नये सुभाषित -रामधारी सिंह दिनकर

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नये सुभाषित -रामधारी सिंह दिनकर
कवि रामधारी सिंह दिनकर
मूल शीर्षक 'नये सुभाषित'
प्रकाशक 'लोकभारती प्रकाशन'
ISBN 978-81-8031-412
देश भारत
पृष्ठ: 66
भाषा हिन्दी
विधा कविताएँ

नये सुभाषित हिन्दी के ख्याति प्राप्त लेखक, कवि और निबन्धकार रामधारी सिंह दिनकर का कविता संग्रह है। राष्ट्रकवि दिनकर जी आधुनिक काल के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। कविता संग्रह 'नये सुभाषित' का प्रकाशन 'लोकभारती प्रकाशन' द्वारा किया गया था।

पुस्तक अंश

इस कविता संग्रह में कवि ने अधिकांश कविताओं में मौलिक भाव का समावेश किया है। काव्य संग्रह में प्रेम, चुम्बन, कविता और प्रेम, सौन्दर्य, वातायन, नर-नारी, शिशु और शौशव, विवाह, प्रफुल्लता, यौवन, जवानी और बुढ़ापा, प्रतिभा, आलोचक, फूल, पुस्तक, कल्पना, सेतु खिलनमर्ग, पत्रकार, अभिनेता, मुक्त छंद, अनुवाद, धर्म, हुंकार, प्रार्थना, स्वर्ग, भगवान की बिक्री, मन्दिर, संन्यासी और गृहस्थ, राजनीति, क्रान्तिकारी, बुनियादी तालीम, अबन्ध शिक्षा, मुक्ति देश, अल्पसंख्यक, युद्ध, पागलपन, ज्ञान, चिंता, निःशब्दता, पन्थ, आग और बर्फ, बीता हुआ कल, कानून और आचार, समझौते की शांति, प्रशंसा, प्रसिद्धि, देशभक्ति, परिवार, आशा, आत्माविश्वास निश्चिन्त, चीनी कवि, आत्मशिक्षण, सत्य, परिचय, सुख और आनन्द, आँख और कान, आलस्य, ज्ञान और अज्ञान, मूर्ख, मित्र, ईर्ष्या, संकट, समुद्र, वृक्ष, क्वांरा, परोपदेश, खिलौने, लज्जा, जनमत, श्रम, अध्ययन, विज्ञान, निन्दा, पाप, साहस, तथ्य और सत्य, दर्द, वायु, भूल, अनुभव, विकास, यती, नाटक, गिरगिट, कवि, अन्वेशी, आंसू, नाव, स्मृति, प्रकाश, आधुनिकता, समर्पण, भारत, जवाहर लाल, जय प्रकाश, विनोबा, दिनकर, मार्क्स और फ्रायड, गाँधी इत्यादि काव्य प्रस्तुत किये हैं।[1] ये काव्य प्रेमियों को एक नई दिशा देने में समर्थ हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. नये सुभाषित (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 22 सितम्बर, 2013।

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