गरुड़ध्वज: Difference between revisions
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Revision as of 08:09, 17 January 2011
[[चित्र:God-Vishnu.jpg|thumb|150px|भगवान विष्णु
God Vishnu]]
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भगवान विष्णु का नाम गरुड़ध्वज भी है। चार भुजाधारी भगवान विष्णु के दाहिनी एवं ऊर्ध्व भुजा के क्रम से अस्त्र विशेष ग्रहण करने पर केशव आदि नाम होते हैं अर्थात, दाहिनी ओर का ऊपर का हाथ, दाहिनी ओर का नीचे का हाथ, बायीं ओर का ऊपर का हाथ और बायीं ओर का नीचे का हाथ- इस क्रम से चारों हाथों में शंख, चक्र आदि आयुधों को क्रम या व्यतिक्रमपूर्वक धारण करने पर भगवान की भिन्न-भिन्न संज्ञाएँ होती हैं।
हिन्दी | विष्णु, प्राचीनकाल के बने हुए ऐसे स्तंभ जिन पर गरुड़ की आकृति होती थी। |
-व्याकरण | पुल्लिंग |
-उदाहरण | |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | अंगति, अग्रज, अचिंत्य, अनंतश्री, ऋक्षनेमि, कोक, गरूड़ांक, ज्येष्ठ। |
संस्कृत | |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
संबंधित लेख |
अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अन्य पुस्तकों में 'पुराणपुरुष' से लेकर 'मुदमर्दन' तक श्लोक नहीं है, अतः वहाँ केवल 39 ही नाम गिनाये गए हैं।