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*लोकश्रुति के अनुसार इसे [[लंका]] के राजा [[रावण]] के [[पिता]] [[विश्रवा|विश्रवा ऋषि]] का [[आश्रम]] माना जाता है। | *लोकश्रुति के अनुसार इसे [[लंका]] के राजा [[रावण]] के [[पिता]] [[विश्रवा|विश्रवा ऋषि]] का [[आश्रम]] माना जाता है। | ||
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
*ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | {{उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक स्थान}} | ||
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Latest revision as of 07:13, 16 June 2013
बिसरण मेरठ ज़िला, उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद से 8 मील (लगभग 12.8 कि.मी.) की दूरी पर स्थित है।[1]
- लोकश्रुति के अनुसार इसे लंका के राजा रावण के पिता विश्रवा ऋषि का आश्रम माना जाता है।
- विश्रवा के आराध्य देव भगवान शिव का एक मंदिर भी यहाँ है, जिसे महाराष्ट्र केसरी शिवाजी द्वारा बनवाया हुआ कहा जाता है। कहते हैं कि दक्षिण से आगरा जाते समय शिवाजी इस स्थान पर भी आए थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 632 |
- ऐतिहासिक स्थानावली | विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार