तेरहताली नृत्य: Difference between revisions
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'''तेरहताली नृत्य''' या 'तेराताली नृत्य' [[राजस्थान]] के प्रसिद्ध [[लोक नृत्य|लोक नृत्यों]] में से एक है, जो बैठकर किया जाता है। यह कमाड़ जाति का अनोखा [[नृत्य]] है। | |||
*इस अत्यंत आकर्षक नृत्य में महिलाएँ अपने हाथ, पैरों व शरीर के 13 स्थानों पर [[मंजीरा|मंजीरे]] बाँध लेती हैं। | *इस अत्यंत आकर्षक नृत्य में महिलाएँ अपने हाथ, पैरों व शरीर के 13 स्थानों पर [[मंजीरा|मंजीरे]] बाँध लेती हैं। |
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[[चित्र:Terahtali-Dance-Rajasthan.jpg|200px|thumb|तेरहताली नृत्य, राजस्थान]] तेरहताली नृत्य या 'तेराताली नृत्य' राजस्थान के प्रसिद्ध लोक नृत्यों में से एक है, जो बैठकर किया जाता है। यह कमाड़ जाति का अनोखा नृत्य है।
- इस अत्यंत आकर्षक नृत्य में महिलाएँ अपने हाथ, पैरों व शरीर के 13 स्थानों पर मंजीरे बाँध लेती हैं।
- तेरहताली नृत्य करने वाली महिलाएँ दोनों हाथों में बँधे मंजीरों को गीत की ताल व लय के साथ तेज गति से शरीर पर बँधे अन्य मंजीरों पर प्रहार करती हुईं विभिन्न भाव-भंगिमाएं प्रदर्शित करती हैं।
- इस नृत्य के समय पुरुष तंदूरे की तान पर रामदेव जी के भजन गाते हैं।
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