Difference between revisions of "चित्र सामान्य ज्ञान"
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- [[बुद्ध]] प्रतिमा | - [[बुद्ध]] प्रतिमा | ||
- गोमतेश्वर की प्रतिमा | - गोमतेश्वर की प्रतिमा | ||
− | || तीर्थ का अर्थ जिसके द्वारा संसार समुद्र तरा जाए,पार किया जाए और वह अहिंसा धर्म है। इस विषय में जिन्होंने प्रवर्तन किया, उपदेश दिया, उन्हें तीर्थंकर कहा गया है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तीर्थंकर]] | + | || [[चित्र:Seated-Rishabhanath-Jain-Museum-Mathura-38.jpg|right|60px|आसनस्थ ऋषभनाथ]] तीर्थ का अर्थ जिसके द्वारा संसार समुद्र तरा जाए,पार किया जाए और वह अहिंसा धर्म है। इस विषय में जिन्होंने प्रवर्तन किया, उपदेश दिया, उन्हें तीर्थंकर कहा गया है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तीर्थंकर]] |
{ यह किस फ़सल के खेत है? <br /> | { यह किस फ़सल के खेत है? <br /> | ||
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- [[सूरजमुखी]] | - [[सूरजमुखी]] | ||
- [[गेंदा]] | - [[गेंदा]] | ||
− | || कृषि खेती और वानिकी के माध्यम से खाद्य और अन्य सामान के उत्पादन से सम्बंधित व्यवसाय है। इसने सभ्यताओं के उदय और विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। खेती में पशुपालन, जंतु पालन का भी योगदान है। पौधों को उगाने तथा खाद्यान्न जुटाने के लिए इस व्यवसाय की विकास हुआ। बागबानी भी कृषि का ही एक रूप है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कृषि]] | + | || [[चित्र:Indian-Agriculture.jpg|right|60px|धान की खेती]] कृषि खेती और वानिकी के माध्यम से खाद्य और अन्य सामान के उत्पादन से सम्बंधित व्यवसाय है। इसने सभ्यताओं के उदय और विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। खेती में पशुपालन, जंतु पालन का भी योगदान है। पौधों को उगाने तथा खाद्यान्न जुटाने के लिए इस व्यवसाय की विकास हुआ। बागबानी भी कृषि का ही एक रूप है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कृषि]] |
{ यह कौन है? <br /> | { यह कौन है? <br /> | ||
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- गीता बाली | - गीता बाली | ||
+ | { यह कौन-सा विश्वविद्यालय है? <br /> | ||
+ | [[चित्र:Nalanda-University-Bihar.jpg|link=चित्र सामान्य ज्ञान|300px]] | ||
+ | | type="()" } | ||
+ | - [[तक्षशिला विश्वविद्यालय]] | ||
+ | + [[नालंदा विश्वविद्यालय]], [[नालंदा]] | ||
+ | - [[विक्रमशिला विश्वविद्यालय]] | ||
+ | - [[ओदन्तपुरी विश्वविद्यालय]] | ||
+ | || [[भारत]] में प्राचीनकाल में [[बिहार]] ज़िले में नालन्दा विश्वविद्यालय था, जहां देश-विदेश के छात्र शिक्षा के लिए आते थे। आजकल इसके अवशेष दिखलाई देते हैं। [[पटना]] से 90 किलोमीटर दूर और बिहार शरीफ़ से क़रीब 12 किलोमीटर दक्षिण, विश्व प्रसिद्ध प्राचीन बौद्ध विश्वविद्यालय, नालंदा के खण्डहर स्थित हैं। यहाँ 10,000 छात्रों को पढ़ाने के लिए 2,000 शिक्षक थे। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[नालन्दा विश्वविद्यालय]] | ||
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+ | { यह कहाँ का भोजन है? <br /> | ||
+ | [[चित्र:Chennai-Food.jpg|link=चित्र सामान्य ज्ञान|300px]] | ||
+ | | type="()" } | ||
+ | + दक्षिणी भारतीय भोजन | ||
+ | - पूर्वी भारतीय भोजन | ||
+ | - पश्चिमी भारतीय भोजन | ||
+ | - उत्तरी भारतीय भोजन | ||
+ | |||
+ | { यह कहाँ का चित्र है? <br /> | ||
+ | [[चित्र:Ganga-Varanasi.jpg|link=चित्र सामान्य ज्ञान|300px]] | ||
+ | | type="()" } | ||
+ | - [[हरिद्वार]] | ||
+ | - कछला घाट | ||
+ | + [[वाराणसी]] | ||
+ | - [[इलाहाबाद]] | ||
+ | |||
+ | { यह कौन से कवि है? <br /> | ||
+ | [[चित्र:Sumitranandan.jpg|link=चित्र सामान्य ज्ञान|200px]] | ||
+ | | type="()" } | ||
+ | - [[अरबिंदो घोष]] | ||
+ | + [[सुमित्रानंदन पंत]] | ||
+ | - [[जयशंकर प्रसाद]] | ||
+ | - [[मुक्तिबोध गजानन माधव]] | ||
+ | || सुमित्रानंदन पंत हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक है। सुमित्रानंदन पंत उस नये युग के प्रवर्तक के रूप में आधुनिक हिन्दी साहित्य में उदित हुए। सुमित्रानंदन पंत का जन्म [[20 मई]] [[1900]] में कौसानी, [[उत्तराखण्ड]], [[भारत]] में हुआ था। जन्म के छह घंटे बाद ही माँ को क्रूर मृत्यु ने छीन लिया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[सुमित्रानंदन पंत]] | ||
+ | |||
+ | { [[तख़्त-ए-ताऊस]] पर कौन-सा बादशाह बैठा है? <br /> | ||
+ | [[चित्र:Shahjahan on The Peacock Throne.jpg|link=चित्र सामान्य ज्ञान|200px]] | ||
+ | | type="()" } | ||
+ | + [[शाहजहाँ]] | ||
+ | - [[हुमायूँ]] | ||
+ | - [[औरंगज़ेब]] | ||
+ | - [[अकबर]] | ||
+ | || तख्त-ए-ताऊस शाहजहाँ के बैठने का राजसिंहासन था। उसे नाचते हुए [[मोर]] की आकृति का बनाया गया था। इसीलिए उसे तख्त-ए-ताऊस (मयूर सिंहासन) कहा जाता था। वह 3.5 गज़ लम्बा, 2 गज़ चौड़ा और 5 गज़ ऊँचा था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[तख़्त-ए-ताऊस]] | ||
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Revision as of 06:11, 16 May 2011
samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan
panne par jaean
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