User:लक्ष्मी गोस्वामी/अभ्यास4: Difference between revisions
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-[[अहल्या]] | -[[अहल्या]] | ||
{भारतीय | {[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के संस्थापक कौन थे? | ||
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-[[दादाभाई नौरोजी]] | -[[दादाभाई नौरोजी]] | ||
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-ए.ओ.ह्यूम | -ए.ओ.ह्यूम | ||
+[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] | +[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] | ||
|| [[चित्र:Surendranath-Banerjee.jpg|100px|right|सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] सुरेन्द्रनाथ बनर्जी का जन्म 10 नवम्बर, 1848 ई. में [[कलकत्ता]] के ब्राह्मण परिवार में हुआ था। ये [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के संस्थापकों में से एक और पार्टी के सम्मानित नेता थे। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सुरेन्द्रनाथ बनर्जी]] | |||
{[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के साथ इंडियन एसोसिएशन का विलय कब हुआ था? | {[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] के साथ इंडियन एसोसिएशन का विलय कब हुआ था? | ||
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||[[चित्र:Lala-Lajpat-Rai.jpg|लाला लाजपत राय|100px|right]]लाला लाजपत राय ने 1920 में [[कोलकाता|कलकत्ता]] में [[कांग्रेस]] के एक विशेष सत्र में भाग लिया। वे [[महात्मा गाँधी|गांधी]] जी द्वारा [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] के ख़िलाफ़ शुरू किए गए असहयोग आंदोलन में कूद पड़े जो सैद्धांतिक तौर पर [[रॉलेक्ट एक्ट]] के विरोध में चलाया जा रहा था। सन 1920 में उन्होंने [[पंजाब]] में असहयोग आन्दोलन का नेतृत्व किया, जिसके कारण 1921 में आपको जेल हुई। इसके बाद लाला जी ने 'लोक सेवक संघ' की स्थापना की। लाला लाजपतराय के नेतृत्व में यह आंदोलन पंजाब में जंगल में आग की तरह फैल गया और जल्द ही वे 'पंजाब का शेर या पंजाब केसरी' जैसे नामों से पुकारे जाने लगे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लाला लाजपत राय]] | ||[[चित्र:Lala-Lajpat-Rai.jpg|लाला लाजपत राय|100px|right]]लाला लाजपत राय ने 1920 में [[कोलकाता|कलकत्ता]] में [[कांग्रेस]] के एक विशेष सत्र में भाग लिया। वे [[महात्मा गाँधी|गांधी]] जी द्वारा [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] के ख़िलाफ़ शुरू किए गए असहयोग आंदोलन में कूद पड़े जो सैद्धांतिक तौर पर [[रॉलेक्ट एक्ट]] के विरोध में चलाया जा रहा था। सन 1920 में उन्होंने [[पंजाब]] में असहयोग आन्दोलन का नेतृत्व किया, जिसके कारण 1921 में आपको जेल हुई। इसके बाद लाला जी ने 'लोक सेवक संघ' की स्थापना की। लाला लाजपतराय के नेतृत्व में यह आंदोलन पंजाब में जंगल में आग की तरह फैल गया और जल्द ही वे 'पंजाब का शेर या पंजाब केसरी' जैसे नामों से पुकारे जाने लगे।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लाला लाजपत राय]] | ||
{[[महाराष्ट्र]] में गणपति उत्सव आरंभ करने का श्रेय किसको प्राप्त है? | {[[महाराष्ट्र]] में 'गणपति उत्सव' आरंभ करने का श्रेय किसको प्राप्त है? | ||
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-[[वल्लभभाई पटेल]] | -[[वल्लभभाई पटेल]] | ||
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-[[शिवाजी]] | -[[शिवाजी]] | ||
-[[विपिन चन्द्र पाल]] | -[[विपिन चन्द्र पाल]] | ||
||[[चित्र:Lokmanya-Bal-Gangadhar-Tilak.jpg|बाल गंगाधर तिलक|100px|right]]बाल गंगाधर तिलक | ||[[चित्र:Lokmanya-Bal-Gangadhar-Tilak.jpg|बाल गंगाधर तिलक|100px|right]]बाल गंगाधर तिलक के जीवनकाल के दौरान पुरानी परंपरा और संस्थाओं के प्रति जनता में नई जागरूकता प्रकट हो रही थी। इसके सबसे स्पष्ट उदाहरण थे पुरानी धार्मिक आराधना, [[गणेश चतुर्थी|गणपति-पूजन]] और [[शिवाजी]] के जीवन से जुड़े प्रसंगों पर महोत्सवों का आयोजन।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बाल गंगाधर तिलक]] | ||
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Revision as of 11:38, 8 September 2011
इतिहास
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