दशम ग्रंथ: Difference between revisions
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Revision as of 06:09, 8 June 2014
दशम ग्रंथ सिक्ख धर्म के अनुयायियों का धार्मिक ग्रंथ है। इसकी रचना गुरु गोविन्द सिंह द्वारा की गई थी। यह पूर्ण रूप में दसवें पादशाह का ग्रंथ हैं।
- यह ग्रंथ पंजाबी में 10वें 'शहंशाह' यानी 'आध्यात्मिक नेता' की पुस्तक है।
- दसम ग्रंथ सिक्खों के 10वें आध्यात्मिक नेता गुरु गोविन्द सिंह की कृतियों का संकलन है।
- यह प्रसिद्ध ग्रंथ ब्रजभाषा, हिन्दी, फ़ारसी और पंजाबी में लिखे भजनों, दार्शनिक लेखों, हिन्दू कथाओं, जीवनियों और कहानियों का संकलप है।
- विद्वान इस समूचे लेखन की प्रामाणिकता को स्वीकार नहीं करते और मानते हैं कि यह गुरु गोविन्द सिंह की रचनाओं के अतिरिक्त उनके समकालीन अन्य कवियों की रचनाओं को एकत्रित करके बनाया गया है। हालांकि कुछ पदों का प्रयोग सिक्ख पूजा और अनुष्ठानों में किया जाता है। परंतु इसे सिक्खों के प्रमुख धार्मिक ग्रंथ, 'आदि ग्रंथ' जितना आदर नहीं दिया जाता।
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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