नीरज चोपड़ा: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
Line 41: Line 41:
*नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर [[2017]] के एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
*नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर [[2017]] के एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
*[[2016]] के दक्षिण एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। ऐसे प्रदर्शन के बावजूद भी वे 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में स्थान पाने में वह विफल रहे थे, क्योंकि अर्हता प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि [[11 जुलाई]] थी।
*[[2016]] के दक्षिण एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। ऐसे प्रदर्शन के बावजूद भी वे 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में स्थान पाने में वह विफल रहे थे, क्योंकि अर्हता प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि [[11 जुलाई]] थी।
==टोक्यो ओलंपिक, 2020==
==ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020 में स्वर्ण विजेता==
नीरज चोपड़ा साल [[2021]] में [[जापान]] के टोक्यो शहर में आयोजित हो रहे ओलम्पिक में हिस्सा लेकर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं और ओलम्पिक में पदक के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। नीरज ने 86.65 मीटर दूरी तक भाला फेक कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की है और इसके साथ-साथ जेवलिन थ्रो के खेल में फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय होने का रिकॉर्ड भी बनाया है। नीरज चोपड़ा ने ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक-2020 (टोक्यो ओलम्पिक) में हिस्सा लेकर स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। नीरज ने 87.58 की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। क्वालिफिकेशन राउंड में भी नीरज अपने ग्रुप में टॉप पर रहे थे। साल [[2008]] के बीजिंग ओलंपिक के बाद ये [[भारत]] का पहला गोल्ड मेडल है।
नीरज चोपड़ा ने साल [[2021]] में [[जापान]] के टोक्यो शहर में आयोजित 'ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक-2020' में हिस्सा लेकर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। वह टोक्यो ओलम्पिक में पदक के मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। उन्होंने 86.65 मीटर दूरी तक भाला फेक कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की और इसके साथ-साथ जेवलिन थ्रो के खेल में फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय होने का रिकॉर्ड भी बनाया।


ओलंपिक खेलों में ये [[भारत]] का 13 साल बाद पहला गोल्ड मेडल है। नीरज चोपड़ा से पहले बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग में [[अभिनव बिंद्रा]] ने गोल्ड मेडल जीता था। ये ओलंपिक में भारत का कुल दूसरा व्यक्तिगत गोल्ड है। इससे पहले भारत ने [[हॉकी]] में 8 गोल्ड मेडल जीते हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत अब एक गोल्ड 2 सिल्वर और 4 कांस्य सहित कुल 6 मेडल जीत चुका है। नीरज चोपड़ा के अलावा भारत की ओर से [[मीराबाई चानू]] (वेट लिफ्टिंग) और [[रवि कुमार दहिया]] ([[कुश्ती]]) ने सिल्वर मेडल जीता है। वहीं [[पी. वी. सिंधु]], [[बजरंग पुनिया]], [[लवलीना बोरगोहेन|लवलीना]] और भारतीय हॉकी टीम ने भारत के लिए ब्रॉन्ज जीता।
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलम्पिक में भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। नीरज ने 87.58 की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। क्वालिफिकेशन राउंड में भी नीरज अपने ग्रुप में टॉप पर रहे थे। साल [[2008]] के बीजिंग ओलंपिक के बाद ये [[भारत]] का पहला गोल्ड मेडल है। ओलंपिक खेलों में ये [[भारत]] का 13 साल बाद पहला गोल्ड मेडल है। नीरज चोपड़ा से पहले बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग में [[अभिनव बिंद्रा]] ने गोल्ड मेडल जीता था। ये ओलंपिक में भारत का कुल दूसरा व्यक्तिगत गोल्ड है। इससे पहले भारत ने [[हॉकी]] में 8 गोल्ड मेडल जीते हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत अब एक गोल्ड 2 सिल्वर और 4 कांस्य सहित कुल 6 मेडल जीत चुका है। नीरज चोपड़ा के अलावा भारत की ओर से [[मीराबाई चानू]] (वेट लिफ्टिंग) और [[रवि कुमार दहिया]] ([[कुश्ती]]) ने सिल्वर मेडल जीता है। वहीं [[पी. वी. सिंधु]], [[बजरंग पुनिया]], [[लवलीना बोरगोहेन|लवलीना]] और भारतीय हॉकी टीम ने भारत के लिए काँस्य जीता।
==पदक मिलखा सिंह को समर्पित==
टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने अपना मेडल दिवंगत एथलीट [[मिलखा सिंह]] को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि आज मैं अपना बेस्ट दूंगा, लेकिन गोल्ड मेडल के बारे में नहीं सोचा था। गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा को [[राष्ट्रपति]] [[रामनाथ कोविंद]] से लेकर [[प्रधानमंत्री]] [[नरेंद्र मोदी]] तक ने बधाई दी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने नीरज से फोन पर बात भी की और उनकी मेहनत की प्रशंसा की। वहीं, [[हरियाणा]] के [[मुख्यमंत्री]] [[मनोहर लाल खट्टर]] ने हरियाणवी अंदाज में नीरज को बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा के छोरे ने टोक्यो में लठ गाड़ दिया। [[कांग्रेस सांसद]] [[राहुल गांधी]], [[प्रियंका गांधी]], [[उत्तर प्रदेश]] के सीएम [[योगी आदित्यनाथ]] समेत कई नेताओं ने भी नीरज को बधाई दी।
==पदक==
==पदक==
{| width="60%" class="bharattable-pink"
{| width="60%" class="bharattable-pink"
Line 98: Line 100:
| -
| -
| [[अर्जुन पुरस्कार]]
| [[अर्जुन पुरस्कार]]
|-
| 10.
| [[2021]]
| ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020 (टोक्यो, [[जापान]])
| स्वर्ण पदक
|}
|}



Revision as of 05:47, 8 August 2021

नीरज चोपड़ा
पूरा नाम नीरज चोपड़ा
जन्म 24 दिसंबर, 1997
जन्म भूमि खंडरा गांव, पानीपत, हरियाणा
कर्म भूमि भारत
खेल-क्षेत्र ट्रैक और फील्ड
प्रसिद्धि भाला फेंक खिलाड़ी
नागरिकता भारतीय
कोच गैरी कैल्वर्ट
अन्य जानकारी अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा दूसरे भारतीय हैं।
अद्यतन‎

नीरज चोपड़ा (अंग्रेज़ी: Neeraj Chopra, जन्म: 24 दिसंबर, 1997) भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट प्रतिस्पर्धा में भाला फेंकने वाले खिलाड़ी हैं। अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले वह दूसरे भारतीय हैं। भारत के इस स्टार भाला फेंक एथलीट ने 18वें एशियाई खेलों में भी भारत को स्वर्ण पदक दिलाया था। नीरज चोपड़ा को भारतीय सेना में सूबेदार, जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) के रूप में स्थान दिया गया है। साल 2018 में अपने बेहतरीन खेल प्रदर्शन की बदौलत नीरज चोपड़ा को भारत सरकार द्वारा 'अर्जुन पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। नीरज चोपड़ा ने ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक-2020 (टोक्यो ओलम्पिक) में हिस्सा लेकर स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। नीरज ने 87.58 की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। क्वालिफिकेशन राउंड में भी नीरज अपने ग्रुप में टॉप पर रहे थे। साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक के बाद ये भारत का पहला गोल्ड मेडल है।

परिचय

नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर,1997 को पानीपत जिले के खंडरा गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम सतीश कुमार एवं माता का नाम सरोज देवी है। नीरज अपने पांच भाई बहनों में सबसे बड़े हैं और इनकी दो बहनें भी हैं। भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के पिता खंडरा गांव में किसान हैं और खेतीबाड़ी करके अपना घर चलाते हैं और इनकी माँ सरोज देवी एक ग्रहणी हैं। नीरज अपनी पढ़ाई के लिए सिर्फ नौवीं कक्षा तक स्कूल गए, उसके बाद जैवलिन थ्रो के अभ्यास के लिए देश विदेश के दौरे पर जाना पड़ता था, जिसकी वजह से उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई ओपन शिक्षा के माध्यम से जारी रखी और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से बी.ए. की डिग्री हासिल की।[1]

कोच

नीरज चोपड़ा के मुख्य कोच का नाम उवे होन है जो की जर्मनी के पूर्व पेशेवर जैवलिन एथलीट हैं हालाँकि नीरज चोपड़ा के पूर्व कोच का नाम गैरी कैलवर्ट था जिनका साल 2018 बीजिंग में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।

उपलब्धियाँ

  • अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले वह दूसरे भारतीय हैं। बायडगोसज्च्ज़, पोलैंड में आयोजित 2016 आइएएएफ U20 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। इस पदक के साथ-साथ उन्होंने एक विश्व जूनियर रिकॉर्ड भी स्थापित किया।
  • भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने 18वें एशियाई खेलों में भारत को 8वां गोल्ड मेडल दिलाया। खेलों के 9वें दिन उन्होंने 88.06 मीटर भाला फेंक कर इतिहास रचा। एशियाई खेलों में इससे पहले भारत को कभी भी स्वर्ण पदक हासिल नहीं हुआ था। दिल्ली में खेले गए पहले एशियाई खेलों (1951) में भारत के पारसा सिंह ने रजत पदक जीता था। इसके बाद 1982 के एशियाई खेलों (दिल्ली) में भारत के गुरतेज सिंह ने कांस्य पदक जीता था। गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था। तब उन्होंने 86.47 मीटर भाला फेंका था।
  • नीरज ने जकार्ता में 18वें एशियाई खेलों में सर्वश्रेष्ठ थ्रो 88.06 मीटर की फेंकी और स्वर्ण पदक पर क़ब्ज़ा जमाया। उन्होंने यह सोने का तमगा छह में से दो प्रयासों में विफलता के बाद भी हासिल किया। इस मुकाबले में नीरज ने पूरे जोश और ताकत के साथ भाला फेंका। पहली बार में उन्होंने 83.46 मीटर दूर भाला फेंका। दूसरी बार में वह फाउल कर गए। तीसरे प्रयास में उन्होंने 88.06 मीटर दूर भाला फेंका। चौथी कोशिश में 83.25 मीटर, पांचवीं में 86.63 मीटर और उनका छठा प्रयास फाउल गया। रजत पदक जीतने वाले चीन के किझेन लियू 82.22 मीटर की थ्रो फेंक कर दूसरे स्थान पर, तो वहीं पाकिस्तान के नदीम अरशद ने 80.75 की सर्वश्रेष्ठ थ्रो फेंक कांस्य पदक हासिल किया।

thumb|left|200px|नीरज चोपड़ा नीरज ने अपना यह स्वर्ण पदक हाल ही में इस दुनिया से जाने वाले भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा- "प्रतियोगिता अच्छी थी। मैंने अच्छी ट्रेनिंग भी की थी और मेरा पूरा ध्यान देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने पर था। मैं अपना मेडल अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित करना चाहता हूं, जो एक महान शख़्स थे।"

  • नीरज ने 85.23 मीटर का भाला फेंककर 2017 के एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
  • 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में नीरज चोपड़ा ने भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए 82.23 मीटर तक भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीता था। ऐसे प्रदर्शन के बावजूद भी वे 2016 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में स्थान पाने में वह विफल रहे थे, क्योंकि अर्हता प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि 11 जुलाई थी।

ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020 में स्वर्ण विजेता

नीरज चोपड़ा ने साल 2021 में जापान के टोक्यो शहर में आयोजित 'ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक-2020' में हिस्सा लेकर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। वह टोक्यो ओलम्पिक में पदक के मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। उन्होंने 86.65 मीटर दूरी तक भाला फेक कर फाइनल में अपनी जगह पक्की की और इसके साथ-साथ जेवलिन थ्रो के खेल में फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय होने का रिकॉर्ड भी बनाया।

नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलम्पिक में भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। नीरज ने 87.58 की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया। क्वालिफिकेशन राउंड में भी नीरज अपने ग्रुप में टॉप पर रहे थे। साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक के बाद ये भारत का पहला गोल्ड मेडल है। ओलंपिक खेलों में ये भारत का 13 साल बाद पहला गोल्ड मेडल है। नीरज चोपड़ा से पहले बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड मेडल जीता था। ये ओलंपिक में भारत का कुल दूसरा व्यक्तिगत गोल्ड है। इससे पहले भारत ने हॉकी में 8 गोल्ड मेडल जीते हैं। टोक्यो ओलंपिक में भारत अब एक गोल्ड 2 सिल्वर और 4 कांस्य सहित कुल 6 मेडल जीत चुका है। नीरज चोपड़ा के अलावा भारत की ओर से मीराबाई चानू (वेट लिफ्टिंग) और रवि कुमार दहिया (कुश्ती) ने सिल्वर मेडल जीता है। वहीं पी. वी. सिंधु, बजरंग पुनिया, लवलीना और भारतीय हॉकी टीम ने भारत के लिए काँस्य जीता।

पदक मिलखा सिंह को समर्पित

टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा ने अपना मेडल दिवंगत एथलीट मिलखा सिंह को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि आज मैं अपना बेस्ट दूंगा, लेकिन गोल्ड मेडल के बारे में नहीं सोचा था। गोल्ड मेडल जीतने के बाद नीरज चोपड़ा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने बधाई दी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने नीरज से फोन पर बात भी की और उनकी मेहनत की प्रशंसा की। वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणवी अंदाज में नीरज को बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा के छोरे ने टोक्यो में लठ गाड़ दिया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने भी नीरज को बधाई दी।

पदक

नीरज चोपड़ा की पदक तालिका
क्र.सं. साल प्रतियोगिता पदक
1. 2012 राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप स्वर्ण पदक
2. 2013 राष्ट्रीय युवा चैंपियनशिप रजत पदक
3. 2016 तीसरा विश्व जूनियर अवार्ड स्वर्ण पदक
4. 2016 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप रजत पदक
5. 2016 दक्षिण एशियाई खेल स्वर्ण पदक
6. 2017 एशियाई चैंपियनशिप स्वर्ण पदक
7. 2018 एशियाई खेल चैंपियनशिप स्वर्ण गौरव स्वर्ण पदक
8. 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक
9. 2018 - अर्जुन पुरस्कार
10. 2021 ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक, 2020 (टोक्यो, जापान) स्वर्ण पदक


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. नीरज चोपड़ा का जीवन परिचय (हिंदी) shubhamsirohi.com। अभिगमन तिथि: 07 अगस्त, 2021।

संबंधित लेख