भटनेर क़िला हनुमानगढ़: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति") |
No edit summary |
||
(5 intermediate revisions by 5 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
{{सूचना बक्सा पर्यटन | |||
*भूपत के पुत्र अभय राव भाटी ने 295 ई. में इस क़िले का निर्माण करवाया था। | |चित्र=Bhatner-Fort-Hanumangarh.jpg | ||
*यह क़िला भारतीय इतिहास की कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है। | |चित्र का नाम=भटनेर क़िला, [[हनुमानगढ़]] | ||
|विवरण='भटनेर क़िला' पर्यटन स्थलों में से एक है। यह क़िला [[भारतीय इतिहास]] की कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है। | |||
|राज्य=[[राजस्थान]] | |||
|केन्द्र शासित प्रदेश= | |||
|ज़िला=[[हनुमानगढ़]] | |||
|निर्माता=अभय राव भाटी | |||
|स्वामित्व= | |||
|प्रबंधक= | |||
|निर्माण काल= 295 ई. | |||
|स्थापना= | |||
|भौगोलिक स्थिति=29° 37′ 0″ उत्तर, 74° 20′ 0″ पूर्व | |||
|मार्ग स्थिति= | |||
|मौसम= | |||
|तापमान= | |||
|प्रसिद्धि=पर्यटन स्थल | |||
|कब जाएँ= | |||
|कैसे पहुँचें= | |||
|हवाई अड्डा= | |||
|रेलवे स्टेशन= | |||
|बस अड्डा= | |||
|यातायात= | |||
|क्या देखें= | |||
|कहाँ ठहरें= | |||
|क्या खायें= | |||
|क्या ख़रीदें= | |||
|एस.टी.डी. कोड= | |||
|ए.टी.एम= | |||
|सावधानी= | |||
|मानचित्र लिंक=[https://www.google.co.in/maps/dir/%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%A8/Bhatner+Fort,+Hanumangarh,+Rajasthan+335513/@28.2982933,73.0701342,8z/data=!3m1!4b1!4m13!4m12!1m5!1m1!1s0x396a3efaf7e30e37:0xb52b9b4506c088e5!2m2!1d74.2179326!2d27.0238036!1m5!1m1!1s0x39168cb2c8d50089:0xfb8474d2d668ca26!2m2!1d74.3257537!2d29.586003 गूगल मानचित्र] | |||
|संबंधित लेख=[[राजस्थान]], [[हनुमानगढ़]], [[राजस्थान पर्यटन]], [[बीकानेर]], [[भारतीय इतिहास]], [[तराइन का युद्ध]], [[मोहम्मद गौरी]], [[पृथ्वीराज चौहान]] | |||
|शीर्षक 1= | |||
|पाठ 1= | |||
|शीर्षक 2= | |||
|पाठ 2= | |||
|अन्य जानकारी=[[बीकानेर]] के सम्राट 'सूरत सिंह' ने 1805 ई. में भाटी से लड़ाई जीत कर इस स्थान पर क़ब्ज़ा कर लिया था। जिस दिन वह लड़ाई जीते उस दिन [[मंगलवार]] था। [[हनुमानगढ़]] को तभी से भटनेर के साथ 'हनुमानगढ़' के नाम से भी जाना जाता है। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''भटनेर क़िला''' [[हनुमानगढ़]], [[राजस्थान]] में स्थित एक प्राचीन स्थल है। | |||
*'भूपत' के पुत्र 'अभय राव भाटी' ने 295 ई. में इस क़िले का निर्माण करवाया था। | |||
*यह क़िला [[भारतीय इतिहास]] की कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है। | |||
*[[मोहम्मद गौरी]] और [[पृथ्वीराज चौहान]] के बीच प्रसिद्ध [[तराइन का युद्ध]] यहीं पर हुआ था। | *[[मोहम्मद गौरी]] और [[पृथ्वीराज चौहान]] के बीच प्रसिद्ध [[तराइन का युद्ध]] यहीं पर हुआ था। | ||
*[[कुतुबुद्दीन ऐबक]], [[तैमूर]] और [[अकबर]] ने भी [[भटनेर]] में शासन किया है। | *[[कुतुबुद्दीन ऐबक]], [[तैमूर]] और [[अकबर]] ने भी [[भटनेर]] में शासन किया है। | ||
*तैमूर ने अपनी आत्मकथा 'तुजुक-ए-तैमूरी' में लिखा है कि मैंने इस क़िले के समान हिन्दुस्तान के किसी अन्य क़िले को सुरक्षित और शाक्तिशाली नहीं पाया है। | *तैमूर ने अपनी आत्मकथा 'तुजुक-ए-तैमूरी' में लिखा है कि 'मैंने इस क़िले के समान हिन्दुस्तान के किसी अन्य क़िले को सुरक्षित और शाक्तिशाली नहीं पाया है।' | ||
*[[बीकानेर]] के सम्राट सूरत सिंह ने 1805 ई. में भाटी से लड़ाई जीत कर इस स्थान पर क़ब्ज़ा कर लिया था। | *[[बीकानेर]] के सम्राट 'सूरत सिंह' ने 1805 ई. में भाटी से लड़ाई जीत कर इस स्थान पर क़ब्ज़ा कर लिया था। जिस दिन वह लड़ाई जीते उस दिन [[मंगलवार]] था। [[हनुमानगढ़]] को तभी से भटनेर के साथ 'हनुमानगढ़' के नाम से भी जाना जाता है। | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक=|पूर्णता=|शोध=}} | |||
{{लेख प्रगति | |||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{राजस्थान के पर्यटन स्थल}} | {{राजस्थान के पर्यटन स्थल}}{{भारत के दुर्ग}} | ||
[[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category: | [[Category:राजस्थान]][[Category:राजस्थान_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:भारत के दुर्ग]][[Category:स्थापत्य कला]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:कला कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:इतिहास कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 11:57, 21 September 2016
भटनेर क़िला हनुमानगढ़
| |
[[चित्र:Bhatner-Fort-Hanumangarh.jpg|भटनेर क़िला, हनुमानगढ़|200px|center]]
| |
विवरण | 'भटनेर क़िला' पर्यटन स्थलों में से एक है। यह क़िला भारतीय इतिहास की कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है। |
राज्य | राजस्थान |
ज़िला | हनुमानगढ़ |
निर्माता | अभय राव भाटी |
निर्माण काल | 295 ई. |
भौगोलिक स्थिति | 29° 37′ 0″ उत्तर, 74° 20′ 0″ पूर्व |
प्रसिद्धि | पर्यटन स्थल |
चित्र:Map-icon.gif | गूगल मानचित्र |
संबंधित लेख | राजस्थान, हनुमानगढ़, राजस्थान पर्यटन, बीकानेर, भारतीय इतिहास, तराइन का युद्ध, मोहम्मद गौरी, पृथ्वीराज चौहान
|
अन्य जानकारी | बीकानेर के सम्राट 'सूरत सिंह' ने 1805 ई. में भाटी से लड़ाई जीत कर इस स्थान पर क़ब्ज़ा कर लिया था। जिस दिन वह लड़ाई जीते उस दिन मंगलवार था। हनुमानगढ़ को तभी से भटनेर के साथ 'हनुमानगढ़' के नाम से भी जाना जाता है। |
भटनेर क़िला हनुमानगढ़, राजस्थान में स्थित एक प्राचीन स्थल है।
- 'भूपत' के पुत्र 'अभय राव भाटी' ने 295 ई. में इस क़िले का निर्माण करवाया था।
- यह क़िला भारतीय इतिहास की कई महत्त्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी भी रहा है।
- मोहम्मद गौरी और पृथ्वीराज चौहान के बीच प्रसिद्ध तराइन का युद्ध यहीं पर हुआ था।
- कुतुबुद्दीन ऐबक, तैमूर और अकबर ने भी भटनेर में शासन किया है।
- तैमूर ने अपनी आत्मकथा 'तुजुक-ए-तैमूरी' में लिखा है कि 'मैंने इस क़िले के समान हिन्दुस्तान के किसी अन्य क़िले को सुरक्षित और शाक्तिशाली नहीं पाया है।'
- बीकानेर के सम्राट 'सूरत सिंह' ने 1805 ई. में भाटी से लड़ाई जीत कर इस स्थान पर क़ब्ज़ा कर लिया था। जिस दिन वह लड़ाई जीते उस दिन मंगलवार था। हनुमानगढ़ को तभी से भटनेर के साथ 'हनुमानगढ़' के नाम से भी जाना जाता है।
|
|
|
|
|