बराकर नदी: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
*[[छोटा नागपुर]] की पहाड़ियों से निकलकर यह नदी [[हज़ारीबाग़ ज़िला|हज़ारीबाग़]] और [[गिरिडीह ज़िला|गिरिडीह]], [[धनबाद ज़िला|धनबाद ज़िले]] से होकर [[पश्चिमी बंगाल]] की सीमा में प्रवेश करती है।  
*[[छोटा नागपुर]] की पहाड़ियों से निकलकर यह नदी [[हज़ारीबाग़ ज़िला|हज़ारीबाग़]] और [[गिरिडीह ज़िला|गिरिडीह]], [[धनबाद ज़िला|धनबाद ज़िले]] से होकर [[पश्चिम बंगाल]] की सीमा में प्रवेश करती है।  
*आगे चलकर यह [[दामोदर नदी|दामोदर]] में मिल जाती है।  
*आगे चलकर यह [[दामोदर नदी|दामोदर]] में मिल जाती है।  
*अन्य पठारी नदियों की तरह यह भी बरसाती नदी है, जिसमें वर्षा के मौसम में तेज़ जलधारा का बहाव होता है, लेकिन बाद में पानी का अभाव हो जाता है।  
*अन्य पठारी नदियों की तरह यह भी बरसाती नदी है, जिसमें वर्षा के मौसम में तेज़ जलधारा का बहाव होता है, लेकिन बाद में पानी का अभाव हो जाता है।  

Revision as of 07:43, 20 August 2010

  • छोटा नागपुर की पहाड़ियों से निकलकर यह नदी हज़ारीबाग़ और गिरिडीह, धनबाद ज़िले से होकर पश्चिम बंगाल की सीमा में प्रवेश करती है।
  • आगे चलकर यह दामोदर में मिल जाती है।
  • अन्य पठारी नदियों की तरह यह भी बरसाती नदी है, जिसमें वर्षा के मौसम में तेज़ जलधारा का बहाव होता है, लेकिन बाद में पानी का अभाव हो जाता है।
  • इस नदी का धार्मिक महत्व भी है।
  • इस नदी का उल्लेख बौद्ध एवं जैन धार्मिक ग्रन्थों में हुआ है।
  • गिरिडीह के नज़दीक इस नदी के तट पर बराकर नामक स्थान है, जहाँ जैन मन्दिर है।
  • मैथन के पास बराकर नदी के तट पर कल्याणेश्वरी नामक देवी मन्दिर है।
  • दामोदर घाटी परियोजना के अन्तर्गत बराकर नदी पर बाँध निर्माण कर एक जलाशय का निर्माण किया गया है, जो मैथन डैम के नाम से प्रसिद्ध है।
  • इस डैम से जल-विद्युत का उत्पादन किया जाता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

सम्बंधित लिंक