पुनर्वसु नक्षत्र

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अर्थ - पुनः शुभ
देव - अदिति

  • पुनर्वसु सातवाँ नक्षत्र है।
  • मिथुन राशि में इसके चारों चरण आते हैं।
  • इस नक्षत्र का स्वामी गुरु है।
  • पुनर्वसु में अदिति का व्रत और पूजन किया जाता है।
  • पुनर्वसु नक्षत्र के देवता वृहस्पति को माना जाता है।
  • वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बांस के पेड को पुनर्वसु नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है।
  • पुनर्वसु नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग बांस के वृक्ष की पूजा करते है।
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के ख़ाली हिस्से में बांस के पेड को लगाते है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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