काजी सिंह: Difference between revisions

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'''काजी सिंह''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Kaji Singh'') भारतीय गोरखा लोक कलाकार हैं। वर्ष [[2022]] में [[भारत सरकार]] ने उन्हें [[पद्म श्री]] से सम्मानित किया है।<br />
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thumb|250px|काजी सिंह काजी सिंह (अंग्रेज़ी: Kaji Singh) भारतीय गोरखा लोक कलाकार हैं। वर्ष 2022 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया है।

  • कलिम्पोंग में पैदा हुए काजी सिंह ने सन 1952 में पारंपरिक नेपाली 'मारुनी' नृत्य के साथ अपने कॅरियर की शुरुआत की थी।
  • बड़े होने पर उन्होंने 'मडले' गाने गाना शुरू किया और अपने कौशल को विकसित किया और श्री मदल बजाना शुरू किया जो उन्होंने अपने पिता से सीखा था।
  • अखिल भारतीय अनुसूचित जाति संघ, सुकना की सिलीगुड़ी शाखा द्वारा भी तालवादक काजी सिंह को सम्मानित किया जा चुका है।
  • काजी सिंह ने बचपन से ही लोक संस्कृति में महत्वपूर्ण रुचि ली और बॉलीवुड के प्रख्यात संगीतकारों लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, कल्याणजी-आनंदजी, राम लक्ष्मण, शंकर जयकिशन, अजय स्वामी और कई अन्य लोगों के साथ काम किया।
  • अपने संबोधन में काजी सिंह ने सभी से अपनी मूल भाषा से प्यार करने और उसे संरक्षित करने के लिए कहा था। उनका कहना था कि- "हमें अपने मुंह के साथ-साथ अपनी भाषा को भी कंधों पर लेकर चलना चाहिए। अंग्रेज़ी तो चलेगी लेकिन संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए हमें अपनी भाषा को नहीं भूलना चाहिए।"


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टीका टिप्पणी और संदर्भ


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