विक्रमांकदेव चरित: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''विक्रमांकदेव चरित''' की रचना 11 वी शताब्दी के उत्तरार्द्ध में कश्मीरी कवि [[विल्हण]] द्वारा की गई थी, जो [[चालुक्य वंश]] के [[विक्रमादित्य षष्ठ]] के दरबार में राजआश्रित थे। इस [[ग्रंथ]] से चालुक्य राजवंश, विशेषकर विक्रमादित्य षष्ठ के विषय में जानकारी मिलती हैं। | |||
{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
Revision as of 06:38, 24 October 2012
विक्रमांकदेव चरित की रचना 11 वी शताब्दी के उत्तरार्द्ध में कश्मीरी कवि विल्हण द्वारा की गई थी, जो चालुक्य वंश के विक्रमादित्य षष्ठ के दरबार में राजआश्रित थे। इस ग्रंथ से चालुक्य राजवंश, विशेषकर विक्रमादित्य षष्ठ के विषय में जानकारी मिलती हैं।
|
|
|
|
|