अविमुक्ततीर्थ मथुरा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
(7 intermediate revisions by 5 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
*यहाँ पर स्वयं [[काशी]] विश्वनाथ [[महादेव]] भगवद आराधना करते हैं। | *यहाँ पर स्वयं [[काशी]] विश्वनाथ [[महादेव]] भगवद आराधना करते हैं। | ||
*इस तीर्थ में स्नान करने वाले या प्राण त्याग करने वाले सहज ही संसार रूप आवागमन से मुक्त होकर भगवत धाम को प्राप्त करते हैं। | *इस तीर्थ में स्नान करने वाले या प्राण त्याग करने वाले सहज ही संसार रूप आवागमन से मुक्त होकर भगवत धाम को प्राप्त करते हैं। | ||
<blockquote>अविमुक्ते: नर: स्नातो मुक्तिं प्राप्नोत्यसशंयम् ।<br /> | <blockquote>अविमुक्ते: नर: स्नातो मुक्तिं प्राप्नोत्यसशंयम् ।<br /> | ||
तत्राथ मुञ्चते प्राणान् मम् लोकं स गच्छति ।।</blockquote> | तत्राथ मुञ्चते प्राणान् मम् लोकं स गच्छति ।।</blockquote> | ||
{{प्रचार}} | |||
== | {{लेख प्रगति | ||
{{ | |आधार= | ||
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==संबंधित लेख== | |||
{{ब्रज के दर्शनीय स्थल}} | |||
[[Category:ब्रज]] | [[Category:ब्रज]] |
Latest revision as of 08:36, 18 January 2011
- यहाँ पर स्वयं काशी विश्वनाथ महादेव भगवद आराधना करते हैं।
- इस तीर्थ में स्नान करने वाले या प्राण त्याग करने वाले सहज ही संसार रूप आवागमन से मुक्त होकर भगवत धाम को प्राप्त करते हैं।
अविमुक्ते: नर: स्नातो मुक्तिं प्राप्नोत्यसशंयम् ।
तत्राथ मुञ्चते प्राणान् मम् लोकं स गच्छति ।।
|
|
|
|
|