ध्रुवीय ज्योति: Difference between revisions
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'''ध्रुवीय ज्योति''' आयन मण्डल में विधुत चुम्बकीय घटनाओं के परिणामस्वरूप दिखायी पड़ने वाले प्रकाशमय प्रभाव को कहते हैं। यह रात्रि के समय धरातल से लगभग 100 किमी की ऊंचाई पर उच्च अक्षांशीय क्षेत्रों में ही दिखता है। यह [[प्रकाश]] [[श्वेत रंग|श्वेत]], [[लाल रंग|लाल]] एवं [[हरा रंग|हरे]] चारों के रूप में दिखाई पड़ता है। | |||
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Revision as of 08:37, 6 May 2012
ध्रुवीय ज्योति आयन मण्डल में विधुत चुम्बकीय घटनाओं के परिणामस्वरूप दिखायी पड़ने वाले प्रकाशमय प्रभाव को कहते हैं। यह रात्रि के समय धरातल से लगभग 100 किमी की ऊंचाई पर उच्च अक्षांशीय क्षेत्रों में ही दिखता है। यह प्रकाश श्वेत, लाल एवं हरे चारों के रूप में दिखाई पड़ता है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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