हिन्दी सामान्य ज्ञान 9: Difference between revisions
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-कुरुक्षेत्र' पर | -कुरुक्षेत्र' पर | ||
-'परशुराम की प्रतीक्षा' पर | -'परशुराम की प्रतीक्षा' पर | ||
{'सुहाग के नूपुर' के रचयिता हैं- | {'सुहाग के नूपुर' के रचयिता हैं- | ||
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-[[महादेवी वर्मा]] | -[[महादेवी वर्मा]] | ||
-सुभद्रा कुमारी चौहान | -सुभद्रा कुमारी चौहान | ||
{'दुरित, दुःख, दैन्य न थे जब ज्ञात, अपरिचित जरा-मरण-भ्रू पात।।' पंक्ति के रचनाकार हैं? | |||
|type="()"} | |||
-[[सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला]] | |||
-[[जयशंकर प्रसाद]] | |||
+[[सुमित्रानंदन पंत]] | |||
-[[महादेवी वर्मा]] | |||
||[[चित्र:Sumitranandan.jpg|150px|सुमित्रानंदन पंत|right]] सुमित्रानंदन पंत हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक हैं। सुमित्रानंदन पंत उस नये युग के प्रवर्तक के रूप में आधुनिक हिन्दी साहित्य में उदित हुए। सुमित्रानंदन पंत का जन्म [[20 मई]] [[1900]] में कौसानी, [[उत्तराखण्ड]], [[भारत]] में हुआ था। जन्म के छह घंटे बाद ही माँ को क्रूर मृत्यु ने छीन लिया। शिशु को उसकी दादी ने पाला पोसा। शिशु का नाम रखा गया गुसाई दत्त।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[सुमित्रानंदन पंत]] | |||
{'निराला के [[राम]] [[तुलसीदास]] के राम से भिन्न और भवभूति के राम के निकट हैं।' यह कथन किस [[हिन्दी]] आलोचक का है? | |||
|type="()"} | |||
-डॉ. रामस्वरूप चतुर्वेदी | |||
-डॉ. सूर्यप्रसाद दीक्षित | |||
+डॉ. रामविलास शर्मा | |||
-डॉ. गंगाप्रसाद पाण्डेय | |||
{'राम की शक्तिपूजा' में [[सूर्यकांत त्रिपाठी निराला|निराला]] की इन दो कविताओं का सारतत्त्व समाहित है? | |||
|type="()"} | |||
-तुलसीदास और सरोजस्मृति | |||
-तुलसीदास और बादल | |||
-सरोजस्मृति और तोड़ती पत्थर | |||
+जागो फिर एक बार और तुलसीदास | |||
{'भारत भारती' (काव्य) के रचनाकार हैं- | {'भारत भारती' (काव्य) के रचनाकार हैं- | ||
Line 101: | Line 102: | ||
-धर्मवीर भारती | -धर्मवीर भारती | ||
{' | {'मनुष्य के आचरण के प्रवर्तक भाव या मनोविकार ही होते हैं, बुद्धि नहीं।' यह कथन है? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -सरदार पूर्णसिंह का | ||
- | +[[रामचन्द्र शुक्ल]] का | ||
-[[महावीर प्रसाद द्विवेदी]] का | |||
- | -बालकृष्ण भट्ट का | ||
{' | {'रस मीमांसा' रस-सिद्धांत से सम्बन्धित पुस्तक है, इस पुस्तक के लेखक हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ | -[[डॉ. श्यामसुन्दर दास]] | ||
- | -डॉ. गुलाब राय | ||
+[[ | -डॉ. नगेन्द्र | ||
- | +[[आचार्य रामचन्द्र शुक्ल]] | ||
||[[चित्र:RamChandraShukla.jpg|150px|right|रामचन्द्र शुक्ल]] रामचन्द्र शुक्ल जी का जन्म [[बस्ती ज़िला|बस्ती ज़िले]] के अगोना नामक गाँव में सन 1884 ई. में हुआ था। सन 1888 ई. में वे अपने पिता के साथ राठ हमीरपुर गये तथा वहीं पर विद्याध्ययन प्रारम्भ किया। सन 1892 ई. में उनके पिता की नियुक्ति मिर्ज़ापुर में सदर क़ानूनगो के रूप में हो गई और वे पिता के साथ [[मिर्ज़ापुर]] आ गये। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[रामचन्द्र शुक्ल]] | |||
{'पंच परमेश्वर' के लेखक हैं- | {'पंच परमेश्वर' के लेखक हैं- | ||
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|| [[चित्र:Hazari Prasad Dwivedi.JPG|डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी|100px|right]] डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी [[हिन्दी]] के शीर्षस्थानीय साहित्यकारों में से हैं। वे उच्चकोटि के निबन्धकार, उपन्यास लेखक, आलोचक, चिन्तक तथा शोधकर्ता हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]] | || [[चित्र:Hazari Prasad Dwivedi.JPG|डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी|100px|right]] डॉ. हजारी प्रसाद द्विवेदी [[हिन्दी]] के शीर्षस्थानीय साहित्यकारों में से हैं। वे उच्चकोटि के निबन्धकार, उपन्यास लेखक, आलोचक, चिन्तक तथा शोधकर्ता हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[हजारी प्रसाद द्विवेदी]] | ||
{ | {मसि कागद छुयो नहीं कलम गही नहिं हाथ॥ प्रस्तुत पंक्ति के रचयिता हैं? | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ | -[[दादू दयाल]] | ||
-[[रैदास]] | |||
-[[ | +[[कबीरदास]] | ||
-सुन्दर दास | |||
{'चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग'। इस पंक्ति के रचयिता हैं- | {'चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग'। इस पंक्ति के रचयिता हैं- |
Revision as of 06:20, 28 February 2011
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