Difference between revisions of "विद्वशालभंजिका"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
 
Line 1: Line 1:
{{पुनरीक्षण}}
+
[[संस्कृत]] कवि [[राजशेखर]] द्वारा रचित विद्वशालभंजिका चार अंकों का नाटक है, जिसमें 'विद्याधर मल्ल' नामक राजकुमार तथा 'मृगांकावली' एवं 'कुवलयमाला' नामक राजकुमारियों की प्रेमकथा का वर्णन है।
 +
 
 +
 
  
*[[संस्कृत]] कवि [[राजशेखर]] द्वारा रचित विद्वशालभंजिका चार अंकों का नाटक है, जिसमें 'विद्याधर मल्ल' नामक राजकुमार तथा 'मृगांकावली' एवं 'कुवलयमाला' नामक राजकुमारियों की प्रेमकथा का वर्णन है।
 
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
==बाहरी कड़ियाँ==
 
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{संस्कृत साहित्यकार}}{{संस्कृत साहित्य2}}
+
{{संस्कृत साहित्य2}}
[[Category:कवि]]
 
 
[[Category:साहित्य कोश]]
 
[[Category:साहित्य कोश]]
[[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]]
+
[[Category:संस्कृत साहित्य]]
[[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]]
 
[[Category:संस्कृत साहित्यकार]]
 
[[Category:साहित्यकार]]
 
[[Category:नाटककार]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__
 
'''बोल्ड पाठ'''
 
'''बोल्ड पाठ'''

Latest revision as of 08:30, 11 September 2012

sanskrit kavi rajashekhar dvara rachit vidvashalabhanjika char aankoan ka natak hai, jisamean 'vidyadhar mall' namak rajakumar tatha 'mrigaankavali' evan 'kuvalayamala' namak rajakumariyoan ki premakatha ka varnan hai.


tika tippani aur sandarbh

bahari k diyaan

sanbandhit lekh


bold path