होली महोत्सव: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
<div class="holibg" style="color:#cd1da6; border:3px solid #400834; border-radius:5px; padding:10px;">
<div class="holibg" style="color:#cd1da6; border:3px solid #400834; border-radius:5px; padding:2px;">
{| width="100%" style="background:transparent"
{| width="100%" style="background:transparent"
|-valign="top"
|-valign="top"
|  
|  
{| width="73%" style="background:transparent" align="left"
{| width="63%" style="background:transparent" align="left"
|-
|-
|
|
Line 14: Line 14:
{{होली बाहरी कड़ियाँ महोत्सव}}
{{होली बाहरी कड़ियाँ महोत्सव}}
|}
|}
{| width="27%" style="background:transparent; text-align:center; border:2px solid #400834; border-radius:5px; padding:2px;" align="right"
{| width="35%" style="background:transparent; text-align:center; border:2px solid #400834; border-radius:5px; padding:2px;" align="right"
|-
|-
|
|

Revision as of 10:52, 2 March 2012

परिचय

होली भारत के प्रमुख चार त्योहारों (दीपावली, रक्षाबंधन, होली और दशहरा) में से एक है। होली जहाँ एक ओर सामाजिक एवं धार्मिक है, वहीं रंगों का भी त्योहार है। आवाल वृद्ध, नर- नारी सभी इसे बड़े उत्साह से मनाते हैं। इसमें जातिभेद-वर्णभेद का कोई स्थान नहीं है। इस अवसर पर लकड़ियों तथा कंडों आदि का ढेर लगाकर होलिकापूजन किया जाता है। फिर उसमें आग लगायी जाती है। पूजन के समय मंत्र उच्चारण किया जाता है।

इतिहास

प्रचलित मान्यता के अनुसार यह त्योहार हिरण्यकशिपु की बहन होलिका के मारे जाने की स्मृति में भी मनाया जाता है। पुराणों में वर्णित है कि हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका वरदान के प्रभाव से नित्य अग्निस्नान करती और जलती नहीं थी हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका से प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्निस्नान करने को कहा। उसने समझा कि ऐसा करने से प्रह्लाद अग्नि में जल जाएगा तथा होलिका बच जाएगी। होलिका ने ऐसा ही किया, किंतु होलिका जल गयी, प्रह्लाद बच गये। होलिका को यह स्मरण ही नहीं रहा कि अग्नि स्नान वह अकेले ही कर सकती है। तभी से इस त्योहार के मनाने की प्रथा चल पड़ी।

होली विडियो

लट्ठामार होली विडियो 1 · लट्ठामार होली विडियो 2 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 1 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 2 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 3 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 4 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 5 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 6 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 7 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 8 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 9 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 10 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 11 · होली कृष्ण जन्मभूमि विडियो 12 · होली- होली दरवाज़ा विडियो 1 · होली- होली दरवाज़ा विडियो 2 · होली- होली दरवाज़ा विडियो 3 · दाऊजी का हुरंगा विडियो 1

बाहरी कड़ियाँ

पाठ कड़ियाँ चित्र कड़ियाँ वीडियो कड़ियाँ
होली का त्यौहार कैसे मनाया जाय Flickr.com होली के दिन (शोले)
होली की कहानियां Holifestival होली खेले रघुवीरा -बाग़बान
होली आई रे... rediff.com होली
अंगने की होली photobucket.com रंगों का त्योहार
रंग गुलाल न होली होती theholidayspot रंगों का त्योहार होली 2010 ऊटा (अमेरिका)
होली dgreetings.com मुम्बई की होली
होली पर कविताओं का संग्रह google.co.in होली का जश्न
होली महोत्सव
अन्य नाम डोल यात्रा या डोल पूर्णिमा (पश्चिम बंगाल), कामन पोडिगई (तमिलनाडु), होला मोहल्ला (पंजाब), कामना हब्बा (कर्नाटक), फगुआ (बिहार), रंगपंचमी (महाराष्ट्र), शिमगो (गोवा), धुलेंडी (हरियाणा), गोविंदा होली (गुजरात), योसांग होली (मणिपुर) आदि।
अनुयायी हिन्दू, भारतीय, भारतीय प्रवासी
उद्देश्य धार्मिक निष्ठा, सामाजिक एकता, मनोरंजन
प्रारम्भ पौराणिक काल
तिथि फाल्गुन पूर्णिमा
उत्सव रंग खेलना, हुड़दंग, मौज-मस्ती
अनुष्ठान होलिका दहन
प्रसिद्धि लट्ठमार होली (बरसाना)
संबंधित लेख ब्रज में होली, होलिका, होलिका दहन, कृष्ण, राधा, गोपी, हिरण्यकशिपु, प्रह्लाद, गुलाल, दाऊजी का हुरंगा, फालेन की होली, रंगभरनी एकादशी आदि।
वर्ष 2024 साल 2024 में होलिका दहन शुभ मुहूर्त 24 मार्च को रात 11 बजकर 13 मिनट से देर रात 12 बजकर 27 मिनट तक है। 25 मार्च को होली खेली जायेगी।
अद्यतन‎

होली चित्र वीथिका

बलदेव होली के विभिन्न दृश्य

बलदेव होली के विभिन्न दृश्य

  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें