सिंघी छम नृत्य: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) ('*भारत में प्रचलित कुछ प्रमुख शास्त्रीय [[नृत्य कला|...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
शिल्पी गोयल (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
*[[भारत]] में प्रचलित कुछ प्रमुख शास्त्रीय [[नृत्य कला|नृत्य]] शैलियों में से एक | *[[भारत]] में प्रचलित कुछ प्रमुख शास्त्रीय [[नृत्य कला|नृत्य]] शैलियों में से एक सिंघी छम नृत्य है। | ||
*सिंघी छम नृत्य को सिंह नृत्य भी कहा जाता है। | *सिंघी छम नृत्य को सिंह नृत्य भी कहा जाता है। | ||
*सिंघी छम नृत्य [[हिमाचल प्रदेश]] का लाहौल जनपद में किया जाता है, जो [[तिब्बत]] की सीमाओं से लगा है। | *सिंघी छम नृत्य [[हिमाचल प्रदेश]] का लाहौल जनपद में किया जाता है, जो [[तिब्बत]] की सीमाओं से लगा है। |
Revision as of 12:40, 1 February 2011
- भारत में प्रचलित कुछ प्रमुख शास्त्रीय नृत्य शैलियों में से एक सिंघी छम नृत्य है।
- सिंघी छम नृत्य को सिंह नृत्य भी कहा जाता है।
- सिंघी छम नृत्य हिमाचल प्रदेश का लाहौल जनपद में किया जाता है, जो तिब्बत की सीमाओं से लगा है।
- सिंघी छम नृत्य में लामा लोग सिंह का वेश धारण कर पारंपरिक लोक वाद्यों की ताल पर नृत्य करते हैं।
- इसमें यह धारणा है कि विकट रूप धारण करने से दुष्ट आत्माएँ तंग नहीं करती हैं।
- इसमें बजने वाले वाद्य यंत्र ढोल, बुगजाल, बांसुरी है।
|
|
|
|
|