नागा पहाड़ियाँ: Difference between revisions
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'''नागा पहाड़ियाँ''' [[भारत]] और [[म्यांमार]]<ref>भूतपूर्व वर्मा</ref> की सीमा पर जटिल पर्वतीय अवरोध का एक हिस्सा है। नागा पहाड़ियाँ अराकान योमा प्रणाली का उत्तरी विस्तार है और भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित सारामती पर्वतश्रेणी पर उनकी ऊंचाई 3,826 मीटर तक पहुँच जाती है। इस श्रृंखला का भारत स्थित हिस्सा 1961 तक [[असम]] का नागा पर्वतीय ज़िला था और 1963 से यह [[नागालैंड]] का अंग है इन पहाड़ियों में मानसून की भारी [[वर्षा]] होती है और ये स्वाभाविक रूप से घने जंगलों से ढकी हुई है। इन पहाड़ियों में [[नागा]] जनजातियों के गांव स्थित हैं। | '''नागा पहाड़ियाँ''' [[भारत]] और [[म्यांमार]]<ref>भूतपूर्व वर्मा</ref> की सीमा पर जटिल पर्वतीय अवरोध का एक हिस्सा है। नागा पहाड़ियाँ अराकान योमा प्रणाली का उत्तरी विस्तार है और भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित सारामती पर्वतश्रेणी पर उनकी ऊंचाई 3,826 मीटर तक पहुँच जाती है। इस श्रृंखला का भारत स्थित हिस्सा 1961 तक [[असम]] का नागा पर्वतीय ज़िला था और 1963 से यह [[नागालैंड]] का अंग है इन पहाड़ियों में मानसून की भारी [[वर्षा]] होती है और ये स्वाभाविक रूप से घने जंगलों से ढकी हुई है। इन पहाड़ियों में [[नागा]] जनजातियों के गांव स्थित हैं। | ||
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Revision as of 11:03, 12 June 2012
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thumb|250px|नागा पहाड़ियाँ नागा पहाड़ियाँ भारत और म्यांमार[1] की सीमा पर जटिल पर्वतीय अवरोध का एक हिस्सा है। नागा पहाड़ियाँ अराकान योमा प्रणाली का उत्तरी विस्तार है और भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित सारामती पर्वतश्रेणी पर उनकी ऊंचाई 3,826 मीटर तक पहुँच जाती है। इस श्रृंखला का भारत स्थित हिस्सा 1961 तक असम का नागा पर्वतीय ज़िला था और 1963 से यह नागालैंड का अंग है इन पहाड़ियों में मानसून की भारी वर्षा होती है और ये स्वाभाविक रूप से घने जंगलों से ढकी हुई है। इन पहाड़ियों में नागा जनजातियों के गांव स्थित हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भूतपूर्व वर्मा