पन्ना मध्य प्रदेश: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
m (पन्ना (मध्य प्रदेश) का नाम बदलकर पन्ना मध्य प्रदेश कर दिया गया है) |
No edit summary |
||
Line 4: | Line 4: | ||
*[[बहादुर शाह प्रथम|मुग़ल सम्राट बहादुरशाह]] ने 1708 ई.में छत्रसाल की सत्ता को मान लिया। | *[[बहादुर शाह प्रथम|मुग़ल सम्राट बहादुरशाह]] ने 1708 ई.में छत्रसाल की सत्ता को मान लिया। | ||
*पन्ना में स्थित ऐतिहासिक महत्त्व के भवनों में संगमरमर के गुंबद वाला स्वामी प्राणनाथ मंदिर (1795 ई.) और श्री बलदेवजी मंदिर शामिल हैं। | *पन्ना में स्थित ऐतिहासिक महत्त्व के भवनों में संगमरमर के गुंबद वाला स्वामी प्राणनाथ मंदिर (1795 ई.) और श्री बलदेवजी मंदिर शामिल हैं। | ||
*पन्ना में पद्मावती देवी का एक मंदिर है, जो उत्तर-पश्चिम में स्थित एक नाले के पास आज भी स्थित है। स्थानीय जनश्रुति है कि प्राचीन काल में पन्ना की बस्ती नाले के उस पार थी जहाँ राजगौंड और कोल लोगों का राज्य था। | *पन्ना में पद्मावती देवी का एक मंदिर है, जो उत्तर-पश्चिम में स्थित एक नाले के पास आज भी स्थित है। | ||
*स्थानीय जनश्रुति है कि प्राचीन काल में पन्ना की बस्ती नाले के उस पार थी जहाँ राजगौंड और कोल लोगों का राज्य था। | |||
*पन्ना से 2 मील उत्तर की ओर महाराज छत्रसाल का पुराना महल आज भी खण्डहर रूप में विद्यमान है। | *पन्ना से 2 मील उत्तर की ओर महाराज छत्रसाल का पुराना महल आज भी खण्डहर रूप में विद्यमान है। | ||
*पन्ना को अठारहवीं-उन्नीसवीं सदी में '''पर्णा''' भी कहते थे। यह नाम तत्कालीन राज्यपत्रों में उल्लिखित है। | *पन्ना को अठारहवीं-उन्नीसवीं सदी में '''पर्णा''' भी कहते थे। यह नाम तत्कालीन राज्यपत्रों में उल्लिखित है। | ||
Line 15: | Line 16: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | |||
[[Category:मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक नगर]] | |||
[[Category:मध्य प्रदेश]] | [[Category:मध्य प्रदेश]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
[[Category:नया पन्ना]] | [[Category:नया पन्ना]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 06:23, 6 July 2011
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
- पन्ना एक ऐतिहासिक नगर यह नगर भारत के राज्य मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित है।
- बुंदेलखंड की रियासत के रूप में इस नगर को बुंदेला नरेश छत्रसाल ने औरंगजेब की मृत्यु (1707 ई.) के पश्चात् अपने राज्य की राजधानी बनाया।
- मुग़ल सम्राट बहादुरशाह ने 1708 ई.में छत्रसाल की सत्ता को मान लिया।
- पन्ना में स्थित ऐतिहासिक महत्त्व के भवनों में संगमरमर के गुंबद वाला स्वामी प्राणनाथ मंदिर (1795 ई.) और श्री बलदेवजी मंदिर शामिल हैं।
- पन्ना में पद्मावती देवी का एक मंदिर है, जो उत्तर-पश्चिम में स्थित एक नाले के पास आज भी स्थित है।
- स्थानीय जनश्रुति है कि प्राचीन काल में पन्ना की बस्ती नाले के उस पार थी जहाँ राजगौंड और कोल लोगों का राज्य था।
- पन्ना से 2 मील उत्तर की ओर महाराज छत्रसाल का पुराना महल आज भी खण्डहर रूप में विद्यमान है।
- पन्ना को अठारहवीं-उन्नीसवीं सदी में पर्णा भी कहते थे। यह नाम तत्कालीन राज्यपत्रों में उल्लिखित है।
|
|
|
|
|