पूजा सिहाग: Difference between revisions
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[[हरियाणा]] से आने वाली पूजा सिहाग का जन्म हांसी शहर में एक किसान [[परिवार]] में हुआ। उनके पहलवान बनने का सपना उनके [[पिता]] ने ही देखा था। पूजा सिहाग ने केवल 13 साल की उम्र में [[कुश्ती]] खेलना शुरू किया था। उन्होंने जूनियर एशियाई चैंपियनशिप [[2014]], [[2015]] और [[2017]] में कांस्य और [[2016]] में रजत पदक जीता था। [[2021]] एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य अपने नाम किया। | [[हरियाणा]] से आने वाली पूजा सिहाग का जन्म हांसी शहर में एक किसान [[परिवार]] में हुआ। उनके पहलवान बनने का सपना उनके [[पिता]] ने ही देखा था। पूजा सिहाग ने केवल 13 साल की उम्र में [[कुश्ती]] खेलना शुरू किया था। उन्होंने जूनियर एशियाई चैंपियनशिप [[2014]], [[2015]] और [[2017]] में कांस्य और [[2016]] में रजत पदक जीता था। [[2021]] एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य अपने नाम किया। | ||
==कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022== | ==कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022== | ||
कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 के 9वें दिन महिला फ्रीस्टाइल 76 कि.ग्रा. भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में जीत दर्ज करते हुए पूजा सिहाग ने भारत की झोली में पदक डाला। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रूइन को हराकर कांस्य पदक हासिल किया। कोवेंट्री एरिना रेसलिंग के मैट बी पर हुए मुकाबले में पूजा सिहाग ने ऑस्ट्रेलियाई पहलवान को पटकनी देकर एक के बाद एक लगातार 6 प्वाइंट अपने नाम किए। इसके बाद दो और प्वाइंट अपने नाम करते हुए पहले राउंड में पूजा सिहाग ने 8-0 से बढ़त बनाई। | कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 के 9वें दिन महिला फ्रीस्टाइल 76 कि.ग्रा. भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में जीत दर्ज करते हुए पूजा सिहाग ने [[भारत]] की झोली में पदक डाला। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रूइन को हराकर कांस्य पदक हासिल किया। कोवेंट्री एरिना रेसलिंग के मैट बी पर हुए मुकाबले में पूजा सिहाग ने ऑस्ट्रेलियाई पहलवान को पटकनी देकर एक के बाद एक लगातार 6 प्वाइंट अपने नाम किए। इसके बाद दो और प्वाइंट अपने नाम करते हुए पहले राउंड में पूजा सिहाग ने 8-0 से बढ़त बनाई। | ||
हालांकि, दूसरे राउंड में ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रूइन ने पूजा के ऊपर दबाव बनाकर वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन वो असफल रहीं। पूजा सिहाग ने अंत में नाओमी को मैट के बाहर करते हुए दो और प्वाइंट अपने खाते में जोड़े और मुकाबले को 10-0 से जीतते हुए भारत के खाते में एक और कांस्य पदक जोड़ दिया। भारतीय पहलवान पूजा सिहाग ने दिन के अपने पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड की मिशेल मॉन्टेग को मैट पर 5-3 के अंतर से हराया था। इस जीत के साथ ही पूजा ने महिला फ्रीस्टाइल 76 कि.ग्रा. भार वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। | हालांकि, दूसरे राउंड में ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रूइन ने पूजा के ऊपर दबाव बनाकर वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन वो असफल रहीं। पूजा सिहाग ने अंत में नाओमी को मैट के बाहर करते हुए दो और प्वाइंट अपने खाते में जोड़े और मुकाबले को 10-0 से जीतते हुए भारत के खाते में एक और कांस्य पदक जोड़ दिया। भारतीय पहलवान पूजा सिहाग ने दिन के अपने पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड की मिशेल मॉन्टेग को मैट पर 5-3 के अंतर से हराया था। इस जीत के साथ ही पूजा ने महिला फ्रीस्टाइल 76 कि.ग्रा. भार वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। | ||
पूजा सिहाग अपनी लय को बरकरार नहीं रख पा रही थीं और महिलाओं के 76 कि.ग्रा. सेमीफाइनल में उन्हें कनाडा की जस्टिना डि स्टासियो के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। | पूजा सिहाग अपनी लय को बरकरार नहीं रख पा रही थीं और महिलाओं के 76 कि.ग्रा. सेमीफाइनल में उन्हें कनाडा की जस्टिना डि स्टासियो के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। कनाडा के पहलवान ने पहले ही राउंड में 6 अंकों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी। इसके बाद दूसरे हाफ में वह काफी डिफेंसिव रहीं और भारतीय पहलवान को स्कोर करने का कोई मौका न देते हुए 6-0 की बढ़त के साथ फाइनल में अपनी जगह पक्की की। इससे पहले ही [[कुश्ती]] स्पर्धा में [[बजरंग पुनिया]] (स्वर्ण), [[साक्षी मलिक]] (स्वर्ण), [[अंशु मलिक]] (रजत), [[दीपक पुनिया]] (स्वर्ण) ने मैट पर अपने शानदार दांव-पेच लगाते हुए [[भारत]] के लिए पदक हासिल किया था। | ||
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Latest revision as of 13:03, 16 August 2022
पूजा सिहाग
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पूरा नाम | पूजा सिहाग |
जन्म | 17 जुलाई, 1997 |
कर्म भूमि | भारत |
खेल-क्षेत्र | फ्रीस्टाइल कुश्ती |
प्रसिद्धि | भारतीय पहलवान |
नागरिकता | भारतीय |
कॉमनवेल्थ गेम्स | बर्मिघम, 2022 - 76 कि.ग्रा. वर्ग - कांस्य पदक |
एशियन चैम्पियनशिप | अल्माटी, 2021 - 76 कि.ग्रा. वर्ग - कांस्य पदक |
एशियन अंडर-23 चैम्पियनशिप | उलानबतर, 2019 - रजत पदक |
अन्य जानकारी | पूजा सिहाग ने जूनियर एशियाई चैंपियनशिप 2014, 2015 और 2017 में कांस्य और 2016 में रजत पदक जीता था। |
अद्यतन | 12:10, 15 अगस्त 2022 (IST)
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पूजा सिहाग (अंग्रेज़ी: Pooja Sihag, जन्म- 17 जुलाई, 1997) भारतीय महिला फ्रीस्टाइल पहलवान हैं। उन्होंने बर्मिंघम, इंग्लैंड में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 में भारत के लिये कांस्य पदक जीता है। पूजा सिहाग ने कॉमनवेल्थ गेम्स में महिलाओं की फ्रीस्टाइल कुश्ती के 76 कि.ग्रा. वर्ग में यह पदक जीता। उन्होंने कांस्य पदक के मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रुइन के खिलाफ जीत हासिल।
परिचय
हरियाणा से आने वाली पूजा सिहाग का जन्म हांसी शहर में एक किसान परिवार में हुआ। उनके पहलवान बनने का सपना उनके पिता ने ही देखा था। पूजा सिहाग ने केवल 13 साल की उम्र में कुश्ती खेलना शुरू किया था। उन्होंने जूनियर एशियाई चैंपियनशिप 2014, 2015 और 2017 में कांस्य और 2016 में रजत पदक जीता था। 2021 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य अपने नाम किया।
कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022
कॉमनवेल्थ गेम्स, 2022 के 9वें दिन महिला फ्रीस्टाइल 76 कि.ग्रा. भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में जीत दर्ज करते हुए पूजा सिहाग ने भारत की झोली में पदक डाला। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रूइन को हराकर कांस्य पदक हासिल किया। कोवेंट्री एरिना रेसलिंग के मैट बी पर हुए मुकाबले में पूजा सिहाग ने ऑस्ट्रेलियाई पहलवान को पटकनी देकर एक के बाद एक लगातार 6 प्वाइंट अपने नाम किए। इसके बाद दो और प्वाइंट अपने नाम करते हुए पहले राउंड में पूजा सिहाग ने 8-0 से बढ़त बनाई।
हालांकि, दूसरे राउंड में ऑस्ट्रेलिया की नाओमी डी ब्रूइन ने पूजा के ऊपर दबाव बनाकर वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन वो असफल रहीं। पूजा सिहाग ने अंत में नाओमी को मैट के बाहर करते हुए दो और प्वाइंट अपने खाते में जोड़े और मुकाबले को 10-0 से जीतते हुए भारत के खाते में एक और कांस्य पदक जोड़ दिया। भारतीय पहलवान पूजा सिहाग ने दिन के अपने पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड की मिशेल मॉन्टेग को मैट पर 5-3 के अंतर से हराया था। इस जीत के साथ ही पूजा ने महिला फ्रीस्टाइल 76 कि.ग्रा. भार वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
पूजा सिहाग अपनी लय को बरकरार नहीं रख पा रही थीं और महिलाओं के 76 कि.ग्रा. सेमीफाइनल में उन्हें कनाडा की जस्टिना डि स्टासियो के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। कनाडा के पहलवान ने पहले ही राउंड में 6 अंकों की बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी। इसके बाद दूसरे हाफ में वह काफी डिफेंसिव रहीं और भारतीय पहलवान को स्कोर करने का कोई मौका न देते हुए 6-0 की बढ़त के साथ फाइनल में अपनी जगह पक्की की। इससे पहले ही कुश्ती स्पर्धा में बजरंग पुनिया (स्वर्ण), साक्षी मलिक (स्वर्ण), अंशु मलिक (रजत), दीपक पुनिया (स्वर्ण) ने मैट पर अपने शानदार दांव-पेच लगाते हुए भारत के लिए पदक हासिल किया था।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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