देहरादून पर्यटन: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 62: | Line 62: | ||
{{उत्तराखंड के पर्यटन स्थल}} | {{उत्तराखंड के पर्यटन स्थल}} | ||
[[Category:उत्तराखंड]] | [[Category:उत्तराखंड]] | ||
[[Category: | [[Category:उत्तराखंड_के_पर्यटन_स्थल]] | ||
[[Category:पर्यटन_कोश]] | [[Category:पर्यटन_कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Revision as of 07:55, 26 June 2010
देहरादून में कई पर्यटन स्थल है। भारत का प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटक स्थल देहरादून देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी है। शिवालिक पहाड़ियों के बीच बसा देहरादून प्रतिवर्ष लाखों सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। उत्तरी भारत के पश्चिमोत्तर उत्तरांचल राज्य में स्थित देहरादून पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल है। पुराणों के अनुसार इसकी स्थापना कौरवों और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य ने की थी। इसलिए देहरादून को द्रोण का घर भी कहा जाता है। इसके पूर्व में गंगा और पश्चिम में यमुना नदी बहती है। रोमांच, आध्यात्म और सुंदरता से भरपूर देहरादून भारत के विकसित शहरों में से एक है। देहरादून का वन्य अनुसंधान संस्थान एशिया में एकमात्र संस्थान है। देहरादून में प्राकृतिक छटा के साथ-साथ मानव निर्मित कला को भी देखा जा सकता है।
पर्यटन स्थल
देहरादून पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल है। विदेशी पर्यटक भी यहाँ आध्यात्मिक सुख की चाह में नियमित रूप से आते रहते हैं। देहरादून के प्रमुख पर्यटन स्थल इस प्रकार हैं।
वन्य अनुसंधान संस्थान
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- वन्य अनुसंधान संस्थान विश्व के बेहतरीन वन्य अनुसंधान केंद्रों में से एक है।
- यहाँ पृथ्वी पर मौजूद वनस्पतियों के बारे में जानने और उनके विकसित होने की प्रक्रिया को आसानी से समझा जा सकता है।
मलसी डियर पार्क
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- देहरादून से 10 किमी. आगे मसूरी जाने वाले रास्ते पर मलसी डियर पार्क पर्यटक स्थल है।
- मलसी डियर पार्क ख़ूबसूरत वातावरण के बीच हिरन, नील गाय और पक्षियों को देखना पर्यटकों को एक सुखद अहसास का अनुभव कराता है।
गुरु राम राय दरबार
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- गुरु रामराय के पिता गुरु हरि राय ने उन्हें मुग़ल राजा औरंगज़ेब के दरबार में चमत्कार दिखाने के लिए भेजा था।
- देहरादून पहुँचने पर उन्हें यहाँ आकर इतना अच्छा लगा कि वे यहीं रुक गए और यहाँ एक गुरुद्वारा बनाया जिसका नाम गुरु राम राय दरबार रखा। यहीं उन्होंने अपना झंडा फहराया। तब से आज तक होली के पाँचवे दिन बाद यह उत्सव मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन गुरु राम राय देहरादून पहुँचे थे।
राजाजी राष्ट्रीय उद्यान
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- महान स्वतंत्रता सेनानी सी. राजगोपालाचारी के नाम पर इस उद्यान का नाम राजाजी राष्ट्रीय उद्यान रखा गया।
- 830 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैला राजाजी राष्ट्रीय उद्यान अपने यहाँ पाए जाने वाले हाथियों की संख्या के लिए जाना जाता है।
- इसके अलावा राजाजी राष्ट्रीय उद्यान में हिरन, चीते, सांभर और मोर भी पाए जाते हैं।
मसूरी
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
सहस्त्रधारा
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
लक्ष्मण सिद्ध
- ॠषिकेश की ओर देहरादून से 12 किमी दूर लक्ष्मण सिद्ध एक प्रसिद्ध मंदिर है।
- कहा जाता है कि एक साधु ने यहाँ समाधि ली थी।
- मंदिर तक सुलभता से पहुँच होने के कारण विशेषकर रविवार को यहाँ बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आते हैं।
कंलगा स्मारक
- देहरादून-सहस्त्रधारा मार्ग पर स्थित यह स्मारक ब्रिटिशों और गोरख़ों के बीच 180 वर्ष पहले हुए युद्ध में बहादुरी की गाथाएँ याद दिलाता है। *रिसपाना नदी के किनारे पहाड़ी पर 1000 फुट की ऊँचाई पर बना कंलगा स्मारक गढ़वाली शासकों के इतिहास को दर्शाता है।
भागीरथी रिज़ॉर्ट
सड़क मार्ग द्वारा चकराता से 18 किमी दूर सेलाकी, देहरादून स्थित भागीरथी रिज़ॉर्ट से हिमालय की पर्वत श्रेणियों का रोमांचक दृश्य दिखाई देता है। रिज़ॉर्ट में बने शांत स्विमिंग पूल, वाटर-स्लाइटें और फव्वारा यात्रियों को आकर्षित करते हैं। पर्वत श्रेणियों की पृष्ठभूमि में बना यह रिज़ॉर्ट एक आदर्श पर्यटन स्थल है।
तपोवन
- देहरादून राजपुर रोड पर सिटी बस स्टेंड से लगभग 5 किमी दूर स्थित तपोवन सुंदर दृश्यों से घिरा है।
- कहते है कि गुरू द्रोणाचार्य ने इस क्षेत्र में तपस्या की थी।
धार्मिक स्थल
देहरादून धार्मिक दृष्टि के लिए भी महत्वपूर्ण है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
चंद्रबनी मंदिर
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- चंद्रबनी मंदिर एक सुंदर पर्यटन स्थल है।
- चंद्रबनी मंदिर गौतम बुद्ध के लिए प्रसिद्ध है।
- पौराणिक कथाओं के अनुसार महर्षि गौतम अपनी पत्नी और पु्त्री अंजनी के साथ इस स्थान पर निवास करते थे।
- ऐसा कहा जाता है कि स्वर्ग पुत्री गंगा इसी स्थान पर अवतरित हुई थी, जो अब गौतम कुंड के नाम से प्रसिद्ध है।
टपकेश्वर मंदिर
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- टपकेश्वर मंदिर एक गुफा मंदिर है।
- टपकेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।
- गुफा की छत से शिवलिंग पर पानी टपकता है। इसी कारण से इस मंदिर को टपकेश्वर मंदिर कहा जाता है।
संतौला देवी मंदिर
- REDIRECTसाँचा:मुख्य
- देहरादून से लगभग 15 किमी दूर स्थित प्रसिद्ध संतौला देवी मंदिर है।
- संतौला देवी मंदिर का बहुत सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है।
- इसे शांतला देवी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
साई दरबार
- राजपुर रोड पर शहर से 8 किमी की दूरी पर घंटा घर के समीप साई दरबार मंदिर है।
- इसका बहुत अधिक सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है तथा देश विदेश से दर्शनार्थी यहाँ आते हैं।
- साई दरबार के समीप राजपुर रोड पर ही भगवान बुद्ध का बहुत विशाल और भव्य तिब्बती मंदिर है।