। संकेत महादेव 248 किलोग्राम भार उठा सके। उन्हें क्लीन एंड जर्क के तीसरे प्रयास में हल्की चोट लगी, जिसके चलते वह गोल्ड मेडल से चूक गए। संकेत महादेव ने स्नैच में 113 और क्लीन एंड जर्क में 135 किलोग्राम भार उठाया।[2]

मलेशिया के मोहम्मद अनीक ने कुल 249 कि.ग्रा. वजन उठाकर क्लीन एंड जर्क में खेलों का नया रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड मेडल हासिल किया। उन्होंने स्नैच में 107 और क्लीन एंड जर्क में 142 किलो वजन उठाया। श्रीलंका के दिलांका इसुरू कुमारा ने 225 कि.ग्रा. वजन उठाकर कांस्य पदक जीता। संकेत महादेव स्नैच में शीर्ष पर रहे थे, लेकिन क्लीन एंड जर्क में एक ही प्रयास कामयाब रहा जिसमें उन्होंने 135 कि.ग्रा. वजन उठाया। इसके बाद चोट के कारण वह दूसरे और तीसरे प्रयास में 139 कि.ग्रा. नहीं उठा सके।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 कौन हैं संकेत महादेव सागर? (हिंदी) easyhindi.in। अभिगमन तिथि: 03 जुलाई, 2022।
  2. संकेत महादेव सरगर ने जीता सिल्वर मेडल (हिंदी) hindi.news18.com। अभिगमन तिथि: 03 जुलाई, 2022।

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