अंबरनाथ: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | |||
|चित्र=Shiva-Temple-Ambarnath.jpg | |||
|चित्र का नाम=शिव मंदिर, अंबरनाथ | |||
|विवरण='अंबरनाथ' [[मुंबई]] से 38 मील की दूरी पर स्थित एक नगर है। नगर भगवान 'अंबरनाथ' को समर्पित मंदिर के कारण लोकप्रिय है। | |||
|शीर्षक 1=राज्य | |||
|पाठ 1=[[महाराष्ट्र]] | |||
|शीर्षक 2=क्षेत्रफल | |||
|पाठ 2=2.6 वर्ग मील | |||
|शीर्षक 3=उद्योग | |||
|पाठ 3=यहाँ [[दियासलाई]] का एक कारखाना है | |||
|शीर्षक 4= | |||
|पाठ 4= | |||
|शीर्षक 5= | |||
|पाठ 5= | |||
|शीर्षक 6= | |||
|पाठ 6= | |||
|शीर्षक 7= | |||
|पाठ 7= | |||
|शीर्षक 8= | |||
|पाठ 8= | |||
|शीर्षक 9= | |||
|पाठ 9= | |||
|शीर्षक 10= | |||
|पाठ 10= | |||
|संबंधित लेख=[[महाराष्ट्र]], [[शिव]] | |||
|अन्य जानकारी=अंबरनाथ में शिलाहाट नरेश मांबणि द्वारा निर्मित [[शिव]] का मंदिर है, जिसे [[कोंकण]] का सर्वप्राचीन देवालय माना जाता है। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''अंबरनाथ''' अथवा 'अमरनाथ' [[महाराष्ट्र]] के [[मुंबई]] से 38 मील {{मील|मील=38}} की दूरी पर स्थित एक नगर है। यह थाना ज़िले के कल्याण तालुका का नगर है। नगर भगवान 'अंबरनाथ' को समर्पित मंदिर के कारण लोकप्रिय है। अंबरनाथ में शिलाहाट नरेश मांबणि द्वारा निर्मित [[शिव]] का मंदिर है, जिसे [[कोंकण]] का सर्वप्राचीन देवालय माना जाता है। | '''अंबरनाथ''' अथवा 'अमरनाथ' [[महाराष्ट्र]] के [[मुंबई]] से 38 मील {{मील|मील=38}} की दूरी पर स्थित एक नगर है। यह थाना ज़िले के कल्याण तालुका का नगर है। नगर भगवान 'अंबरनाथ' को समर्पित मंदिर के कारण लोकप्रिय है। अंबरनाथ में शिलाहाट नरेश मांबणि द्वारा निर्मित [[शिव]] का मंदिर है, जिसे [[कोंकण]] का सर्वप्राचीन देवालय माना जाता है। | ||
Line 6: | Line 35: | ||
*ग्यारहवीं [[शताब्दी]] के मध्य में बना अंबरनाथ शिव मंदिर यहाँ के सबसे समृद्ध मंदिरों में एक है। | *ग्यारहवीं [[शताब्दी]] के मध्य में बना अंबरनाथ शिव मंदिर यहाँ के सबसे समृद्ध मंदिरों में एक है। | ||
*वलधान नदी के तट पर बना मंदिर इमली और [[आम]] के पेड़ों से घिरा हुआ है। मंदिर की [[वास्तुकला]] उच्चकोटि की है। | *वलधान नदी के तट पर बना मंदिर इमली और [[आम]] के पेड़ों से घिरा हुआ है। मंदिर की [[वास्तुकला]] उच्चकोटि की है। | ||
*देवालय अब खंडहर सा हो गया है। इसके अंतर्गत 1060 ई. का एक प्राचीन [[शिलालेख]] पाया गया है। | *देवालय अब [[खंडहर]] सा हो गया है। इसके अंतर्गत 1060 ई. का एक प्राचीन [[शिलालेख]] पाया गया है। | ||
*मंदिर की मुख्य मूर्तियों में एक त्रैमस्तकी मूर्ति, जिसके घुटनों पर एक नारी भी उपविष्ट है, मुख्य है। संभवत यह मूर्ति [[शिव]]-[[पार्वती]] को निरूपित करने के हेतु निर्मित की गई थी। | *मंदिर की मुख्य मूर्तियों में एक त्रैमस्तकी मूर्ति, जिसके घुटनों पर एक नारी भी उपविष्ट है, मुख्य है। संभवत यह मूर्ति [[शिव]]-[[पार्वती]] को निरूपित करने के हेतु निर्मित की गई थी। | ||
*यहाँ पर माघ मास ([[फ़रवरी]]-[[मार्च]]) में '[[शिवरात्रि]]' के पर्व पर एक मेला लगता है। | *यहाँ पर माघ मास ([[फ़रवरी]]-[[मार्च]]) में '[[शिवरात्रि]]' के पर्व पर एक मेला लगता है। |
Revision as of 13:49, 1 February 2014
अंबरनाथ
| |
विवरण | 'अंबरनाथ' मुंबई से 38 मील की दूरी पर स्थित एक नगर है। नगर भगवान 'अंबरनाथ' को समर्पित मंदिर के कारण लोकप्रिय है। |
राज्य | महाराष्ट्र |
क्षेत्रफल | 2.6 वर्ग मील |
उद्योग | यहाँ दियासलाई का एक कारखाना है |
संबंधित लेख | महाराष्ट्र, शिव |
अन्य जानकारी | अंबरनाथ में शिलाहाट नरेश मांबणि द्वारा निर्मित शिव का मंदिर है, जिसे कोंकण का सर्वप्राचीन देवालय माना जाता है। |
अंबरनाथ अथवा 'अमरनाथ' महाराष्ट्र के मुंबई से 38 मील (लगभग 60.8 कि.मी.) की दूरी पर स्थित एक नगर है। यह थाना ज़िले के कल्याण तालुका का नगर है। नगर भगवान 'अंबरनाथ' को समर्पित मंदिर के कारण लोकप्रिय है। अंबरनाथ में शिलाहाट नरेश मांबणि द्वारा निर्मित शिव का मंदिर है, जिसे कोंकण का सर्वप्राचीन देवालय माना जाता है।
- अंबरनाथ मध्य रेलवे का एक स्टेशन भी है, जो नगर से लगभग एक मील पूर्व दिशा में स्थित है।
- यहाँ से एक मील से भी कम की दूरी पर पूर्व की ओर एक प्राचीन हिन्दू देवालय है, जो प्राचीन हिन्दू शिल्प विद्या का एक ज्वलंत उदाहरण है।
- ग्यारहवीं शताब्दी के मध्य में बना अंबरनाथ शिव मंदिर यहाँ के सबसे समृद्ध मंदिरों में एक है।
- वलधान नदी के तट पर बना मंदिर इमली और आम के पेड़ों से घिरा हुआ है। मंदिर की वास्तुकला उच्चकोटि की है।
- देवालय अब खंडहर सा हो गया है। इसके अंतर्गत 1060 ई. का एक प्राचीन शिलालेख पाया गया है।
- मंदिर की मुख्य मूर्तियों में एक त्रैमस्तकी मूर्ति, जिसके घुटनों पर एक नारी भी उपविष्ट है, मुख्य है। संभवत यह मूर्ति शिव-पार्वती को निरूपित करने के हेतु निर्मित की गई थी।
- यहाँ पर माघ मास (फ़रवरी-मार्च) में 'शिवरात्रि' के पर्व पर एक मेला लगता है।
- अंबरनाथ में दियासलाई का एक कारखाना भी है।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से अंबरनाथ 2.6 वर्ग मील में विस्तृत है।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख