वेलकली: Difference between revisions
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'''वेलकली''' भारतीय राज्य [[केरल]] की पारम्परिक लोक नृत्य कला है। यह पुरुषों द्वारा प्रदर्शित किया जाने वाला एक युद्ध कला नृत्य है जो विशेष रूप से नायर समुदाय में प्रचलित है। | '''वेलकली''' भारतीय राज्य [[केरल]] की पारम्परिक लोक नृत्य कला है। यह पुरुषों द्वारा प्रदर्शित किया जाने वाला एक युद्ध कला नृत्य है जो विशेष रूप से नायर समुदाय में प्रचलित है। | ||
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[[चित्र:Velakali-Dance-Kerala.jpg|thumb|left|250px|वेलकली नृत्य पर डाक टिकट]] वेलकली भारतीय राज्य केरल की पारम्परिक लोक नृत्य कला है। यह पुरुषों द्वारा प्रदर्शित किया जाने वाला एक युद्ध कला नृत्य है जो विशेष रूप से नायर समुदाय में प्रचलित है।
- इसमें मध्यकालीन नायर सैनिकों के रूप में पारंपरिक परिधान और वेशभूषा धारण किए हुए नर्तक बेहद तेज गति वाले और शारीरिक फुर्ती वाली तलवारबाजी का प्रदर्शन करते हैं।
- साथ में मद्दलम, इलत्तालम, कोंबु और कुषल जैसे वाद्य यंत्रों की धुन भी इसे मनमोहक बनाती है।
- वेलकली का उद्भव अम्बलप्पुषा में हुआ माना जाता है, जहां चेंपकशेरी की सेना के सेनापति मात्तूर पणिक्कर ने लोगों में युद्ध भावना जगाने के लिए लिए इसका प्रदर्शन किया था।
- कलारी पयाट्टू भी केरल का एक प्राचीन मार्शल आर्ट है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ केरल के अन्य प्रमुख लोक नृत्य (हिंदी) byjus.com। अभिगमन तिथि: 23 फ़रवरी, 2024।
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