राइन नदी
राइन नदी व्यावसायिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। यह नदी यूरोप के कई देशों से होकर प्रवाहित होती है। इस नदी की लंबाई 700 मील है। स्विट्जरलैंड से निकलकर यह स्विट्जरलैंड एवं ऑस्ट्रिया, स्विट्सरलैंड एवं जर्मनी, जर्मनी एवं फ़्राँस के मध्य सीमा का निर्माण करती है, तत्पश्चात् जर्मनी एवं हॉलैंड में बहती हुई उत्तरी सागर में विलीन हो जाती है।
- स्विट्जरलैंड में हिंटर राइन एवं बोरडर राइन मिलकर मुख्य राइन नदी का निर्माण करती हैं, जिसकी घाटी 'बुकस' के नीचे चौड़ी हो जाती है।
- बाज़ेल के बाद नदी जर्मनी में 'बॉज़' और ब्लैक फॉरेस्ट के गिरिपिंडों के मध्य में बहती है।
- हॉलैंड में राइन नदी की दो शाखाएँ हो जाती हैं, जिनमें से एक ही उपशाखा ज़्यूडर ज़ी झील में गिरती है।
- खनिज संपत्ति से भरपूर औद्योगिक क्षेत्र में बहने एवं संसार के सर्वाधिक व्यस्त सागर में गिरने के कारण नदी का महत्व व्यापारिक मार्ग के रूप में बहुत है।
- नदी बाज़ेल से मुहाने तक बिना किसी अवरोध के नाव्य है। मुहाने पर रॉटरडैम, ऐम्सटरडैम एवं ऐंटवर्प, मध्य में डूज़वर्ग, रूरोर्ट, कोलोन एवं ऊपरी घाटी में मैनहाइम, राइनाव एवं लूटविक्सहाफेन आदि बंदरगाह हैं।
- इस नदी से आगे जाने वाले सामान का 4/5 भाग कोयला तथा लोहा एवं अनाज होता है।[1]
|
|
|
|
|