विजेन्द्र सिंह: Difference between revisions

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*विजेन्द्र का जन्म [[29 अक्टूबर]], [[1983]] को [[कलुवास]] (भिवानी ज़िला) गाँव, [[हरियाणा]] में हुआ था।  
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*विजेन्द्र ने मुक्केबाज़ी की शुरूआत बचपन में भिवानी बॉक्सिंग क्लब से कोच जगदीश सिंह की देख-रेख में की।  
*विजेन्द्र ने मुक्केबाज़ी की शुरूआत बचपन में भिवानी बॉक्सिंग क्लब से कोच जगदीश सिंह की देख-रेख में की।  
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विजेन्द्र कुमार ने [[22 अगस्त]], [[2008]] को बीजिंग ओलम्पिक में मुक्केबाज़ी के सेमीफ़ाइनल के मिडिल वेट में क्यूबा के अमीलो कोररिया से 5-8 बार पराजित होने के बाद भारतीय ओलम्पिक के इतिहास में मुक्केबाज़ी की स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले प्रथम भारतीय मुक्केबाज़ बन गये।
विजेन्द्र कुमार ने [[22 अगस्त]], [[2008]] को बीजिंग ओलम्पिक में मुक्केबाज़ी के सेमीफ़ाइनल के मिडिल वेट में क्यूबा के अमीलो कोररिया से 5-8 बार पराजित होने के बाद भारतीय ओलम्पिक के इतिहास में मुक्केबाज़ी की स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले प्रथम भारतीय मुक्केबाज़ बन गये।
विजेन्द्र कुमार ने बीजिंग ओलम्पिक में मुक्केबाज़ी के प्रथम चरण में गाम्बिया के बडोऊ ज़ैक को 13-2 से पराजित किया। दूसरे चरण में थाइलैंण्ड के अंगकान चोमफुहफुआंग को 13-3 से पराजित कर क्वार्टर फ़ाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फ़ाइनल में इक्वाडोर के कारलोस गोजगोरा को 9-4 से पराजित कर सेमीफ़ाइनल में पहुँच कांस्य पदक पक्का कर लिया था।
विजेन्द्र कुमार ने बीजिंग ओलम्पिक में मुक्केबाज़ी के प्रथम चरण में गाम्बिया के बडोऊ ज़ैक को 13-2 से पराजित किया। दूसरे चरण में थाइलैंण्ड के अंगकान चोमफुहफुआंग को 13-3 से पराजित कर क्वार्टर फ़ाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फ़ाइनल में इक्वाडोर के कारलोस गोजगोरा को 9-4 से पराजित कर सेमीफ़ाइनल में पहुँच कांस्य पदक पक्का कर लिया था।

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thumb|250px|विजेन्द्र कुमार सिंह
Vijender Kumar Singh

  • विजेन्द्र एक सुप्रसिद्ध मुक्केबाज़ खिलाड़ी है।
  • विजेन्द्र का जन्म 29 अक्टूबर, 1983 को कलुवास (भिवानी ज़िला) गाँव, हरियाणा में हुआ था।
  • विजेन्द्र ने मुक्केबाज़ी की शुरूआत बचपन में भिवानी बॉक्सिंग क्लब से कोच जगदीश सिंह की देख-रेख में की।

बीजिंग ओलम्पिक

विजेन्द्र कुमार ने 22 अगस्त, 2008 को बीजिंग ओलम्पिक में मुक्केबाज़ी के सेमीफ़ाइनल के मिडिल वेट में क्यूबा के अमीलो कोररिया से 5-8 बार पराजित होने के बाद भारतीय ओलम्पिक के इतिहास में मुक्केबाज़ी की स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाले प्रथम भारतीय मुक्केबाज़ बन गये। विजेन्द्र कुमार ने बीजिंग ओलम्पिक में मुक्केबाज़ी के प्रथम चरण में गाम्बिया के बडोऊ ज़ैक को 13-2 से पराजित किया। दूसरे चरण में थाइलैंण्ड के अंगकान चोमफुहफुआंग को 13-3 से पराजित कर क्वार्टर फ़ाइनल में प्रवेश किया। क्वार्टर फ़ाइनल में इक्वाडोर के कारलोस गोजगोरा को 9-4 से पराजित कर सेमीफ़ाइनल में पहुँच कांस्य पदक पक्का कर लिया था।

खेल उपलब्धियाँ

  • जगदीश सिंह को वर्ष 2008 में भारत के सर्वोच्च खेल प्रशिक्षक पुरस्कार द्रोणाचार्य अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
  • विजेन्द्र ने वर्ष 2004 के एथेंस ओलम्पिक में सर्वप्रथम भाग लिया, किन्तु वह वेल्टर वेट वर्ग में तुर्की के मुस्तफ़ा कारागोलेयू से 20-25 से पराजित हो गये।
  • राष्ट्रमण्डल खेल वर्ष 2006 में इंग्लैंण्ड के नील पिरकिन्स को सेमीफ़ाइनल में पराजित कर फ़ाइनल में प्रवेश किया, किन्तु दक्षिण अफ़्रीका के बोनगानी मविलासी से पराजित हो गए और कांस्य पदक ही जीत सके।
  • दोहा ओलम्पिक खेल वर्ष 2006 में मुक्केबाज़ी मिडिल वेट वर्ग में कजाकिस्तान के बख़्तियार अरतायेव से सेमीफ़ाइनल में 24-29 से पराजित होकर कांस्य पदक जीत सके।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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