गुरजीत कौर

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गुरजीत कौर
पूरा नाम गुरजीत कौर
जन्म 25 अक्टूबर, 1995
जन्म भूमि अमृतसर, पंजाब
अभिभावक पिता- सतनाम सिंह

माता- हरजिंदर कौर

कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र हॉकी
प्रसिद्धि हॉकी खिलाड़ी
नागरिकता भारतीय
खेल स्थान डिफेंडर
अन्य जानकारी गुरजीत कौर ने हॉकी विश्व कप, 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। वह आठ गोल के साथ विश्व कप में भारतीय टीम की सबसे सफल गोल करने वाली खिलाड़ी रही थीं।

गुरजीत कौर (अंग्रेज़ी: Gurjit Kaur, जन्म- 25 अक्टूबर, 1995, पंजाब) भारत की हॉकी खिलाड़ी हैं। भारतीय हॉकी टीम में वह डिफेंडर की भूमिका निभाती हैं। इसके साथ ही वह टीम की ड्रैग फ्लिकर भी हैं। गुरजीत कौर ने हॉकी विश्व कप, 2018 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। वह आठ गोल के साथ विश्व कप में भारतीय टीम की सबसे सफल गोल करने वाली खिलाड़ी रही थीं, जिसमें भारतीय टीम महाद्वीपीय चैंपियन के रूप में विजयी हुई।

परिचय

गुरजीत कौर का जन्म पंजाब के अमृतसर के मियादी कलान गांव में हुआ था। वह किसान परिवार के घर पैदा हुईं, जिनके माता-पिता सतनाम सिंह और हरजिंदर कौर है। उन्होंने शुरुआती शिक्षा गाँव से 13 कि.मी. दूर एक निजी विद्यालय से प्राप्त की। बाद में 2006 में गुरजीत कौर को कैरॉन भेज दिया गया। कैरॉन सबसे पुरानी और सबसे प्रसिद्ध महिला हॉकी नर्सरी में से एक है। यही वह जगह है जहाँ उन्होंने अपनी बहन के साथ हॉकी के खेल के लिए अपने जुनून की खोज की। हॉकी में उनकी उत्कृष्टता ने उन्हें विद्यालय की सरकारी शाखा में एक स्थान दिया, जिससे उन्हें मुफ्त शिक्षा और भोजन दिया गया, जिससे उनके परिवार को राहत मिली।

कॅरियर

गुरजीत कौर को देश के लिए खेलने का पहला मौका 2014 में सीनियर नेशनल कैंप मिला। हालांकि, वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पायीं। वह केवल एकमात्र महिला खिलाड़ी हैं जो 2017 में भारतीय महिला हॉकी टीम की स्थायी सदस्य बनीं। एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा था कि- "ड्रैग फ्लिक करने की तकनीक की अच्छी तरह से सीख मेरे कॅरियर का टर्निंग प्वाइंट रहा। हॉकी टीम में हर किसी की अपनी भूमिका होती है और मुझे खुशी है कि मैंने अपनी टीम के लिए एक अच्छी ड्रैग फ्लिकर बनने के लिए अच्छे प्रयास किए। मुझे मेरा कॅरियर आगे बढ़ने के साथ ड्रैग फ्लिक सीखने और उसमें अभ्यस्त बनने में अपनी साथियों और कोचों से काफी मदद मिली"। गुरजीत 2018 में एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं।


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