फागु पूर्णिमा: Difference between revisions
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Revision as of 10:33, 15 March 2013
फागु पूर्णिमा अथवा फगुआ नामक त्योहार बिहार की होली के रूप में जाना जाता है। फागु मतलब लाल रंग और पूर्णिमा यानी पूरा चंद्रमा।
उत्सव
बिहार और इससे लगे उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में इसे हिंदी नववर्ष के उत्सव के रूप में मनाते हैं। लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं। होली का त्योहार तीन दिनों तक मनाया जाता है। पहले दिन रात में होलिका दहन होता है, जिसे यहाँ संवत्सर दहन के नाम से भी जाना जाता है और लोग इस आग के चारों ओर घूमकर नृत्य करते हैं। अगले दिन इससे निकले राख से होली खेली जाती है, जो धुलेठी कहलाती है और तीसरा दिन रंगों का होता है। स्त्री और पुरुषों की टोलियाँ घर-घर जाकर डोल की थाप पर नृत्य करते हैं, एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाते हैं और पकवान खाते हैं।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
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