भूतिवर्मा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 13:10, 17 May 2014 by रविन्द्र प्रसाद (talk | contribs)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
  • भूतिवर्मा को 'महाभूति वर्मा' अथवा 'भूतवर्मा' भी सम्बोधित किया जाता है।
  • यह कामरूप के 'पुष्यवर्मा' द्वारा प्रवर्तित राजवंश का आरम्भिक राजा था।
  • बादगंगा चट्टान शिलालेख के अनुसार, जिस पर गुप्त युग की तिथि अंकित कही जाती है, और जो 554 ई. के समकक्ष है, भूतिवर्मा ने अश्वमेध यज्ञ किया था।
  • इससे प्रकट होता है कि उसने गुप्तों के अधिराज्य का परित्याग कर दिया था।
  • भूतिवर्मा ने भारी संख्या में ब्राह्मणों को कौशिकी नदी के निकट चन्द्रपुरी परगने में पट्टे लिखकर भूमि प्रदान की, जिनका उसके उत्तराधिकारी भास्करवर्मा ने नवीनीकरण किया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 340।

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः