Difference between revisions of "इतिहास सामान्य ज्ञान 74"

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{'[[आनन्दमठ|आनंदमठ]]' के लेखक कौन हैं?  
 
{'[[आनन्दमठ|आनंदमठ]]' के लेखक कौन हैं?  
 
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-[[रवीन्द्र नाथ टैगोर]]
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-[[रवीन्द्रनाथ टैगोर]]
 
+[[बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]]  
 
+[[बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]]  
 
-[[सरोजनी नायडू]]  
 
-[[सरोजनी नायडू]]  
 
-[[अरविंद घोष]]
 
-[[अरविंद घोष]]
|| [[चित्र:Bankim-Chandra-Chatterjee.jpg|right|100px|बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]] '''बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय''' 19वीं शताब्दी के बंगाल के प्रकाण्ड विद्वान तथा महान कवि और उपन्यासकार थे। 1874 में प्रसिद्ध देश भक्ति गीत [[वन्देमातरम्]] की रचना की जिसे बाद में [[आनन्दमठ|आनन्द मठ]] नामक उपन्यास में शामिल किया गया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]]
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|| [[चित्र:Bankim-Chandra-Chatterjee.jpg|right|100px|बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]] '''बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय''' 19वीं शताब्दी के बंगाल के प्रकाण्ड विद्वान, महान कवि और उपन्यासकार थे। 1874 में प्रसिद्ध देश भक्ति गीत [[वन्देमातरम्]] की रचना की जिसे बाद में [[आनन्दमठ|आनन्द मठ]] नामक उपन्यास में शामिल किया गया था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय]]
  
 
{निम्नलिखित में से कौन-सी कृति [[रवीन्द्रनाथ टैगोर]] की नहीं है?  
 
{निम्नलिखित में से कौन-सी कृति [[रवीन्द्रनाथ टैगोर]] की नहीं है?  
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-चित्रांगदा  
 
-चित्रांगदा  
  
{[[भारत]] में पहला समाचार पत्र किसने शुरू किया था?  
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{[[भारत]] में पहला [[समाचार पत्र]] किसने शुरू किया था?  
 
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-[[दादाभाई नौरोजी]]
 
-[[दादाभाई नौरोजी]]
 
-[[सर सैयद अहमद ख़ाँ]]  
 
-[[सर सैयद अहमद ख़ाँ]]  
-[[रविन्द्र नाथ टैगोर]]  
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-[[रविन्द्रनाथ टैगोर]]  
 
+जेम्स हिक्की  
 
+जेम्स हिक्की  
  
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-[[लॉर्ड इरविन]]
 
-[[लॉर्ड इरविन]]
 
+[[वारेन हेस्टिंग्स]]
 
+[[वारेन हेस्टिंग्स]]
||1750 ई. में वारेन हेस्टिंग्स कम्पनी के एक क्लर्क के रूप में [[कलकत्ता]] पहुँचा, और अपनी कार्यकुशलता के कारण शीघ्र ही वह [[कासिम बाज़ार]] का अध्यक्ष बन गया। 1772 ई. में इसे [[बंगाल]] का गवर्नर बनाया गया। 1773 ई. के '[[रेग्युलेटिंग एक्ट]]' के द्वारा उसे 1774 ई. में बंगाल का [[गवर्नर जनरल]] नियुक्त किया गया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[वारेन हेस्टिंग्स]]
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||1750 ई. में वारेन हेस्टिंग्स कम्पनी के एक क्लर्क के रूप में [[कलकत्ता]] पहुँचा, और अपनी कार्यकुशलता के कारण शीघ्र ही वह [[कासिम बाज़ार]] का अध्यक्ष बन गया। 1772 ई. में इसे [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] का गवर्नर बनाया गया। 1773 ई. के '[[रेग्युलेटिंग एक्ट]]' के द्वारा उसे 1774 ई. में बंगाल का [[गवर्नर जनरल]] नियुक्त किया गया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[वारेन हेस्टिंग्स]]
  
 
{निम्न में से किसका मूल नाम 'अली गुरशास्प' था?
 
{निम्न में से किसका मूल नाम 'अली गुरशास्प' था?
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+[[अलाउद्दीन ख़िलजी]]
 
+[[अलाउद्दीन ख़िलजी]]
 
-[[औरंगज़ेब]]
 
-[[औरंगज़ेब]]
||अलाउद्दीन ख़िलजी (1296-1316 ई.) तक [[दिल्ली]] का सुल्तान था। वह [[ख़िलजी वंश]] के संस्थापक [[जलालुद्दीन ख़िलजी]] का भतीजा और दामाद था। सुल्तान बनने के पहले उसे [[इलाहाबाद]] के निकट [[कड़ा]] की जागीर दी गयी। अलाउद्दीन ख़िलजी का बचपन का नाम 'अली गुरशास्प' था। जलालुद्दीन ख़िलजी के तख्त पर बैठने के बाद उसे 'अमीर-ए-तुजुक' का पद मिला।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अलाउद्दीन ख़िलजी]]
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||अलाउद्दीन ख़िलजी (1296-1316 ई.) [[दिल्ली]] का सुल्तान था। वह [[ख़िलजी वंश]] के संस्थापक [[जलालुद्दीन ख़िलजी]] का भतीजा और दामाद था। सुल्तान बनने के पहले उसे [[इलाहाबाद]] के निकट [[कड़ा]] की जागीर दी गयी। अलाउद्दीन ख़िलजी का बचपन का नाम 'अली गुरशास्प' था। जलालुद्दीन ख़िलजी के तख्त पर बैठने के बाद उसे 'अमीर-ए-तुजुक' का पद मिला।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[अलाउद्दीन ख़िलजी]]
  
 
{[[कृष्णदेव राय]] कहाँ के राजा थे?
 
{[[कृष्णदेव राय]] कहाँ के राजा थे?
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+[[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]] के
 
+[[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]] के
 
-[[पल्लव वंश]] के
 
-[[पल्लव वंश]] के
||[[विजयनगर साम्राज्य]] का विभाजन प्रान्त, राज्य या मंडल में किया गया था। [[कृष्णदेव राय]] के शासनकाल में प्रान्तों की संख्या सर्वाधिक 6 थी। प्रान्तों के गर्वनर के रूप में राज परिवार के सदस्य या अनुभवी दण्डनायकों की नियुक्ति की जाती थी। इन्हें सिक्कों को प्रसारित करने, नये कर लगाने, पुराने कर माफ करने एवं भूमिदान करने आदि की स्वतन्त्रता प्राप्त थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]]
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||[[विजयनगर साम्राज्य]] का विभाजन प्रान्त, राज्य या मंडल में किया गया था। [[कृष्णदेव राय]] के शासनकाल में प्रान्तों की संख्या सर्वाधिक 6 थी। प्रान्तों के गर्वनर के रूप में राज परिवार के सदस्य या अनुभवी दण्डनायकों की नियुक्ति की जाती थी। इन्हें सिक्कों को प्रसारित करने, नये कर लगाने, पुराने कर माफ़ करने एवं भूमिदान करने आदि की स्वतन्त्रता प्राप्त थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[विजय नगर साम्राज्य|विजयनगर]]
  
 
{[[हम्पी]] का खुला संग्रहालय किस राज्य में है?
 
{[[हम्पी]] का खुला संग्रहालय किस राज्य में है?
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-[[आंध्र प्रदेश]]
 
-[[आंध्र प्रदेश]]
 
-[[तमिलनाडु]]
 
-[[तमिलनाडु]]
||[[चित्र:Sringeri Sharada Peeth.jpg|श्रृंगेरी पीठ, शारदा, कर्नाटक|100px|right]][[कर्नाटक]] राज्य का लगभग 2,000 वर्ष का लिखित [[इतिहास]] उपलब्ध है। कर्नाटक पर [[नंद]], [[मौर्य]] और [[सातवाहन]] नामक राजाओं का शासन रहा। चौथी शताब्दी के मध्य से इसी क्षेत्र के राजवंशों बनवासी के [[कदम्ब वंश|कदम्ब]] तथा [[गंग वंश|गंगों]] का अधिकार रहा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कर्नाटक]]
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||[[चित्र:Sringeri Sharada Peeth.jpg|श्रृंगेरी पीठ, शारदा, कर्नाटक|100px|right]][[कर्नाटक]] राज्य का लगभग 2,000 वर्ष का लिखित [[इतिहास]] उपलब्ध है। कर्नाटक पर [[नंद]], [[मौर्य]] और [[सातवाहन]] नामक राजाओं का शासन रहा। चौथी शताब्दी के मध्य से इसी क्षेत्र के राजवंशों के [[कदम्ब वंश|कदम्ब]] तथा [[गंग वंश|गंगों]] का अधिकार रहा।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कर्नाटक]]
 
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Revision as of 14:03, 16 December 2014

samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan


  1. REDIRECTsaancha:nilais vishay se sanbandhit lekh padhean:-
  2. REDIRECTsaancha:nila band itihas praangan, itihas kosh, aitihasik sthan kosh

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1 bharat ka rashtriy panchaang kis sanvat par adharit hai?

vikram sanvat
kali sanvat
shak sanvat
inamean se koee nahian

3 nimnalikhit mean se kaun-si kriti ravindranath taigor ki nahian hai?

chitra
kapalakuandala
d kort daansar
chitraangada

4 bharat mean pahala samachar patr kisane shuroo kiya tha?

dadabhaee nauroji
sar saiyad ahamad khaan
ravindranath taigor
jems hikki

5 'saidalar ayog' ka sambandh kisase tha?

nyay
rajasv prashasan
pulis prashasan
shiksha

6 gvaliyar rajy ki sthapana kisane ki thi?

madhav rav siandhiya
balaji bajirav
mahadaji siandhiya
jivajirav siandhiya

8 nimn mean se kisaka mool nam 'ali gurashasp' tha?

jahaangir
sherashah soori
alauddin khilaji
aurangazeb

10 hampi ka khula sangrahalay kis rajy mean hai?

karnatak
rajasthan
aandhr pradesh
tamilanadu

panne par jaean
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samany jnan prashnottari
rajyoan ke samany jnan


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