महेसाणा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{सूचना बक्सा पर्यटन | |||
|चित्र=Modhera-Sun-Temple.jpg | |||
|चित्र का नाम=सूर्य मन्दिर, मोढ़ेरा | |||
|विवरण='महेसाणा' [[गुजरात]] का प्रसिद्ध शहर और पर्यटन स्थल है। यह उत्तरी गुजरात के सबसे बड़े शहरों में से एक है। | |||
|राज्य=[[गुजरात]] | |||
|केन्द्र शासित प्रदेश= | |||
|ज़िला=महेसाणा | |||
|निर्माता=चावड़ा राजपूत | |||
|स्वामित्व= | |||
|प्रबंधक= | |||
|निर्माण काल= | |||
|स्थापना=12वीं से 14वीं [[शताब्दी]] | |||
|भौगोलिक स्थिति= | |||
|मार्ग स्थिति= | |||
|मौसम= | |||
|तापमान= | |||
|प्रसिद्धि=पर्यटन स्थल | |||
|कब जाएँ= | |||
|कैसे पहुँचें= | |||
|हवाई अड्डा= | |||
|रेलवे स्टेशन= | |||
|बस अड्डा= | |||
|यातायात= | |||
|क्या देखें='मुल्नायक मंदिर', '[[सूर्य मन्दिर मोढेरा|मोदेरा सूर्य मंदिर]]', 'हिंगलाज माता मंदिर', 'स्वामीनारायण मंदिर' आदि। | |||
|कहाँ ठहरें= | |||
|क्या खायें= | |||
|क्या ख़रीदें= | |||
|एस.टी.डी. कोड=91 2762 | |||
|ए.टी.एम= | |||
|सावधानी= | |||
|मानचित्र लिंक= | |||
|संबंधित लेख= | |||
|शीर्षक 1=वाहन पंजीयन संख्या | |||
|पाठ 1=GJ 2 | |||
|शीर्षक 2=प्रशासनिक भाषा | |||
|पाठ 2=[[गुजराती भाषा|गुजराती]], [[हिन्दी]] | |||
|अन्य जानकारी=[[बड़ौदा]] के [[मराठा]] शासक सयाजी राव तृतीय द्वारा निर्मित राजमहल यहाँ की एक प्रमुख इमारत है। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''महेसाणा''' अथवा 'महेसाना' [[पश्चिम भारत]] के गुजरात राज्य में स्थित एक छोटा-सा शहर है। यह [[मेहसाणा ज़िला|मेहसाणा ज़िले]] का प्रशासनिक मुख्यालय है। [[अरावली पर्वतश्रेणी]] और [[कच्छ का रण|कच्छ के छोटे रण]] के मध्य निम्न भूमि में महेसाणा अवस्थित है। | '''महेसाणा''' अथवा 'महेसाना' [[पश्चिम भारत]] के गुजरात राज्य में स्थित एक छोटा-सा शहर है। यह [[मेहसाणा ज़िला|मेहसाणा ज़िले]] का प्रशासनिक मुख्यालय है। [[अरावली पर्वतश्रेणी]] और [[कच्छ का रण|कच्छ के छोटे रण]] के मध्य निम्न भूमि में महेसाणा अवस्थित है। | ||
Line 13: | Line 54: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{गुजरात के नगर}} | {{गुजरात के नगर}}{{गुजरात के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:गुजरात]][[Category:गुजरात के नगर]][[Category:भारत के नगर]][[Category:गुजरात के पर्यटन स्थल]][[Category:गुजरात के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:गुजरात]][[Category:गुजरात के नगर]][[Category:भारत के नगर]][[Category:गुजरात के पर्यटन स्थल]][[Category:गुजरात के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 11:06, 6 December 2014
महेसाणा
| |
विवरण | 'महेसाणा' गुजरात का प्रसिद्ध शहर और पर्यटन स्थल है। यह उत्तरी गुजरात के सबसे बड़े शहरों में से एक है। |
राज्य | गुजरात |
ज़िला | महेसाणा |
निर्माता | चावड़ा राजपूत |
स्थापना | 12वीं से 14वीं शताब्दी |
प्रसिद्धि | पर्यटन स्थल |
क्या देखें | 'मुल्नायक मंदिर', 'मोदेरा सूर्य मंदिर', 'हिंगलाज माता मंदिर', 'स्वामीनारायण मंदिर' आदि। |
एस.टी.डी. कोड | 91 2762 |
वाहन पंजीयन संख्या | GJ 2 |
प्रशासनिक भाषा | गुजराती, हिन्दी |
अन्य जानकारी | बड़ौदा के मराठा शासक सयाजी राव तृतीय द्वारा निर्मित राजमहल यहाँ की एक प्रमुख इमारत है। |
महेसाणा अथवा 'महेसाना' पश्चिम भारत के गुजरात राज्य में स्थित एक छोटा-सा शहर है। यह मेहसाणा ज़िले का प्रशासनिक मुख्यालय है। अरावली पर्वतश्रेणी और कच्छ के छोटे रण के मध्य निम्न भूमि में महेसाणा अवस्थित है।
- इस क्षेत्र का ढाल पश्चिमोत्तर से दक्षिण-पश्चिम की ओर है।
- 12वीं से 14वीं शताब्दी के बीच चावड़ा राजपूतों द्वारा स्थापित इस शहर के बारे में माना जाता है कि इसके चार दरवाज़े थे, जिनमें से अब सिर्फ़ एक बचा है।
- बड़ौदा के मराठा शासक सयाजी राव तृतीय द्वारा निर्मित राजमहल यहाँ की एक प्रमुख इमारत है।
- महेसाणा शहर विपणन और निर्माण केंद्र है। यहाँ पश्चिमी रेलवे की प्रमुख इमारत है।
- मसाले एकत्र करना और उनका निर्यात राजस्व का प्रमुख स्रोत है। तेल, प्राकृतिक गैस और डेयरी जैसे विभिन्न उद्योग महेसाणा में और उसके आसपास स्थित हैं।
- यह उत्तरी गुजरात के सबसे बड़े शहरों में से एक है। इसके अलावा यहां यूरेशिया का सर्वप्रथम पानी का पार्क और भारत का सबसे बड़ा इस्पात और लोहे का बाज़ार भी मौजूद हैं।
- इस शहर में आने वाले पर्यटक 161 फुट लंबा 'मुल्नायक मंदिर', 'मोदेरा सूर्य मंदिर', 'हिंगलाज माता मंदिर', 'स्वामीनारायण मंदिर' देख सकते हैं। 'थोल वन्यजीव अभयारण्य' राजहंस, ग्रे पेलिकन, आर्द्रभूमि पक्षियों और ब्लैक आइबिस विविध प्रकार के पक्षियों का निवास स्थान है।
|
|
|
|
|