कच्छ: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
गोविन्द राम (talk | contribs) No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
||
Line 17: | Line 17: | ||
}} | }} | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | |||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> |
Revision as of 08:33, 21 March 2011
[[चित्र:Kala-Dungar-Kutch-5.jpg|thumb|काला डूंगर का एक दृश्य, कच्छ, गुजरात|250px]]
- यह पश्चिमी गुजरात का एक भौगोलिक स्थल है जिसका वर्णन महाभारत एवं पाणिनी की अष्टाध्यायी में मिलता है।
- शिशुपाल वध काव्य में भी कच्छ का वर्णन हैं।
- यहाँ श्री कृष्ण के सैनिकों का लवंग पुष्पों की माला से विभूषित होने, नारियल का पानी पीने और कच्ची सुपारियाँ खाने का लालित्यपूर्ण वर्णन है।
इतिहास
- शक शासक रुद्रदामन (दूसरी शताब्दी ई.) के राज्य में कच्छ भी शामिल था।
- महमूद ग़ज़नवी ने जिन स्थानों पर आक्रमण किया था, उनमें कच्छ भी एक था।
- मध्य काल में सुल्तान फ़िरोज़शाह तुग़लक़ ने जब 1361-62ई. में सिंध पर आक्रमण किया तो वह कच्छ के रण में फँस गया था।
|
|
|
|
|