कोटि तीर्थ मथुरा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 13:50, 14 September 2010 by व्यवस्थापन (talk | contribs) (Text replace - "==सम्बंधित लिंक==" to "==संबंधित लेख==")
Jump to navigation Jump to search
  • यहाँ स्नान करने से मनुष्य कोटि–कोटि गोदान का फल प्राप्त करता है । पास ही में गोकर्ण तीर्थ है ।
  • प्रसिद्ध गोकर्ण ने अपने भाई धुंधुकारी को श्रीमद्भागवत की कथा सुनाकर उसका प्रेमयोनि से उद्धार किया था ।
  • उन्हीं गोकर्ण की भगवद् आराधना का यह स्थल है ।

तत्रैव कोटितीर्थ तु देवानामपि दुर्ल्लभम् ।

तत्र स्नानेन दानेन मम लोके महीयते ।।

चक्रतीर्थं तु विख्यातं माथुरे मम मण्डले ।
यस्तत्र कुरुते स्नानं त्रिरात्रोपोषितो नर: ।

स्नानमात्रेण मनुजो मुख्यते ब्रह्महत्यया ।।


संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः