Difference between revisions of "कंस टीला मथुरा"

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'''कंस टीला''' [[भारत]] के [[उत्तर प्रदेश]] में [[मथुरा]] में स्थित है। कंस टीला [[यमुना]] किनारे परिक्रमा मार्ग, [[मथुरा]] पर स्थित है।
*कंस टीला [[यमुना]] किनारे,परिक्रमा मार्ग, [[मथुरा]] पर स्थित है ।
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*कहते हैं यह स्थान पाँच हज़ार साल पुराना है परंतु यहाँ बना मंदिर नवनिर्मित है।
*कहते हैं यह स्थान पाँच हज़ार साल पुराना है परंतु यहाँ बना मंदिर नवनिर्मित है ।
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*यह चालीस फीट ऊँचे टीले पर बना आयताकार (120’ X 80’) आधार का मन्दिर है। सड़क से टीले पर जाने के लिए सीढ़ियाँ निर्मित हैं। यह नवनिर्मित मन्दिर ईंट व सीमेंट से बना है जिसका मुख्य द्वार पक्षिम की ओर है।
*यह चालीस फीट ऊँचे टीले पर बना आयताकार (120’ X 80’) आधार का मन्दिर है । सड़क से टीले पर जाने के लिए सीढ़ियाँ निर्मित हैं । यह नवनिर्मित मन्दिर ईंट व सीमेंट से बना है जिसका मुख्य द्वार पक्षिम की ओर है ।
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*यहाँ बना मन्दिर, [[कंस]] का भगवान [[कृष्ण]] और [[बलराम]] द्वारा वध किया जाने वाले स्थान के रूप में विख्यात है। बताया जाता है कि भगवान कृष्ण ने इस टीले से कंस को लुढ़काया था। भगवान कृष्ण और बलराम के अलावा यहाँ एक प्राचीन [[पीपल]] का पेड़ व [[हनुमान]] जी की प्रतिमा को भी पूजा जाता है। यह एक प्राकर्तिक रचना प्रतीत होती है क्योंकि नदी द्वारा बनी पुरानी दीवार इससे मिली हुई लगती है।
*यहाँ बना मन्दिर, [[कंस]] का भगवान [[कृष्ण]] और [[बलराम]] द्वारा वध किया जाने वाले स्थान के रूप में विख्यात है । बताया जाता है कि भगवान कृष्ण ने इस टीले से कंस को लुढ़काया था । भगवान कृष्ण और बलराम के अलावा यहाँ एक प्राचीन [[पीपल]] का पेड़ व [[हनुमान]] जी की प्रतिमा को भी पूजा जाता है । यह एक प्राकर्तिक रचना प्रतीत होती है क्योंकि नदी द्वारा बनी पुरानी दीवार इससे मिली हुई लगती है ।
 
  
  

Revision as of 11:25, 20 November 2011

kans tila bharat ke uttar pradesh mean mathura mean sthit hai. kans tila yamuna kinare parikrama marg, mathura par sthit hai.

  • kahate haian yah sthan paanch hazar sal purana hai parantu yahaan bana mandir navanirmit hai.
  • yah chalis phit ooanche tile par bana ayatakar (120’ X 80’) adhar ka mandir hai. s dak se tile par jane ke lie sidhiyaan nirmit haian. yah navanirmit mandir eeant v simeant se bana hai jisaka mukhy dvar pakshim ki or hai.
  • yahaan bana mandir, kans ka bhagavan krishna aur balaram dvara vadh kiya jane vale sthan ke roop mean vikhyat hai. bataya jata hai ki bhagavan krishna ne is tile se kans ko ludhakaya tha. bhagavan krishna aur balaram ke alava yahaan ek prachin pipal ka pe d v hanuman ji ki pratima ko bhi pooja jata hai. yah ek prakartik rachana pratit hoti hai kyoanki nadi dvara bani purani divar isase mili huee lagati hai.



panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

sanbandhit lekh