आरती संग्रह: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "{{आरती_स्तुति_स्त्रोत}}" to "{{आरती स्तुति स्तोत्र}}")
 
(One intermediate revision by one other user not shown)
Line 19: Line 19:
* [[बद्री नाथ जी की आरती]]   
* [[बद्री नाथ जी की आरती]]   
* [[केदार नाथ जी की आरती]]  
* [[केदार नाथ जी की आरती]]  
* [[शाकम्भरी देवी की आरती]]
|  
|  
* [[राम चालीसा]]  
* [[राम चालीसा]]  
Line 33: Line 34:
* [[राधा कृष्ण की आरती|राधा कृष्ण आरती]]   
* [[राधा कृष्ण की आरती|राधा कृष्ण आरती]]   
* [[राधा जी की आरती|राधा आरती]]
* [[राधा जी की आरती|राधा आरती]]
* [[गंगा चालीसा]] 
* [[शीतला चालीसा]]
* [[गंगा माता जी की आरती]] 
|
|
* [[श्यामबाबा जी की आरती]]   
* [[श्यामबाबा जी की आरती]]   
Line 46: Line 50:
* [[बुधवार व्रत की आरती]]  
* [[बुधवार व्रत की आरती]]  
* [[शुक्रवार व्रत की आरती]]
* [[शुक्रवार व्रत की आरती]]
* [[अन्नपूर्णा देवी की आरती]]
* [[विन्ध्येश्‍वरी चालीसा]]
* [[विन्ध्येश्वरी माता की आरती]]
* [[वैष्णो माता की आरती]]
|
|
* [[लक्ष्मी चालीसा]]   
* [[लक्ष्मी चालीसा]]   
Line 61: Line 69:
* [[संतोषी चालीसा]]
* [[संतोषी चालीसा]]
* [[संतोषी माता की आरती]]   
* [[संतोषी माता की आरती]]   
* [[शाकम्भरी देवी की आरती]]
* [[अन्नपूर्णा देवी की आरती]]
* [[विन्ध्येश्‍वरी चालीसा]]
* [[विन्ध्येश्वरी माता की आरती]]
* [[वैष्णो माता की आरती]]
* [[शीतला चालीसा]]
* [[गंगा चालीसा]] 
* [[गंगा माता जी की आरती]] 
|}
|}


Line 77: Line 77:
[[Category:हिन्दू संस्कार]]
[[Category:हिन्दू संस्कार]]
[[Category:आरती स्तुति स्तोत्र]]
[[Category:आरती स्तुति स्तोत्र]]
[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]]  
[[Category:हिन्दू धर्म]] [[Category:हिन्दू धर्म कोश]][[Category:धर्म कोश]]  
__INDEX__
__INDEX__

Latest revision as of 12:13, 21 March 2014

पूजा के अंत में हम सभी भगवान की आरती करते हैं। आरती पूजन के अन्त में इष्टदेवता की प्रसन्नता के हेतु की जाती है। इसमें इष्टदेव को दीपक दिखाने के साथ उनका स्तवन तथा गुणगान किया जाता है। यह एक देवता के गुणों की प्रशंसा गीत है। आरती आम तौर पर एक पूजा या भजन सत्र के अंत में किया जाता है। यह पूजा समारोह के एक भाग के रूप में गाया जाता है।

चालीसा एवं आरती संग्रह


संबंधित लेख