मघा नक्षत्र: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
('<poem>अर्थ - महान देव - पितृ</poem> *मघा नक्षत्र का नक्षत्र म...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
Line 29: | Line 29: | ||
[[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]] | [[Category:ग्रह-नक्षत्र ज्योतिष]] | ||
[[Category:पौराणिक_कोश]] | [[Category:पौराणिक_कोश]] | ||
[[Category: | [[Category:काल गणना]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 05:52, 20 August 2011
अर्थ - महान
देव - पितृ
- मघा नक्षत्र का नक्षत्र मंडल में दसवाँ स्थान है।
- मघा नक्षत्र के चारों चरण सिंह राशि में आते हैं।
- इस नक्षत्र का स्वामी केतु है।
- राशि स्वामी सूर्य है।
- मघा नक्षत्र सूर्य की सिंह राशि में आता है।
- नक्षत्र स्वामी केतु है, इसकी महादशा 7 वर्ष की होती है।
- केतु को राहु का धड़ माना गया है।
- वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो केतु पृथ्वी का दक्षिण छोर है।
- मघा में पितरों का व्रत और पूजन किया जाता है।
- बरगद के पेड को मघा नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।
- मघा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति बरगद की पूजा करते है।
- इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति अपने घर में बरगद के पेड को लगाते है।
|
|
|
|
|