गुजरात पर्यटन: Difference between revisions
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Latest revision as of 09:20, 1 August 2014
- गुजरात एक आकर्षक पर्यटन स्थल है।
- गुजरात में द्वारका, सोमनाथ, पालीताना के निकट शत्रुंजय पहाड़ी, पावागढ़, अंबाजी भद्रेश्वर, शामलाजी, तरंगा और गिरनार जैसे धार्मिक स्थलों के अलावा महात्मा गाँधी की जन्मभूमि पोरबंदर तथा पुरातत्त्व और वास्तुकला की दृष्टि से उल्लेखनीय पाटन, सिद्धपुर, घुरनली, दभोई, बाडनगर, मोधेरा, लोथल और अहमदाबाद जैसे स्थान भी हैं।
- अहमदपुर मांडती, चारबाड़ उभारत और तीथल के सुंदर समुद्री तट, सतपुड़ा पर्वतीय स्थल, गिर वनों के शेरों का अभयारण्य और कच्छ में जंगली गधों का अभयारण्य भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
नाम | संक्षिप्त विवरण | चित्र | मानचित्र लिंक |
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द्वारिकाधीश मंदिर | गुजरात का द्वारका शहर वह स्थान है जहाँ 5000 वर्ष पूर्व भगवान कृष्ण ने मथुरा छोड़ने के बाद द्वारका नगरी बसाई थी। जिस स्थान पर उनका निजी महल 'हरि गृह' था वहाँ आज प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर है। इसलिए कृष्ण भक्तों की दृष्टि में यह एक महान तीर्थ है। वैसे भी द्वारका नगरी आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित देश के चार धामों में से एक है। यही नहीं द्वारका नगरी पवित्र सप्तपुरियों में से एक है। ... और पढ़ें | [[चित्र:Dwarkadhish-Temple-Gujarat.jpg|द्वारिकाधीश मन्दिर, द्वारका|150px]] | गूगल मानचित्र |
सोमनाथ मंदिर | श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गुजरात (सौराष्ट्र) के काठियावाड़ क्षेत्र के अन्तर्गत प्रभास में विराजमान हैं। इसी क्षेत्र में लीला पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्णचन्द्र ने यदु वंश का संहार कराने के बाद अपनी नर लीला समाप्त कर ली थीं। ‘जरा’ नामक व्याध (शिकारी) ने अपने बाणों से उनके चरणों (पैर) को बींध डाला था। ... और पढ़ें | [[चित्र:Somnath-Temple.jpg|सोमनाथ मन्दिर, गुजरात|150px]] | गूगल मानचित्र |
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग | श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात प्रान्त के द्वारका पुरी से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। यह स्थान गोमती द्वारका से बेट द्वारका जाते समय रास्ते में ही पड़ता है। द्वारका से नागेश्वर-मन्दिर के लिए बस, टैक्सी आदि सड़क मार्ग के अच्छे साधन उपलब्ध होते हैं। रेलमार्ग में राजकोट से जामनगर और जामनगर रेलवे से द्वारका पहुँचा जाता है। ... और पढ़ें | नागेश्वर मन्दिर|150px | गूगल मानचित्र |
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान | गिर वन राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य, गुजरात राज्य, पश्चिम- मध्य भारत में स्थित है। जूनागढ़ नगर से 60 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में शुष्क झाड़ीदार पर्वतीय क्षेत्र में स्थित इस उद्यान का क्षेत्रफल लगभग 1,295 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ की वनस्पति में सागौन, साल और ढाक (ब्यूटिया फ्रोंडोसा) जैसे पर्णपाती वृक्षों सहित कांटेदार जंगल शामिल हैं। ... और पढ़ें | [[चित्र:Chital-Gir-Forest-National-Park.jpg|चीतल, गिर वन राष्ट्रीय उद्यान|150px]] | गूगल मानचित्र |
कीर्ति मंदिर | कीर्ति मंदिर पोरबंदर का प्रमुख आकर्षण केन्द्र है। कीर्ति मंदिर महात्मा गाँधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा गाँधी का घर था। कीर्ति मंदिर उस जगह के पास स्थित है जहाँ महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। कीर्ति मंदिर में एक गाँधीवादी पुस्तकालय और प्रार्थना कक्ष है। ... और पढ़ें | [[चित्र:Porbandar-Gujarat-3.jpg|150px|कीर्ति मंदिर, पोरबंदर]] | गूगल मानचित्र |
राष्ट्रीय उद्यान
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
गुजरात में गिर राष्ट्रीय उद्यान, वेलावदार राष्ट्रीय उद्यान, बंसदा राष्ट्रीय उद्यान और मेरीन राष्ट्रीय उद्यान मिलाकर कुल चार राष्ट्रीय उद्यान हैं जो कुल 47,967 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हुए हैं।
- गिर राष्ट्रीय उद्यान
- गिर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में 1975 में की गई थी और जूनागढ़ ज़िले में 258-71 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
- गिर की जलवायु ऊष्णकटिबंधीय है और इसको वनस्पति ऊष्मकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती है। वनों में सागवान, बरगद, मिश्रित पर्णपाती तथा कंटीले पेड़-पौधे, जैसे-बबूल, कीकर, बेर आदि मिलते हैं।
- गिर वन संकटापन्न और विरल प्रजाति के एशियाई शेर के एकमात्र आश्रय स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इसमें तेंदुआ, लक्करबग्धा, जंगली सूअर, नीलगाय, सांभर, चीतल, चिंकारा, चौसिंगा, मगर, गोह आदि पाये जाते हैं।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख