नेफियू रियो: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
(2 intermediate revisions by one other user not shown)
Line 5: Line 5:
|अन्य नाम=  
|अन्य नाम=  
|जन्म=[[11 नवंबर]], [[1950]]
|जन्म=[[11 नवंबर]], [[1950]]
|जन्म भूमि= [[कोहिमा]], [[असम]] (अब [[नागालैंड]])
|जन्म भूमि=[[कोहिमा]], [[असम]] (अब [[नागालैंड]])
|मृत्यु=
|मृत्यु=
|मृत्यु स्थान=
|मृत्यु स्थान=
Line 15: Line 15:
|क़ब्र=  
|क़ब्र=  
|नागरिकता=भारतीय
|नागरिकता=भारतीय
|प्रसिद्धि=
|प्रसिद्धि=राजनीतिज्ञ
|पार्टी=नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी)
|पार्टी=नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी)
|पद=[[नागालैंड के मुख्यमंत्री|नागालैंड के वर्तमान मुख्यमंत्री]]
|पद=[[मुख्यमंत्री]], [[नागालैंड]]
|कार्य काल=6 मार्च 2003 3 जनवरी 2008; 12 मार्च 2008 – 23 मई 2014; 8 मार्च 2018 से अब तक
|कार्य काल='''प्रथम'''-[[6 मार्च]], [[2003]] - [[3 जनवरी]], [[2008]] तक<br />
'''द्वितीय'''-[[12 मार्च]], [[2008]] - [[24 मई]], [[2013]] तक<br />
'''तृतीय'''-[[8 मार्च]], [[2018]] से अब तक
|शिक्षा=
|शिक्षा=
|भाषा=
|भाषा=
Line 33: Line 35:
|बाहरी कड़ियाँ=
|बाहरी कड़ियाँ=
|अद्यतन={{अद्यतन|19:50, 18 मार्च 2017 (IST)}}
|अद्यतन={{अद्यतन|19:50, 18 मार्च 2017 (IST)}}
}}
}}'''नेफियू रियो''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Neiphiu Rio'', जन्म- [[11 नवंबर]], [[1950]]) [[भारत के राजनीतिक दल]] 'नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी' (एनडीपीपी) के अध्यक्ष और [[नागालैंड के मुख्यमंत्री|नागालैंड के वर्तमान मुख्यमंत्री]] हैं। मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के पहले ही नेफियू रियो को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था, क्योंकि [[3 जनवरी]], [[2008]] को [[नागालैंड]] में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।
'''नेफियू रियो''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Neiphiu Rio'') नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के अध्यक्ष और [[नागालैंड के मुख्यमंत्री|नागालैंड के वर्तमान मुख्यमंत्री]] हैं।   
==जीवन परिचय==
==चौथी बार बने मुख्यमंत्री==
नेफियू रियो का जन्म [[नागालैंड]] की राजधानी [[कोहिमा]] के तुओफेमा गांव में 11 नवंबर 1950 को हुआ। रियो का परिवार नागालैंड की अंगामी नागा जनजाति से है। शुरुआती शिक्षा नेफियू रियो ने कोहिमा के बापटिस्ट इंगलिश स्कूल और [[पश्चिम बंगाल]] के पूरूलिया में स्थित सैनिक स्कूल से ग्रहण की। इसके बाद दार्जिलिंग के सेंट जोसेफ कॉलेज से स्नातक किया और अपने राज्य में लौटकर कोहिमा आर्टस कॉलेज में भी उच्च शिक्षा ग्रहण की। स्कूल कॉलेज के दिनों में ही नेफियू रियो ने छात्र नेता के रूप में पहचान स्थापित कर ली थी। काफी छोटी उम्र में इन्होंने राजनीति के क्षेत्र में खुद को आजमाना शुरू किया। 1974 में वे कोहिमा डिस्ट्रिक्ट यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ़्रंट (UDF) की युवा शाखा के अध्यक्ष बने। 1984 में उन्होंने नोर्दन अंगामी एरिया काउंसिल के चेयरमैन का पद भी संभाला। इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी नागालैंड ब्रान्च (''Indian Red Cross Society Nagaland branch'') के वे मानद उपाध्यक्ष भी रहे हैं।<ref name="knowlm"/>
2018 में हुए विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय विधानसभा में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) को 26 सीटें मिली थीं। एनडीपीपी-भाजपा गठजोड़ को 30 सीटें मिली हैं और उनको दो अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है। राज्यपाल पीबी आचार्य ने 8 मार्च, 2018 को उन्हें चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथग्रहण समारोह में [[भारतीय जनता पार्टी]] अध्यक्ष [[अमित शाह]], रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सहित [[मणिपुर]], [[अरुणाचल प्रदेश]], [[असम]] और [[मेघालय]] के मुख्यमंत्री समारोह में मौजूद रहे।  
==राजनीतिक परिचय==
 
राजनीति की मुख्य धारा में प्रवेश के बाद पहली बार नेफियू रियो ने 1989 में हुए सातवीं लोकसभा के लिए चुनावों में खुद को आजमाया। तब उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में नोर्दन अंगामी-II सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। केंद्र सरकार में उन्हें पहले खेल और स्कूली शिक्षा मंत्रालय मिला। कुछ समय बाद उन्हें उच्च व तकनीकी शिक्षा का मंत्री बना दिया गया। नेफियू रियो नागालैंड औद्योगिक विकास निगम, नागालैंड खादी एवं ग्रामीण उद्योग परिषद के अलावा नागालैंड विकास प्राधिकरण के चेयरमैन भी रहे। 1993 के लोकसभा चुनावों में नेफियू रियो दोबारा अपनी सीट से चुने गए। इस बार उन्हें वर्क्स एंड हाउसिंग (Works & Housing) मंत्रालय दिया गया। इसके बाद 1998 में जब राज्य में एस.सी.जामिर के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी तो नेफियू रियो उसमें गृहमंत्री बने। बाद में नागा मुद्दों पर मुख्यमंत्री एस.सी. जमीर से मतभेदों के चलते उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और नागा प्यूपिल्स फ्रंट (Naga People’s Front) में शामिल हो गए।
 
नागा प्यूपिल्स फ्रंट कई क्षेत्रीय नागा पार्टियों और भाजपा की राज्य इकाई का संयुक्त मंच था, जिसे डेमोक्रेटिक एलाइंस ऑफ़ नागालैंड (DAN) के गठबंधन के तहत बनाया गया था। 2003 में नेफियू रियो की अगुवाई में इस गठबंधन को राज्य विधानसभा चुनावों में जीत मिली और कांग्रेस के 10 साल से चले आ रहे शासन का अंत हो गया। 6 मार्च 2003 को रियो ने पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।<ref name="knowlm">{{cite web |url=http://www.knowledgeum.com/neiphiu-rio-biography-in-hindi//|title=नेफियू रियो की जीवनी|accessmonthday=11 मार्च|accessyear=2018 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher=www.Knowledgeum.Com|language=हिंदी }}</ref>
 
====चौथी बार बने मुख्यमंत्री====
मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के पहले ही नेफियू रियो को मुख्यमंत्री पद से हटना पडा क्योंकि 3 जनवरी 2008 को यहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। लेकिन अगले चुनाव में उनकी पार्टी फिर से सबसे बडी पार्टी के रूप में उभरी और 12 मार्च 2008 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। पांच साल बाद 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में एनपीएफ को भारी बहुमत से जीत मिली और वे तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय विधानसभा में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) को 26 सीटें मिली थीं। एनडीपीपी-भाजपा गठजोड़ को 30 सीटें मिली हैं और उनको दो अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है। राज्यपाल पीबी आचार्य ने 8 मार्च, 2018 को उन्हें चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथग्रहण समारोह में [[भारतीय जनता पार्टी]] अध्यक्ष [[अमित शाह]], रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सहित [[मणिपुर]], [[अरुणाचल प्रदेश]], [[असम]] और [[मेघालय]] के मुख्यमंत्री समारोह में मौजूद रहे।
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक3 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{नागालैंड के मुख्यमंत्री}}
{{नागालैंड के मुख्यमंत्री}}{{भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री}}
{{भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्री}}
[[Category:मुख्यमंत्री]][[Category:नागालैंड के मुख्यमंत्री]][[Category:नागालैंड]]
[[Category:चुनाव अद्यतन]]
[[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:राजनेता]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:राजनीति कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:भारतीय राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सूची]][[Category:चुनाव अद्यतन]]
[[Category:नागालैंड]]
[[Category:नागालैंड के मुख्यमंत्री]]
[[Category:राजनीतिज्ञ]][[Category:राजनेता]][[Category:राजनीति कोश]]
__INDEX__
__INDEX__
__NOTOC__

Latest revision as of 07:38, 18 March 2020

नेफियू रियो
पूरा नाम नेफियू रियो
जन्म 11 नवंबर, 1950
जन्म भूमि कोहिमा, असम (अब नागालैंड)
पति/पत्नी कैसा रियो
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि राजनीतिज्ञ
पार्टी नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी)
पद मुख्यमंत्री, नागालैंड
कार्य काल प्रथम-6 मार्च, 2003 - 3 जनवरी, 2008 तक

द्वितीय-12 मार्च, 2008 - 24 मई, 2013 तक
तृतीय-8 मार्च, 2018 से अब तक

निवास दीमापुर
अद्यतन‎

नेफियू रियो (अंग्रेज़ी: Neiphiu Rio, जन्म- 11 नवंबर, 1950) भारत के राजनीतिक दल 'नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी' (एनडीपीपी) के अध्यक्ष और नागालैंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के पहले ही नेफियू रियो को मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था, क्योंकि 3 जनवरी, 2008 को नागालैंड में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।

जीवन परिचय

नेफियू रियो का जन्म नागालैंड की राजधानी कोहिमा के तुओफेमा गांव में 11 नवंबर 1950 को हुआ। रियो का परिवार नागालैंड की अंगामी नागा जनजाति से है। शुरुआती शिक्षा नेफियू रियो ने कोहिमा के बापटिस्ट इंगलिश स्कूल और पश्चिम बंगाल के पूरूलिया में स्थित सैनिक स्कूल से ग्रहण की। इसके बाद दार्जिलिंग के सेंट जोसेफ कॉलेज से स्नातक किया और अपने राज्य में लौटकर कोहिमा आर्टस कॉलेज में भी उच्च शिक्षा ग्रहण की। स्कूल कॉलेज के दिनों में ही नेफियू रियो ने छात्र नेता के रूप में पहचान स्थापित कर ली थी। काफी छोटी उम्र में इन्होंने राजनीति के क्षेत्र में खुद को आजमाना शुरू किया। 1974 में वे कोहिमा डिस्ट्रिक्ट यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ़्रंट (UDF) की युवा शाखा के अध्यक्ष बने। 1984 में उन्होंने नोर्दन अंगामी एरिया काउंसिल के चेयरमैन का पद भी संभाला। इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी नागालैंड ब्रान्च (Indian Red Cross Society Nagaland branch) के वे मानद उपाध्यक्ष भी रहे हैं।[1]

राजनीतिक परिचय

राजनीति की मुख्य धारा में प्रवेश के बाद पहली बार नेफियू रियो ने 1989 में हुए सातवीं लोकसभा के लिए चुनावों में खुद को आजमाया। तब उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में नोर्दन अंगामी-II सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। केंद्र सरकार में उन्हें पहले खेल और स्कूली शिक्षा मंत्रालय मिला। कुछ समय बाद उन्हें उच्च व तकनीकी शिक्षा का मंत्री बना दिया गया। नेफियू रियो नागालैंड औद्योगिक विकास निगम, नागालैंड खादी एवं ग्रामीण उद्योग परिषद के अलावा नागालैंड विकास प्राधिकरण के चेयरमैन भी रहे। 1993 के लोकसभा चुनावों में नेफियू रियो दोबारा अपनी सीट से चुने गए। इस बार उन्हें वर्क्स एंड हाउसिंग (Works & Housing) मंत्रालय दिया गया। इसके बाद 1998 में जब राज्य में एस.सी.जामिर के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी तो नेफियू रियो उसमें गृहमंत्री बने। बाद में नागा मुद्दों पर मुख्यमंत्री एस.सी. जमीर से मतभेदों के चलते उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और नागा प्यूपिल्स फ्रंट (Naga People’s Front) में शामिल हो गए। नागा प्यूपिल्स फ्रंट कई क्षेत्रीय नागा पार्टियों और भाजपा की राज्य इकाई का संयुक्त मंच था, जिसे डेमोक्रेटिक एलाइंस ऑफ़ नागालैंड (DAN) के गठबंधन के तहत बनाया गया था। 2003 में नेफियू रियो की अगुवाई में इस गठबंधन को राज्य विधानसभा चुनावों में जीत मिली और कांग्रेस के 10 साल से चले आ रहे शासन का अंत हो गया। 6 मार्च 2003 को रियो ने पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।[1]

चौथी बार बने मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के पहले ही नेफियू रियो को मुख्यमंत्री पद से हटना पडा क्योंकि 3 जनवरी 2008 को यहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। लेकिन अगले चुनाव में उनकी पार्टी फिर से सबसे बडी पार्टी के रूप में उभरी और 12 मार्च 2008 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। पांच साल बाद 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में एनपीएफ को भारी बहुमत से जीत मिली और वे तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में 60 सदस्यीय विधानसभा में नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) को 26 सीटें मिली थीं। एनडीपीपी-भाजपा गठजोड़ को 30 सीटें मिली हैं और उनको दो अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है। राज्यपाल पीबी आचार्य ने 8 मार्च, 2018 को उन्हें चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथग्रहण समारोह में भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सहित मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के मुख्यमंत्री समारोह में मौजूद रहे।

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 1.0 1.1 नेफियू रियो की जीवनी (हिंदी) www.Knowledgeum.Com। अभिगमन तिथि: 11 मार्च, 2018।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

भारतीय राज्यों में पदस्थ मुख्यमंत्री
क्रमांक राज्य मुख्यमंत्री तस्वीर पार्टी पदभार ग्रहण
1. अरुणाचल प्रदेश पेमा खांडू 80px|center भाजपा 17 जुलाई, 2016
2. असम हिमंता बिस्वा सरमा 80px|center भाजपा 10 मई, 2021
3. आंध्र प्रदेश वाई एस जगनमोहन रेड्डी 80px|center वाईएसआर कांग्रेस पार्टी 30 मई, 2019
4. उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ 80px|center भाजपा 19 मार्च, 2017
5. उत्तराखण्ड पुष्कर सिंह धामी 80px|center भाजपा 4 जुलाई, 2021
6. ओडिशा नवीन पटनायक 80px|center बीजू जनता दल 5 मार्च, 2000
7. कर्नाटक सिद्धारमैया 80px|center भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 20 मई, 2023
8. केरल पिनाराई विजयन 80px|center मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 25 मई, 2016
9. गुजरात भूपेन्द्र पटेल 80px|center भाजपा 12 सितम्बर, 2021
10. गोवा प्रमोद सावंत 80px|center भाजपा 19 मार्च, 2019
11. छत्तीसगढ़ विष्णु देव साय 80px|center भारतीय जनता पार्टी 13 दिसम्बर, 2023
12. जम्मू-कश्मीर रिक्त (राज्यपाल शासन) लागू नहीं 20 जून, 2018
13. झारखण्ड हेमन्त सोरेन 80px|center झारखंड मुक्ति मोर्चा 29 दिसम्बर, 2019
14. तमिल नाडु एम. के. स्टालिन 80px|center द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम 7 मई, 2021
15. त्रिपुरा माणिक साहा 80px|center भाजपा 15 मई, 2022
16. तेलंगाना अनुमुला रेवंत रेड्डी 80px|center भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस 7 दिसंबर, 2023
17. दिल्ली अरविन्द केजरीवाल 80px|center आप 14 फ़रवरी, 2015
18. नागालैण्ड नेफियू रियो 80px|center एनडीपीपी 8 मार्च, 2018
19. पंजाब भगवंत मान 80px|center आम आदमी पार्टी 16 मार्च, 2022
20. पश्चिम बंगाल ममता बनर्जी 80px|center तृणमूल कांग्रेस 20 मई, 2011
21. पुदुचेरी एन. रंगास्वामी 80px|center कांग्रेस 7 मई, 2021
22. बिहार नितीश कुमार 80px|center जदयू 27 जुलाई, 2017
23. मणिपुर एन. बीरेन सिंह 80px|center भाजपा 15 मार्च, 2017
24. मध्य प्रदेश मोहन यादव 80px|center भाजपा 13 दिसंबर, 2023
25. महाराष्ट्र एकनाथ शिंदे 80px|center शिव सेना 30 जून, 2022
26. मिज़ोरम लालदुहोमा 80px|center जोरम पीपल्स मूवमेंट 8 दिसम्बर, 2023
27. मेघालय कॉनराड संगमा 80px|center एनपीपी 6 मार्च, 2018
28. राजस्थान भजन लाल शर्मा 80px|center भारतीय जनता पार्टी 15 दिसम्बर, 2023
29. सिक्किम प्रेम सिंह तमांग 80px|center सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा 27 मई, 2019
30. हरियाणा नायब सिंह सैनी 80px|center भाजपा 12 मार्च, 2024
31. हिमाचल प्रदेश सुखविंदर सिंह सुक्खू 80px|center भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 11 दिसम्बर, 2022